शनिवार, 29 जनवरी 2011

बुद्धि बढ़ाने कि कुछ आयुर्वेदिक औषधियाँ

1) जड़-पत्तों सहित ब्राह्मी को उखाडकर एवं जल से धोकर ओखली में कुटे और कपडे में छाल ले. तत्पश्चात उसके एक तोले रस में छह माशे गौ घृत डालकर पकावे और हल्दी, आँवला, कूट, निसोत, हरड, चार-चार तोले, पीपल, वायविडंग, सेंधा नमक, मिश्री और बच एक-एक तोले इन सबकी चटनी उसमे डालकर मंद आग पर पकावे. जब पानी सुख जाए और घृत शेष रहे, तो उसे छानकर, लेवे और प्रतिदिन प्रातः काल एक तोला घृत चाटे. इसके सेवन से वाणी शुद्ध होती है. सात दिन तक सेवन करने से अनेक शास्त्रों को धारण कराता है. १८ प्रकार के कोढ़, ६ प्रकार के बवासीर, २ प्रकार के गुल्मी, २० प्रकार के प्रमेह और खाँसी दूर होती है. बंध्या स्त्री और अल्प वीर्य वाले मनुष्टों के लिए यह सारस्वत घृत वर्ण, वायु और बल को बढाता है. –चक्रदत्त.

२) बच का एक माशा चूर्ण जल, दूध या घृत के साथ एक मास सेवन करने से मनुष्य पंडित और बुद्धिमान बन जाता है. –वृहन्नीघण्टु

३) बेल कि जड़ का छाल और शतावरी का क्वाथ प्रतिदिन दूध के साथ स्नान और हवन के पश्चात पीजिए. इससे आयु और बुद्धि कि वृद्धि होती है. –सुश्रुत

४) गिलोय, ओंगा, वायविडंग, शंखपुष्पी, ब्राह्मी, बच, सोंठ और शतावर इन सबको बराबर लेकर कूट-छानकर चूर्ण बनावे और प्रातःकाल चार माशे मिश्री के साथ चाटे, तो तीन हजार श्लोक कंठस्थ करने कि शक्ति हो जाती है.

