सोमवार, 4 जून 2012

छोटे-छोटे घरेलू टिप्स: दाद-खाज खुजली से परेशान हैं??..तो इन्हें ट्राय करें



-  दाद पर अनार के पत्तों को पीसकर लगाने से लाभ होता है।

- दाद को खुजला कर दिन में चार बार नींबू का रस लगाने से दाद ठीक हो जाते हैं।

- केले के गुदे में नींबू का रस मिलाकर लगाने से दाद ठीक हो जाता है।

- चर्म रोग में रोज बथुआ उबालकर निचोड़कर इसका रस पीएं और सब्जी खाएं। 

- गाजर का बुरादा बारीक टुकड़े कर लें। इसमें सेंधा नमक डालकर सेंके और फिर जब हल्का गर्म रह जाए तो दाद पर डाल दें। 

- कच्चे आलू का रस पीएं इससे दाद ठीक हो जाते हैं।

- नींबू के रस में सूखे सिंघाड़े को घिस कर लगाएं। पहले तो कुछ जलन होगी फिर ठंडक मिल जाएगी, कुछ दिन तक इसे लगाने से दाद ठीक हो जाता है।

- तीन बार दिन में एक बार रात को सोते समय हल्दी का लेप करते रहने से दाद ठीक हो जाता है।

- दाद होने पर गर्म पानी में अजवाइन पीसकर लेप करें।दाद एक सप्ताह में ठीक हो जाएगा। 

- अजवाइन को पानी में मिलाकर दाद धोएं।

- दाद होने पर गुलकंद और दूध पीने से फायदा होगा।

- नीम के पत्ती को दही के साथ पीसकर लगाने से दाद जड़ से साफ हो जाते हैं।

रविवार, 27 मई 2012

खीरा खाओ और वजन खटाओ

पानी का स्रोत माना जाने वाला खीरा अधिकतर कई लोगों को नहीं अच्‍छा लगता है। पर क्‍या आपको पता है कि इसको कई बॉलीवुड स्‍टार अपने आपको स्‍लिम-ट्रिम बनाएं रखने के लिए खाते हैं। अगर आप जानना चाहते हैं कि खीरा खा कर वजन कैसे कम होता है तो हमारा यह लेख जरुर पढ़ें। 

फायदे- 
खीरे में 95% पानी और 5% फाइबर पाया जाता है। इसलिए यह शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के साथ ही पाचन क्रिया को भी सही रखता है तथा नमक को भी बैलेंस करता है। साथ ही खीरे से शरीर में ठंडक रहती है और यह आंखों तथा त्‍वचा को भी साफ करता है। 

डाइट- 
अगर आपको खीरे को अपनी डाइट में शामिल करना है तो इसका सलाद तैयार करें जिसमें 2 खीरे काटें और उसमें नमक, ऑलिव आयल तथा कुछ पत्‍तेदार सब्‍जियां भी मिला लें। यह खाने से आपका पेट कम होगा और पेट भर भी जाएगा।

कुछ हर्ब जैसे, धनिया, में विटामिन ए और आयरन, कॉपर और मैगनीश्यिम जैसे मिनरल पाए जाते हैं। इसलिए इनको अपने सलाद में जरुर शामिल करें जिससे आपकी बॉडी को पोषण मिल सके। 

1. ब्रेकफास्‍ट में खाएं- 
गेहूं की ब्रैड और जैम
1 कटोरा खीरे का सलाद
1 गरम कप चाय 

2. लंच- 
दाल, रोटी, सब्‍‍जी और खीरे का सलाद। 

3. डिनर-
डिनर में आपको केवल सलाद ही खाना चाहिये। 

अगर आप खीरे से तैयार सलाद बना कर खाएगें तो 3 दिन में लगभग 2 किलो वजन तो कम ही हो जाएगा। इसके अलावा यह हमारी त्‍वचा का भी खास ख्‍याल रखता है।

