यदि किसी व्यक्ति को गठिया, साइटिका या रीढ़ की हड्डी या अन्य हड्डी से जुड़ी कोई परेशानी है तो उसके लिए गृद्धासन काफी कारगर उपाय हैं। इसके नियमित अभ्यास से काफी फायदा होता है।
गृद्धासन की विधि
- समतल स्थान पर कंबल आदि बिछाकर जमीन पर सीधा खड़े हो जाएं।
- फिर दाएं पैर को घुटनें से मोड़कर बाएं पैर में रस्सी की तरह लपेटकर खड़े हो जाएं तथा पूरे शरीर का भार एक पैर पर डालें।
- इस तरह दोनों हाथों को भी आपस में इस तरह से लपेटे की अंगूलियां गिद्ध की चोंच की तरह बन जाएं।
- हाथों को मुंह के सामने रखें।
- आसन की इस स्थिति में कुछ देर तक रहें और सामान्य स्थिति में आकर इस क्रिया को दूसरे पैरों से भी करें।
- इसमें घुटनों को हमेशा मुड़े हुए रखें। इस आसन का अभ्यास शुरु में कठिन होता है।
- इस आसन को शुरु में करते समय किसी दूसरे की सहायता ले सकते हैं। बाद में बिना किसी की सहायता से ही करें। इस आसन में शरीर का पूर्ण भार एक पैर पर ही टिका होता है। इसमें शरीर का संतुलन बनाना आवश्यक है।
आसन से रोगों में लाभ
इससे पिण्डलियों की मांसपेशियां विकसित व सख्त बनती है। इस से पैरों व हाथों की हड्डियां मजबूत होती है तथा रीढ़ की हड्डी भी मजबूत होती है। यह हाथ-पैरों को विकसित एवं पुष्ट करता है। यह गठिया तथा पुरानी वातरोग, साइटिका पेन को ठीक करता हैं।
सावधानी
यदि आह्यपको किसी तरह की बीमारी है तो किसी योग प्रशिक्षक से परामर्श अवश्य करें।
मंगलवार, 29 मार्च 2011
क्या आप अपने जोड़ो के दर्द से परेशान हैं...?
ये पांच खाने ऐसे हैं जिसमें है सबसे ज्यादा ताकत!
सोमवार, 28 मार्च 2011
हर रोज खाएं 7 अखरोट
अगर आप अपने शरीर में ऑक्सीडेंट्स को कम करना चाहते हैं तो हर रोज 7 अखरोट खाएं।
पेंसिलवेनिया के स्क्रैन्टॉन विश्वविद्यालय के शोधकर्ता विनसन का कहना है कि अखरोट में मूंगफली, बादाम, पिस्ता और अन्य मेवा से ज्यादा एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं।
इसलिए स्वास्थ्य लाभ के लिए हर रोज करीब सात अखरोट खाने चाहिए। अखरोट में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स विटामिन ई जितने गुणकारी होते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर में मौजूद प्राकृतिक रसायनों को नष्ट होने से रोककर कैंसर, मधुमेह और दिल की बीमारी से रोकथाम करता है। साथ ही शरीर की त्वचा को निखारने का काम भी करता है।
बिना दूध की चाय कम करता है वजन
वैज्ञानिकों के मुताबिक चाय में वसा कम करने के कई तत्व होते हैं, लेकिन गाय के दूध में पाया जाने वाला प्रोटीन वसा कम करने की इसकी क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
शोधकर्ताओं का मानना है कि ब्रिटेन और भारत में बड़े पैमाने पर चाय के इस्तेमाल के बावजूद इसका सकारात्मक असर लोगों के स्वास्थ्य नहीं होता, क्योंकि वहां के लोग चाय में दूध मिलाकर पीते हैं।
वहीं भारत के असम में जोरहाट स्थित टी रिसर्च एसोसिएशन के वैज्ञानिक देवाजीत बोरथाकुर का कहना है कि चाय जब दूध के साथ ली जाती है, तो यह थीफलेविन्स और थिरोबिगिन्स का प्रभाव कम कर देती है। हमें न तो इनका फायदा मिलता है और न ही दूध के प्रोटीन का और कैल्शियम का फायदा मिलता है।
उधर, जापान के वैज्ञानिक हिरोआकी याजिमा का कहना है कि काली चाय मोटापा कम करने में कारगर हो सकती है।
कैसे बचें गर्मियों में डिहाइड्रेशन से
डिहाइड्रेशन के लक्षण- जबान का सूखना, सांस का असामान्य होना, चिढ़चिढापन, उल्टी आना, सामान्य से कम पेशाब होना।
बचने के उपाय- अगर आपको डिहाइड्रेशन की प्रॉब्लत हो रही हो तो तुरंत पानी में थोडा सा नमक और शक्कर मिलाकर घोल बनाऐं और पी लें।
- कच्चे दूध की लस्सी बनाकर पीने से भी डिहाइड्रेशन में लाभ होता है।
- छाछ तें नमक डालकर पीने से भी आपको इस समस्या से राहत मिलेगी।
- डिहाइडे्रश होने पर नारियल का पानी पिऐं।
रविवार, 27 मार्च 2011
सिर्फ दो मिनट में ही उतर जाएगा बिच्छू का जहर
उन्हीं में से एक है बिच्छु, बिच्छु का जहर बहुत खतरनाक होता है।उसके काटने के बाद पूरे शरीर में जलन होने लगती है और उसका शिकार बुरी तरह से तड़पने लगता है। कुछ छोटे लेकिन बड़े काम के नुस्खे हैं जो आपको बिच्छु के जहर से बचा सकते हैं।
- एक पत्थर को अच्छे से साफ कर उस उस पर फिटकरी को अच्छे से घिसें। जहां पर बिच्छु ने काटा है उस जगह पर इस लेप को लगाऐं और आग से थोड़ा सेकें । कैसे भी बिच्छु का जहर हो इस विधि से जहर दो मिनिट में उतर जाएगा।
- बारीक पिसा सेंधा नमक और प्याज को मिलाकर बिच्छु के काटे हुए स्थान पर लगाने से जहर उतर जाता है।
- माचिस की पांच सात तीलियों का मसाला पानीमें घिसकर बिच्छु के डंक लगी जगह पर लगाऐं। इसे लगाते ही बिच्छु का जहर तुरंत उतर जाता है।
विशेष- जब किसी को बिच्छु काट ले तो तुरंत उस जगह को करी चार उंगल ऊपर से किसी कपड़े से या रस्सी से बांध देना चाहिए। ताकि उसका जहर जल्दी न फैले। इसके बाद किसी साफ सेफ्टी पिन या चिमटी को गर्म करके त्वचा में घुसे ड़ंक को निकाल देन चाहिए।
अगर बचना है कब्ज से तो कभी न खाएं ये 'चीज'
एजेंसी। कब्ज बेहद आम समस्या है लेकिन इसकी अनदेखी गंभीर समस्या पैदा कर सकती है। सामान्यतया कुछ ऐसे कारण हैं जो इसे बढ़ाने के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं।
जैसे कि - एक्सरसाइज न करना, तनाव, अनियमित दिनचर्या और दवाओं का अधिक सेवन। इन सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना जाता है गलत खाने का चुनाव और पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना। यहां हम आपको कुछ ऐसे खाने के बारे में बता रहे हैं जिन्हे कब्ज बढ़ाने वाला माना जाता है।
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