सोमवार, 24 जनवरी 2011

फेस पैक व स्क्रब


कोई भी महंगा रेडीमेड फेस पैक लगाने के बजाय घर में कुछ अनोखे और खास फेस पैक व स्क्रब तैयार कीजिए। विवाह से 1 महीने पहले इनका प्रयोग करना शुरू करें, तो चेहरे को कांतिमय बनाने में मदद मिलेगी।
नायाब पैक व स्क्रब की रेसिपीज:-
1. तैलीय त्वचा के लिए पैक सामग्री : 2 बडे चम्मच मुलतानी मिट्टी,1 बडा चम्मच पोदीना पाउडर और 1/2 बडा चम्मच मेथीदाना पाउडर।
विघि : सारी सामग्री को गुलाबजल या ताजे गुलाब क पेस्ट में मिला कर चेहरे पर 10 मिनट तक लगा कर रखें। ठंडे पानी से चेहरा घो लें। यह बढिया एस्ट्रिजेंट का भी काम करता है और तैलीय त्वचा में कसावट लाता है। इस पैक को आप हफ्ते में 3 दिन लगा सकती है।
2. झुर्रीदार त्वचा के लिए पैक सामग्री : 2 बडे चम्मच मुलतानी मिट्टी, 1 बडा चम्मच मसूर दान पाउडर, 1 बडा चम्मच पोदीना पाउडर और 1 बडा चम्मच तुलसी पाउडर।
विघि : सारी सामग्री को मिला कर किसी एअरटाइट डिब्बे में रखें। जब भी इस्तेमाल करना हो, तो ताजे फलों के रस या गुनगुने दुघ के साथ मिला कर चेहरे और गर्दन पर लगाएं। इसे 15 मिनट तक लगा रहने दें और सोदे पानी से चेहरा घो लें। इस पैक को आप हफ्ते में 3 दिन लगा सकती हैं। लगातार 3 दिन के बजाय 1-2 दिन के अंतराल में इस पैक का इस्तेमाल करें।
3. मुंहासेयुक्त त्चचा के लिए पैक सामग्री : 1 बडा चम्मच चंदन पाउडर, 1 बडा चम्मच नीम पाउडर, 1 बडा चम्मच तुलसी पाउडर और 1 बडा चम्मच समुद्री झाग।
विघि : सारी सामग्री को अनार के रस या गुलाबजल के साथ मिला कर पेस्ट बनाएं। इसे चेहरे पर 15 मिनट तक लगाने के बाद ठंडे पानी से घो लें। हफ्ते में 2 बार इस पैक का इस्तेमाल किया जा सकता है।
4. शुष्क त्चचा के लिए पैक सामग्री : 2 बडे चम्मच मसूर दान पाउडर, 1 बडा चम्मच चिरौंजी पाउडर, 3 बडे चम्मच मिल्क पाउडर और चुटकी भर हल्दी पाउडर।
विघि : सारी सामग्री को थोडे से दुघ में मिला कर पेस्ट बनाएं। इस्रे चेहरे पर 10 मिनट तक लगा कर रखें। ठंडे पानी से घो लें। हफ्ते में इस 1-2 दिन के अंतराल मे 3 बार प्रयोग कर सकती हैं।
5. घुप से झुलसी त्वचा के लिए सामग्री : 2 बडे चम्मच ज्वार का आटा, 1 बडा चम्मच तुलसी पाउडर और 3 बडे चम्मच तरबूज के बीज का पाउडर।
विघि : जब भी जरूरत हो, तो थोडे से दही में सारी सामग्री मिलाएं और चेहरे, गरदन और बांहो पर इस पैक को 20 मिनट तक लगा कर रखें। ठंडे पानी से घो लें। ऎसा दिन में 2 बार करें।
6. आंखों के निचे काले घेरे सामग्री : 2 बडे चम्मच सूखे लाल गुलाब का पाउडर, 1 बडा चम्मच खीरे के बीज का पाउडर और 1/2 बडा चम्मच मसूर दाल पाउडर।
विघि : सारी सामग्री को चाय के ठंडे पानी के साथ मिला कर 10-15 मिनट तक आंखों के नीचे काले घेरों पर लगाएं और ठंडे पानी से घो लें। इसके बाद बादाम के तेल की हल्की माशिल करें।
7. स्पेशल पैक सामग्री : 1 बडा चम्मच खीरे के बीज का पाउडर, 1 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर, 1 बडा चम्मच पोदीना पाउडर, 1 बडा चम्मच तुसली पाउडर, 2 बडे चम्मच मसूर दान का पाउडर, 1/2 बडा चम्मच नीम पाउडर, 1 बडा चम्मच चंदन पाउडर और 1 छोटा चम्मच मुलतानी मिट्टी।
विघि : सारी सामग्री को मिला कर एअरटाइट डिब्बे में रखें। शुष्क त्वचा पर इसे दही के साथ मिला कर इस्तेमाल करें और त्वचा तैलीय हो, तो टमाटर या सेब के पल्प के साथ प्रयोग कर सकती है।
8. ब्लैडहेड रिमुविंग पैक सामग्री : 1 बडे चम्मच सूजी, 1/4 बडा चम्मच चीनी और 11/4 बडे चम्मच सूखे लाल गुलाब का पाउडर।
विघि : सारी सामग्री को मलाई में मिला कर 15 मिनट तक रखें। उंगलियों की सहायता से इस पेस्ट को चेहरे पर 15मिनट तक घीरे घीरे मलें। गुनगुने पानी से चेहरा घो लें। हफ्ते में 1 बार प्रयोग करें।
9. खस स्क्रब सामग्री :3 बडे चम्मच चावल का पाउडर, 1 बडा चम्मच खसखस का पाउडर और 1 बडा चम्मच मौसमी फल का पल्प।
विघि : सारी सामग्री को मिला कर चेहरे पर 10 मिनट तक उंगलियों की सहायता से स्क्रबिंग करें। ठंडे पानी से चेहरा घें। हफ्ते में 1 बार इस स्क्रब का प्रयोग करें। स्क्रबिग के बाद के मुताबिक पैक लगाएं। मुंहासे हो, तो इस स्क्रब का प्रयोग ना करें।
10. चोकर स्क्रब सामग्री : 1 बडा चम्मच चोकर, 1 बडा चम्मच चना दाल पाउडर, 1 बडा चम्मच उडद दाल का पाउडर, 1/2 बडा चम्मच मैदा, 1/2 बडा चम्मच चंदन पाउडर, 1/2 बडा चम्मच तुलसी पाउडर और 1/2 बडा चम्मच गि्लसरीन।
विघि : सारी सामग्री को दही के साथ मिला कर पेस्ट बनाएं। चेहरे पर इस पेस्ट से 10 मिनट तक स्क्रबिंग करें। ठंडे पानी से चेहरा घो लें। सामान्य त्वचावाली युवतियां इस स्क्रब का इस्तेमाल कर सकती है। हफ्ते में 1 बार इस स्क्रब का इस्तेमाल करें।
11. नीम -तुलसी बॉडी स्क्रब सामग्री : 2 बडे चम्मच सूखे नीम के फलों का पाउडर, 1 बडा चम्मच तुलसी के पत्तों का पाउडर पेस्ट, 3 बडे चम्मच जौ आटा, चुटकी भर हल्दी पाउडर व नमक और 2 बडे चम्मच दही और 1 छोटा चम्मच दुघ।
विघि : सारी सामग्री को मिला कर 5 मिनट तक रखे। नहाने से पहले इसे बदन पर लगाएं और 5 मिनट तक लगा रहने दें। पांच मिनट तक घीरे-घीरे स्क्रबिंग करें और नहा कर बॉडी लोशन लगाएं।
12. फू्रट स्क्रब सामग्री : 1 बडा चम्मच सूखे संतरे के छिलकों का पाउडर, 1 बडा चम्मच नीबू के सूखे छिलकों का पाउडर, 1 छोटा चम्मच चंदन पाउडर, 1 छोटा चम्मच जोै का आटा, 1 बडा चम्मच गेहुं का आटा, 1/2 कप कच्चाा दुघ और कुछ बूंदे नीबू का रस।
विघि : सारी सामग्री को दुघ में मिला कर 10 मिनट तक रखे। नहाने से पहले इस बदन पर 10 मिनट तक स्क्रब करने के बाद कुछ बूंदे नीबू का रस मिले पानी से नहा लें।
13. चंदन स्क्रब सामग्री : 2 बडे चम्मच सफेद चंदन पाउडर, 1 छोटा चम्मच लाल चंदन पाउडर, चुटकी भर हल्दी पाउडर, कपूर पाउडर, 2 बडे चम्मच मिल्क पाउडर, 4 बडे चम्मच गाढा दही, 1 छोटा चम्मच सूजी, 2 बडे चम्मच खसखस दरदरी पिसी हुई और कुछ बूंदे गुलाबजल ।
विघि : सारी सामग्री को मिला कर 2 मिनट तक रखें । बदन पर 10 मिनट तक लगा कर रखें। हल्के हाथों से स्क्रब को मलें और ठंडे पानी से थोडा सा गुलाबजल डालकर नहाएं।
14. ऑरेज स्क्रब सामग्री : 2 बडे चम्मच संतरे का जूस, 1 बडे चम्मच सूख संतरे का पाउडर, 1 बडा चम्मच शहद 1-1 बडा चम्मच गुलाबजल व कच्चा दुघ और 1 ताजा संतरे का छिलका।
विघि : ताजे संतरे के छिलकों को पानी में उबालें। पानी ठंडा हो जाए, तो छिलकों को मिला लें और 15 मिनट तक बदन पर स्क्रबिंग करें। नहाने के पानी में संतरे के छिलकेवाले पानी को मिला कर नहाएं।
15. स्ट्रॉबेरी स्क्रब सामग्री: 3 बडी चम्मच स्ट्रॉबेरी, 1 बडे टमाटर का पल्प, 3 बडे चम्मच जौ का आटा, 3 बडे चम्मच बादाम का पाउडर, 2 बडे चम्मच दही और 1 छोटा चम्मच शहद।
विघि : टमाटर और स्ट्रॉबेरी अच्छी तरह से मिला लें। बादाम का पाउडर, शहद, दही और जौ का पाउडर डाल कर रखें और 5 मिनट तक स्क्रब कर ठंडे पानी से नहा लें। नहाने के पानी में चंदन के तेल की कुछ बूंदे डाल सकती है।