चाय पीने के गमर-गरम फायदे

चाय के बारे में क्‍या कहें, यह तो हमारी और आपकी जिंदगी से इस हद तक जुड़ चुकी है कि अब यह चाह कर भी दूर नहीं की जा सकती। सर्दियों का मौसम हो या गर्मियों की शाम, चाय पीना तो बनता ही है। कई लोगों की तो दिन की शुरुआत ही चाय से होती है और चाय पर ही खतम। अगर आप भी चाय प्रेमी हैं और इसको अपनी जिन्‍दगी का एक अटूट हिस्‍सा मान चुके हैं, तो चलिए आज जान लेते हैं इसके कुछ स्‍वस्‍थ्‍यवर्धक गुण। प्रस्‍तुत हैं चाय पीने के फायदे- 

चाय पीने के फायदे- 

1. उम्र घटाए- चाय में एंटीऑक्सीडेंट शामिल होता है। चाय उम्र बढ़ने और प्रदूषण के प्रभाव के प्रकोपों ​​से आपके शरीर की रक्षा करती है। 

2. कम कैफीन- चाय में कॉफी के मुकाबले कम कैफीन होती है। कॉफी में आमतौर पर चाय से दो से तीन बार अधिक मात्रा में कैफीन पाई जाती है। आठ औंस कप की कॉफी में 135 मिलीग्राम के आसपास कैफीन होता है, वहीं पर चाय के प्रति कप में केवल 30 से 40 मिलीग्राम कैफीन होता है। यदि कॉफी पीने से आपको अपच, सिर दर्द या सोने में कोई परेशानी आती है, तो बिना सोंचे चाय की ओर मुख करें। 

3. दिल का रोग- चाय दिल का दौरा और स्ट्रोक के जोखिम को कम कर सकती है। चाय पीने की वजह से धमनियां चिकनी और कोलेस्‍ट्रॉल से मुक्त हो जाती हैं। छह कप से अधिक चाय पीने से दिल की बीमारी होने का खतरा एक तिहाई कम रहता है। 

4. हड्डियां बने मजबूत- चाय आपकी हड्डियों को भी बचाती है। केवल इसलिए नहीं कि इसमें दूध मिला होता है बल्कि एक अध्ययन में उन लोगों की तुलना एक साथ की गई थी, जो चाय का सेवन 10 साल से करते आ रहे हैं और जो चाय नहीं पीते। अध्‍ययन में पाया गया कि चाय पीने वालों की हड्डियां उम्र, अधिक वजन, व्‍यायाम, धूम्रपान और अन्‍य रिस्‍क फैक्‍टरों के बावजूद भी मजबूत है। 

5. दांत बने दुरुस्‍त- चाय पीने से आपके दांत मजबूत बनेगें। जी हां, अगर आप बिना चीनी की चाय पीएगें तो ऐसा जरुर होगा। चाय वास्तव में फ्लोराइड और में टैनिंन से बनी होती है जो प्‍लेग को दूर रखता है। तो स्वस्थ दांतों और मसूड़ों के लिए चाय पीना शुरु कर दें। 

6. रोग से लड़े- चाय पीने से आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को संक्रमण से लड़ने में बहुत मदद मिलती है। सर्दी-जुखाम जैसी आम बीमारियां चाय पीने से एक दम गायब हो जाती हैं। 

7. कैंसर से बचाए- चाय कैंसर के विरुद्ध सुरक्षा करती है क्‍योंकि इसमें पॉलीफिनॉल और एंटीऑक्‍सीडेंट मिला होता है। इन दोनों के प्रभाव कैंसर से लड़ने के लिए बहुत मदद करते हैं।

8. पानी की कमी पूरा करे- चाय हाइड्रेटेड रहने में मदद करती है। चाय हमारे शरीर की जरुरत है जबकि कॉफी पीने से पेशाब ज्‍यादा लगती है, इसलिए यह शरीर में ज्‍यादा देर तक न रह कर बाहर निकल जाती है। इसलिए हमारे शरीर में पानी की पूर्ती नहीं हो पाती। अगर आप रोज दिन में पांच से छ: कप कॉफी के पी जाते हैं, तो आपके अंदर पानी की कमी हो सकती है। 

