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मंगलवार, 5 जुलाई 2022

Facing Problem in Conceiving #Baby ? गर्भ धारण में समस्या




Reason #1 #Bedroom in East-South-East or Bedroom in South-South-West or Bedroom in West-North-West

What to do ?  Shift your bedroom to South-West or South-East or North-North-West.


Reason #2 #Kitchen in North-East

What to do ? Place Jaisalmer Yellow Slab under Burner.


Reason #3 #Cut in North-East

What to do ? Space Enlightening Technique is required.



Reason #4 Long #Corridor in South-West

What to do ? Space Filling Technique as per Vāstu Bar Chart.


यह लेख विश्वजीत बब्बल वैदिक काउंसलर के फेसबुक पोस्ट से लिया गया है. वे वास्तु और ज्योतिष की बहुत अच्छी जानकारी रखते हैं. उन्होंने अपनी जानकारी के आधार पर कई लोगों के परेशानिया दूर की है. यह अपने अनुभव को भी समय समय पर लोगों से शेयर करते हैं. आप इनसे सशुल्क परामर्श ले सकते हैं. आप उनसे फेसबुक के द्वारा सम्पर्क कर सकते हैं. इस सेवा का लाभ जरुर लें.



सोमवार, 6 जनवरी 2020

Square Plots are Auspicious A Myth

Many people delay in making their own house, because they are in search of a square plot. In practice, we have found square plots only in villages, where there is relatively plenty of land and you can make a square plot.

This myth has no relevance as people living in perfectly square plots have never grown well. We worked on the reason why people in square plots did not do too well. In the detailed study of the effect of spaces on human consciousness, we have found that “any perfect space symbolizes death; imperfection causes the world to exist.

As per Pauranic (पौराणिक ) symbolization, The Earth is carried by Shesh Naag (शेषनाग , a very powerful and revered serpent). This symbolic representation depicts that the survival and evolution of life is on “residue” (Shesh) and the “serpent energy” (Naag). Further, when we decode the symbolism, this serpent energy is also inside the human body in the form of Kundalini (कुण्डलिनी ), which pushes the residues (the seed and ovum) to create life on the planet.

Life is created out of desires to achieve the Anandamaya kosh (आनंदमय कोष ). Those who took their consciousness to a different state of completion lost interest in creating more life. Only meditation centers and religious practices are recommended in perfect square-shaped buildings----not homes and businesses. So, it is always better to have rectangular plots to fulfill your purpose on this planet.


यह लेख विश्वजीत बब्बल वैदिक काउंसलर के फेसबुक पोस्ट से लिया गया है. वे वास्तु और ज्योतिष की बहुत अच्छी जानकारी रखते हैं. उन्होंने अपनी जानकारी के आधार पर कई लोगों के परेशानिया दूर की है. यह अपने अनुभव को भी समय समय पर लोगों से शेयर करते हैं. आप इनसे सशुल्क परामर्श ले. सकते हैं. आप उनसे फेसबुक के द्वारा सम्पर्क कर सकते हैं. इस सेवा का लाभ जरुर लें.

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शनिवार, 8 दिसंबर 2018

आत्मबल बढ़ाना है तो पढ़े हनुमान चालीसा


SSE में कट होना या ब्लैक-ब्लू कलर होना काफी है क्षीण आत्मबल के लिए. बिना गुर्दे के क्या तीर मार लोगे. आत्मबल श्रीहनुमानचालीसा।

27 को जन्मे लोगों का सबसे बड़ा दुश्मन, उनका क्रोध और आवेशित स्वभाव है. वाणी और व्यवहार में नियंत्रण रख लिया, तो ही कामयाबी मिलेगी.

ESE में सोने से, योग करने से, प्रार्थना करने से या मैडिटेशन करने से क्या हासिल होता है ?
घबराहट, बेसिरपैर की चिंताएं और डिप्रेशन

स्वाति नक्षत्र में जन्मे पुरुषों का वैवाहिक जीवन बहुत अनुकूल नहीं होता. वैसे परिवार से बाहर वालों को वे संतुलित व्यवस्थित दिखते है.
ज्येष्ठ और शतभिषा नक्षत्र में जन्मे व्यक्तियों का परस्पर विवाह संबंध, दोनों के ही परिवारों के लिए बहुत अनिष्टकारी होता है.

इस वर्ष दूसरी छिमाही में अपने कुछ क्लाइंट्स के घर में, जिन्हें अपने परिजनों के सपोर्ट की दरकार थी और साथ ही साथ, बैंकों आदि से धन्धा चलाने के लिए रुप्पैया भी चाहिये था, मैंने एक प्रयोग किया. प्रयोग का आईडिया तो #ज्योतिष से आया, लेकिन वास्तु में इसके अद्भुत रिजल्ट्स मिले. नार्थ-वेस्ट में #चंद्र्देव का चित्र अथवा मूर्ति पूर्ण श्रद्धा, विनय और आस्था के साथ अनुकूल मुहूर्त में प्रतिष्ठित करें और प्रतिदिन #श्रीअन्नपूर्णा स्त्रोतम का जप करें. आपकी अपेक्षाओं से भी #जल्दी परिणाम मिलेंगे. जो परिजन साथ नहीं दे रहे या बैंकों वाले चक्कर पे चक्कर लगवा रहे हैं. सब लाइन हाज़िर हो जायेंगे.

१ को जन्मे व्यक्ति का व्यापारिक साझेदार यदि ९ को जन्मा व्यक्ति है तो ये साझेदारी ३ पीढ़ी तक चलती है. दोनों पल-पल कमाते ही जाते हैं.
२८ वालों को जीवन में आगे बढ़ने व अपने आप को विकसित करने हेतु अत्यधिक परिश्रम की ज़रूरत होगी. मूलांक २-३-५ वालां सूं कोई आस मते राखजो।

घर का SW कटा / बढ़ा हुआ है या वहां रसोई / शौचालय बना हुआ है या हरे / लाल रंग हों तो ये नाकामयाबी की प्रमुख वजह है जिसे यू-टर्न दें.

लग्न कोई भी हो...

सूर्य #द्वितीय भावस्थ और बृहस्पति #तृतीय भावस्थ हो अथवा सूर्य #पञ्चम भावस्थ और बृहस्पति #षष्ठ भावस्थ हो अथवा सूर्य #सप्तम भावस्थ और बृहस्पति #अष्टम भावस्थ हो अथवा सूर्य #एकादश भावस्थ और बृहस्पति #द्वादश भावस्थ हो तो, #अतिअशुभयोग बनता है.

इनको असीम धैर्य धारण करके वैदिक उपायों के सहारे इस #दारिद्रयायोग से मुक्ति पाने का प्रयास करना चाहिये.

लेकिन, यदि सूर्य #नवमस्थ हैं और बृहस्पतिदेव #दशमस्थ, तो फिर बल्ले-बल्ले . संतान-सुख, संपत्ति, मान-सम्मान-अधिकार सब #सौख्य प्राप्त होते हैं


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बुधवार, 12 सितंबर 2018

आपके घर की सीढ़ी और सफलता से होता है नाता


सीढ़ी या सोपान किसी भवन के भिन्न-भिन्न ऊपरी तलों पर पहुँचने के लिए श्रेणीबद्ध पैड़ियाँ होती हैं। लकड़ी, बाँस आदि की सुवाह्य सीढ़ियाँ आवश्यकतानुसार कहीं भी लगाई जा सकती हैं। वास्तुशास्त्र के नियम के अनुसार सीढ़ियों का निर्माण उत्तर से दक्षिण की ओर अथवा पूर्व से पश्चिम दिशा की ओर करवाना चाहिए।

लग्न में दक्षिणायन का सूर्य, अर्थात कर्क से धनु तक का रवि मनुष्य को भाग्यशाली बनाता है. उत्तरायण का सूर्य, अर्थात मकर से मिथुन तक का रवि व्यक्ति में झगड़ालू और अपना हक़ जमाने की प्रवृति को बढ़ावा देता है. दक्षिणायन में इसके विपरीत दैवीय वृत्तियाँ अपना अलौकिक आकार लेती हैं. वैसे, सामान्यतः लग्न का सूर्य व्यक्ति की उन्नति ही करता है क्योंकि वह स्वयं ऊँचे दशम स्थान की ओर बढ़ा होता है.

हम सब यह जानते हैं कि सीढ़ियों की ज़रूरत उपरी फ्लोर या छत पर जाने के लिए पड़ती है. किसी भी भवन में सीढ़ियों के निर्माण के समय यह ध्यान रखना जरूरी है कि ये हमेशा पूर्व से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण की ओर उपर जाने वाली हों. इन सीढ़ियों से निकलने वाली एनर्जी इतनी शक्तिशाली होती है कि वह सफलता के रास्ते को काफी हद तक प्रभावित करती है. विभिन्न दिशा क्षेत्रों में होने वाली सीढ़ियाँ अपने घुमाव के अनुसार भिन्न-भिन्न प्रभाव छोड़ती हैं.