9. कम कैलोरी- चाय कैलोरी मुक्त होती है। चाय में किसी भी प्रकार की कैलोरी नहीं होगी, जब तक आप उसमें किसी प्रकार का स्वीटनर या दूध न मिला लें। यदि आप एक संतोषजनक, कैलोरी मुक्त पेय पीना चाहते हैं, तो चाय उसमें से सबसे सेफ ऑप्‍शन है। 

10. फैट घटाए- चाय पीने से आपके शरीर का मैटाबॉलिज्‍म बढ़ जाता है। कई लोगों की शिकायत होती है कि व्‍यायाम करने पर भी उनका वजन नहीं घटता, पर अगर आप ग्रीन टी पियेगें तो आपका मैटाबॉलिज्‍म रेट बढे़गा जिससे 70 से 80 कैलोरी आराम से बर्न हो सकती है। इसके साथ ही आपाको रोज 30 घंटे की वाल्‍क भी लेनी जरुरी है।
भले ही आज जमाना पतले रहने का है, पर आज भी कुछ ऐसे पहले-दुबले लोग हैं जो अपना वजन बढ़ाने के लिए परेशान रहते हैं। एसे लोगों को अपने दोस्‍तों के बीच हंसी-मजाक का पात्र बनना पड़ता है, इसलिए अगर आप पतले-दुबले हैं और इस बात पर हमेशा परेशान रहते हैं कि आपका वजन क्‍यों नहीं बढ़ता। तो आपको बताएगें कुछ आसान से सुझाव जिससे आप अपना वजन बढ़ा सकते हैं। 

ऐसे बढ़ाएं मोटापा 

1. सब्‍जियो और ब्रेड की जगह पर डेयरी प्रोडक्‍ट चुनिये जैसे, अंडा, मछली और मीट। साथ ही ऐसे आहार जिनमें प्रोटीन की मात्रा अधिक पाई जाती हो, जैसे बींस, दाल और मटर आदि। इसके अलावा स्‍टार्च वाले खाने यानी की आलू और चावल आपका वजन बढ़ा सकते हें। 

2. आपको बहुत सारी हाई कैलोरी वाला स्‍नैक खाना चाहिये। स्‍नैक का मतलब केवल जंक फूड नहीं है। इसका मतलब चीज़, मिल्‍क शेक, सूखे मेवे और दही आदि। इसके अलावा दिन भर में पांच बार आपको थोड़ा-थोडा़ कर के खाना चाहिये। 

3. तरल पदार्थ लें जिसमें पोषक तत्व और कैलोरी शामिल हों, जैसे दूध, ताजा फलों का रस और ऊर्जा पेय।

4. आप रोज़ाना अपनी मासपेशियों को बढ़ाने के लिए कस कर व्‍यायाम करें। खुद को फ्री वेट एक्‍सर्साइज पर केंद्रित करें। इसमें आपको किसी मशीन की सहायता लेनी की जरुरत नहीं पड़ेगी। इसके लिए आपको केवल डमबेल की जरुरत होगी। 

5. थोड़ा धैर्य रखें। अगर आपको अपना वजन बढ़ाना है तो कोई भी प्रोग्राम शुरु करने से पहले और बाद में अपने आपको यह समझाएं कि वजन बढने में थोड़ा समय लगता है। कुछ लोग अपनी डाइट और व्‍यायाम से ऊब जाते हैं और वहीं पर हर काम को रोक देते हैं, जिससे कुछ भी असर नहीं करता। 

*साथ ही यह भी ध्‍यान में रखे की वजन ज्‍यादा होना और कम होना आनुवंशिकता पर र्निभर करता है। सही से व्‍यायाम करना और अच्‍छी डाइट लेने से आपके वजन में जरुर बढोत्‍तरी होगी 

शनिवार, 26 मई 2012

ब्रोकली खाने के स्‍वास्‍थ्‍यलाभ

ब्रोकली खाने के कई न्‍यूट्रिशनल फायदे होते हैं। यह गहरी हरी सब्‍जी, ब्रेसिक्‍का फेमिली की है, जिसमें पत्तागोभी और गोभी भी शामिल होती है। ब्रोकली को पका कर या फिर कच्‍चा भी खाया जा सकता है, लेकिन अगर आप इसे उबाल कर खाएंगे तो आपको ज्‍यादा फायदा होगा। इस हरी सब्‍जी में लोहा, प्रोटीन, कैल्‍शियम, कार्बोहाइड्रेट, क्रोमियम, विटामिन ए और सी पाया जाता है, जो सब्‍जी को पौष्टिक बनाता है। इसके अलावा इसमें फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्‍सीडेंट भी होता है, जो बीमारी और बॉडी इंफेक्‍शन से लड़ने में सहायक होता है। आइये जानते हैं, ब्रोकली खाने के और भी स्‍वास्‍थ्‍यलाभ: 

health benefits broccoli aid0204ब्रोकली के स्‍वास्‍थ्‍यलाभ - 

- ब्रोकोली विटामिन सी से भरी हुई है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली के समुचित कार्य को बनाए रखने के लिए एक महान पोषक तत्व मानी जाती है। 

- ब्रोकोली क्रोमियम का बहुत अच्छी स्रोत है, जो मधुमेह पर नियंत्रण और शरीर में इंसुलिन के उत्पादन को नियंत्रित करती है।

- शोधकर्ताओं के अनुसार, ब्रोकोली में बीटा - कैरोटीन होता है जो आंखों में मोतियाबिंद और मस्‍कुलर डीजेनरेशन होने से रोकती है। 

- यह माना जाता है कि ब्रोकोली में यौगिक सल्‍फोरापेन होता है जो यूवी रेडियेशन के कारण होने वाले प्रभाव से त्वचा को नुकसान पहुंचाने और सूजन को कम करने में सहायक होती है। 

- ब्रोकोली में कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम और जिंक होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। इसलिए, यह बुजुर्गों और गर्भवती महिलाओं के लिये बहुत अच्‍छी मानी जाती है क्‍योंकि इनमें ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा बहुत ज्‍यादा होता है। 

- ब्रोकली शरीर को एनीमिया और एल्‍जाइमर से बचाती है क्‍योंकि इसमें बहुत ज्‍यादा आइरन और फोलेट पाया जाता है। 

- ब्रोकोली को नियमित खाने से गर्भवती महिलाओं को मदद मिलती है। यह फोलेट का एक अच्छा स्रोत है जो भ्रूण में मस्तिष्क संबंधी दोषों को रोकने में मदद करती है। 

- डाइट में ब्रोकली को शामिल करने से कुछ तरह के कैसर जैसे स्‍तन कैंसर, लंग और कोलोन कैंसर के रिस्‍क को कम करती है। इसमें फाइटोकेमिकल्स होने के कारण, यह एंटी कैंसर न्‍यूट्रिशनल वेजिटेबल है। 

- यह फाइबर, क्रोमियम, और पोटेशियम का अच्‍छा स्‍त्रोत है, जो कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है और रक्तचाप को भी नियंत्रित करता है। 

- ब्रोकोली में कैरोटीनॉयड ल्‍यूटिन होता है जो हृदय की धमनियों को मोटा होने से रोकता है, जिससे हार्ट अटैक और अन्‍य हार्ट सबंधी बीमारियों का रिस्‍क टलता है। 

- ब्रोकली खाने से न केवल स्‍वास्‍थ्‍य और पोषण मिलता है, बल्कि इस‍में लो कैलोरी होने की वजह से वजन भी कम होता है। अब आप जब भी सब्‍जियां खरीदने जाएं, तो ब्रोकली को कभी नजरअंदाज न करें।

मलाई : ब्यूटी की भरोसेमंद साथी

यह जरूरी नहीं कि सर्दी में ही होठों पर पपड़ी और चेहरे पर खुश्की आती है। गर्मियों में भी पानी की कमी से होठों में रूखापन आ जाता है। बाजार की नित-नई क्रीमें तो आप हमेशा ही ट्राय करती आई हैं, लेकिन कभी घर में हमेशा उपलब्ध रहने वाली उपयोगी क्रीम यानी मलाई पर भी नजर डाल लें। मलाई को कुछ इस तरह आजमाकर देखें- 