नॉर्थईस्ट में किचन है तो पीला जैसलमेर पत्थर गैस स्टोव के नीचे रखें. वास्तु दोष खत्म हो जाता है. पितृश्राप (पितृदोष) से मुक्ति हेतु गयाजी में श्राद्ध अथवा कन्यादान करके सवत्सा धेनु का दान करें. किसी भी वजह से बाहरी दुनिया से रिश्ते तोड़ने चाहते हैं तो घर के पूर्व में डस्टबिन रख दीजिये. ७ तारीख को जन्मे व्यक्ति नेचुरल बिजनेसमैन होते हैं. धंधे में सफलता चाहिये तो ३ को जन्मे व्यक्ति को पार्टनर बनाओ.

अभाव चार प्रकार का होता है - प्रागभाव, प्रध्वंसाभाव, अत्यन्ताभाव और अन्योन्याभाव. किसी वस्तु की उत्पत्ति से पूर्व उसका अभाव, प्रागभाव कहलाता है. किसी वस्तु के नाश के पश्चात् उसका अभाव, प्रध्वंसाभाव कहलाता है. किसी वस्तु का नितान्त अभाव, अत्यन्ताभाव कहलाता है. एक वस्तु में दूसरी वस्तु का अभाव, अन्योन्याभाव कहलाता है. वास्तु के यह उपाय विश्वजीत जी के है. उनके अनुभव आपकी भी मदद कर सकते हैं. आप भी अपने बच्चों को सुधारने के लिए इन वास्तु उपाय को अपना सकते हैं. आपको जरुर लाभ होगा.


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सोमवार, 27 अगस्त 2018

Dressing Table in Bedroom how does it affect you?




अधिकतर हम और आप अपने बेडरूम में ड्रेसिंग टेबल रखते हैं. इक तो शहरों में घर बहुत छोटे होते हैं जगह कम होती हैं. तो लोग जगह की हिसाब से चीजे सेट करते हैं. पर आज हम आपको बताने जा रहे हैं की आप अपने बेडरूम में ड्रेसिंग टेबल रखते हैं तो उसका क्या असर होता हैं. वास्तु शास्त्री मानते हैं कि सुख-समृद्धि के लिए सही दिशा में, उपयुक्त आकार के दर्पण का होना बहुत जरूरी है। इसलिए अगर आईना या ड्रेसिंग-टेबल रखना भी हो, तो इस तरह से रखा जाना चाहिए कि सोने वाले का अक्स उसमें न दिखाई दे।


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Many people approach me, confessing that they are confused about where to place their dressing table. They feel that their bed and their own reflection in the looking glass will cause misery in relationships and disorder sleep.

The position of a dressing table reflecting the bed does not create any such negative effect by itself. In fact, it is the location of the mirror in an incompatible zone that causes the problem that too, related with that zone only. Mirror as an object represent the water element. It also serves as a medium for extension of space.

If you place a mirror in the South-East direction, it is like having water in the zone of fire. As water put out fire, it will cause negative effects in the SE zone. As it will also extend the SE zone, it causes accidents and injuries to the inhabitants.

A dressing table in the SSW zone, gives extension to the zone of disposal. So, it creates increased wastage and loss of fertility for the people sleeping in these bedrooms.

For relationship problems in the bedroom, the responsible zone is the SW zone of the home. If a mirror is placed in this zone then due to its extension effect problems arise. Symptoms of such problems are over-expectations in relationships are caused due to the extended SW zone. So it is not merely the reflection of bed in the dressing table mirror that causes problem.

बुधवार, 22 अगस्त 2018

vastu tips this is really work वास्तु के वे सुझाव जो बदल दे आपका जीवन


Any textile or ready-made garments showroom, the walls should be off-white or pink.
A high building in the South-West or South is good as it blocks all the negative solar rays coming from the direction.
The upper story of a building should be a little less in height than the lower one to avoid family disintegration.
No hole should be left in the back wall as it leads to thefts and ghost scares.