* एक चम्मच मलाई में नींबू का रस मिलाकर रोज चेहरे और होंठ पर लगाने से ये फटते नहीं हैं। 

* थोड़ी-सी मलाई और एक चम्मच बेसन का उबटन साबुन का बेहतरीन विकल्प है। इससे त्वचा मुलायम होती है। 

* मुल्तानी मिट्टी को पीसकर, मलाई में मिलाकर चेहरे तथा कोहनियों पर लगाने से रंग में निखार आता है। 

* तीन-चार बादाम और दस-बारह देसी गुलाब की पत्तियां पीसकर, एक चम्मच मलाई मिलाकर चेहरे पर लगाने से झुर्रियां और त्वचा के धब्बे दूर हो जाते हैं। 

* मलाई में समुद्र फेन का बारीक पाउडर मिलाकर लगाने से मुंहासे ठीक हो जाते हैं। 

* मौसंबी या संतरे के छिलकों को पीसकर, मलाई मिलाकर उबटन लगाने से त्वचा मुलायम व साफ होती है। 

* एक चम्मच मलाई में एक चम्मच सेब का रस मिलाकर, फेंटकर, हल्के हाथ से चेहरे पर मलने से कुछ ही दिनों में रंग साफ होने लगता है। 

* मलाई को दवाई की तरह भी उपयोग में लाया जा सकता है। 

*खांसी की समस्या हो तो आधी कटोरी मलाई में एक चम्मच नारियल का बुरा, पांच बड़ी इलायची का पावडर तथा दस काली मिर्च दरदरी पीसकर, धीमी आंच पर चलाकर गर्म कर लें। सोने से पहले रोगी को गर्म-गर्म ही दें। कुछ दिन इसका सेवन करने से खुश्क खांसी ठीक हो जाती है। 

* कांसे या पीतल की थाली में दो चम्मच ताजी मलाई को थोड़ा सा पानी डालकर खूब फेंट लें। मलाई फूलकर मक्खन जैसी हो जाएगी। इसमें एक डली कपूर की पीसकर मिलाएं। फोड़े-फूंसी आदि पर यह लेप लगाने से लाभ होता है। 

इसी कपूर मिले मक्खन को छोटे बच्चों के सिर के बीचोंबीच रखकर हल्के हाथ से मालिश करें। इससे खोपड़ी मजबूत होती है और गर्मियों में ठंडक पहुंचती है।

नकसीर से निपटने के घरेलू उपचार

चिलचिलाती धूप में अक्सर कुछ लोगों को नाक से खून बहने की शिकायत होती है। इसे नकसीर भी कहा जाता है। यह मौसम के अनुसार शरीर में अधिक गर्मी बढ़ने से भी हो सकता है और कुछ लोगों को अधिक गर्म पदार्थ का सेवन करने से भी। पेश है नकसीर से निपटने के घरेलू उपचार-
  - प्याज को काटकर नाक के पास रखें और सूंघें।
- काली मिट्टी पर पानी छिड़ककर इसकी खुशबू सूंघें।
 - रुई के फाए को सफेद सिरका में भिगोकर उस नथुने में रखें, जिससे खून बह रहा हो।
 - जब नाक से खून बह रहा हो तो कुर्सी पर बिना टेका लिए बैठ जाएं, नाक की बजाय मुंह से सांस लें।
 - सिर को आगे की ओर झुकाएं न कि पीछे की ओर।
- ठंडे पानी में भीगे हुए रुई के फाए को नाक पर रखें। रुई के छोटे-छोटे फायों को पानी में भिगोकर फ्रीजर में रख लें। इनसे सिकाई करें।
 - किसी भी प्रकार के धूम्रपान (एक्टिव या पैसिव दोनों) से बचें।
 - साफ हरे धनिए की पत्तियों के रस की कुछ बूंदें नाक में डाल लें।
 - इन उपायों के अलावा सिर पर ठंडे पानी की पट्टी रखने से भी राहत मिलेगी।

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