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साउथ-वेस्ट ख़राब हो तो बहुत केयरिंग और आज्ञाकारी औलाद भी रत्ती भर रेस्पेक्ट नहीं करती. जब देखो हर वक़्त काट खाने को दौड़ती रहती है..
21 को जन्मे अपने एकतरफा विचारों की वजह से अहंकारी समझे जाते हैं, जिसके कारण 13 और 17 को जन्मे लोगों से दुश्मनी खामखाँ पनपती है.
शनि द्वितीय भावस्थ हों तो व्यक्ति की माँ की सेहत कभी भी सुखद नहीं रहेगी. अपने जीवनकाल में 3 से ज्यादा मकान बदलेगा.
राहु पञ्चम भावस्थ या पन्च्मेश संग युति तो सर्पश्राप होता है. केतु पञ्चम भावस्थ या पन्च्मेश संग युति तो ब्रह्मश्राप होता है.
बैंक से फण्ड चाहिये ? बेडरूम नार्थ-वेस्ट को बनाओ, साउथ-ईस्ट में रेड बल्ब ऑन रखो और प्रवेशद्वार को वास्तु-सम्मत करवाओ. बस ये ३ काम.
बुद्ध वक्री से मार्गी हो रहे हैं सो लीगल पेपर वर्क, प्रॉपर्टी नेगोशिएशन, रजिस्ट्री, जॉब एप्लीकेशन और मतभेद सुलझाने का दौर आ गया है.
यदि पंचमेश या नवमेश, दोनों में से किसी का भी संबंध, दशमेश के साथ है, और फिर भी सुख-समृद्धि नहीं है, तो वास्तुपुरुष ही रुष्ट हैं.
अगर सूर्य अथवा राहु, शुक्र से 12th भाव में हैं, मैरिड लाइफ में फिर सुपर क्लेश है. ज़्यादातर मामलों में डाइवोर्स ही होता देखा गया है

रोहणी नक्षत्र वाले व्यक्ति को सफलता 38 के बाद मिलती है. उससे पहले का टाइम टफ होता है. ब्लाइंड फेथ करने की वजह से डाउनफॉल आते हैं..

बुधवार, 8 अगस्त 2018

Road Hit or T-Junction Property: Good or Bad a per Vastu



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T-point or T-Junction houses are those houses which are built at the end of a road. According to vastu shastra, such houses are called Marg Vedhit (मार्ग वेधित) / road-hit houses. In simple language, it could be said these houses are at T-Junction.

This is a general belief that T-Junction houses are not auspicious for living in and working in. this is also a reason why T-Junction houses are easily available for buyers. However, the truth, in that certain houses, located at T-points, are very lucky for some people---they help them in their growth and success.

For example, a T-Junction at the North zone, North-East zone or East zone proves highly profitable. In the rest 13 vastu zones, it is not beneficial and proves harmful. Due to residing in such houses, people could face severe losses throughout life.

In addition to this, there are other surprising facts about houses located at T-Points. For example, a house located at a South-East T-junction is highly fruitful for doctors. A building is particularly beneficial for business consultants if a road, from South-West direction hits a building which is located on the Western side of their building. Get proper analysis for your residential and working space.

गुरुवार, 2 अगस्त 2018

Facing Problem in Conceiving Baby ? जब गर्भ ठहरने में आ रही हो समस्या.....



माता-पिता बनना हर शादीशुदा व्यक्ति की ख्वाहिश होती है. शादी होने के कुछ समय बाद ही जोड़ा बच्चों के बारे में सोचने लगता है. परिवार वाले भी उनकी तरफ उम्मीद से देखते हैं. कब घर में नाती-पोता खेलेगा. कई बार कुछ शारीरिक परेशानी की वजह से गर्भ नहीं ठहर पाता. यह परेशानी पति -पत्नी किसी को भी हो सकती हैं. कई बार ऐसा होता है की पत्नी पूरी तरह से स्वस्थ होती है पर पति में कुछ परेशानी होती है. कई बार पत्नी में परेशानी होती हैं. समस्या जिसमें में उसको अपना इलाज जरुर करवाना चाहिए. क्योकि बच्चा किसी एक की नहीं दोनों की जरूरत है.
कई बार दोनों स्वस्थ्य होते हैं फिर भी गर्भ नहीं ठहर पाता. समस्या कहा है समझ नहीं आती. हो सकता है घर की वास्तु में कुछ समस्या हो. आज उन्ही समस्याओं को दूर करने के लिए उपाय बताने जा रहे हैं.


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Reason 1 Bedroom in East-South-East or Bedroom in South-South-West or Bedroom in West-North-West
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Reason 2 Kitchen in North-East
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Reason 3 Cut in North-East
What to do ? Space Enlightening Technique is required

Reason 4 Long Corridor in South-West
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