ब्यूटी टिप्स

1. तेज गंघवाले शैंपू का इस्तेमाल करने के बजाय अपने हेअर ब्रश के दांतो का परफ्यूम छिडकें और इससे कंघी करें। सारे दिन आपके बालों से गजब की महक आएगी। तेज गंघवाले शैंपू बालों को हानि पहुँचाते है। बाल भी सलामत रहेंगे और दिनभर आपको मनपसंद खुशबू भी मिलती रहेगी।
2. एडियों पर नियमित पेट्रोलियम जैली लगाने के बाद 20 मिनट तक सूती मोजे पहन कर रखें। आपकी एडियां कभी नहीं फटेंगी।
3. गहरे रंग की लिपस्टिक सादी रूई से पोंछने के बाद भी नहीं निकलती। रूई की बजाय टिशू पेपर का पेकअप रिमूवर में डुबों कर इस्तेमाल करें।
4. रात को सोते समय भवों पर भी आईस्क्रीम लगाएं। भवों में खुश्की नहीं होगी और वे मुलायम रहेंगी।
5. अगर लगता है कि हेअर स्ट्रीकिंगवाले में चमक नहीं आ रही हो, लूफा पर थोडा सा बेकिग सोडा छिडके और स्ट्रीकिंगवाले बालों पर इसे थोडा सा स्क्रब करें। हेअर स्ट्रीकिंग चमक उठेंगे।
6. बालों को ब्लो ड्राई का फाइनल टच देते वक्त हेअर ब्रश क दांतो पर हेअर स्प्रे करें। फिर बालों की जडो से 1 मिनट के लिए ब्रश करें। इससे बालों पर हेअर स्पे्र की मोटी परत नहीं चढेगी, लेकिन बालों का वॉल्यूम और चमक देखते ही बनेगी।
7. बॉडी लोशन लगाने के बाद भी हाथ-पैरों पर चमक नहीं आती हो, तो बॉडी लोशन में थोडा सा बेबी ऑइल डालकर इस्तेताल करें।
8. बाल काफी तैलीय हों, तो इसके लिए मोटे मेकअप ब्रश को लूज पाडडर में डिप करें और बालों की जडो पर लगाएं। यह बालों से अतिरिक्त तेल सोख लेगा। कंघी के दांतो में रूई फंसा कर बालों में ब्रश करें। बाल महक उठेंगे। पहले की तुलना में साफ और तेल रहित दिखायी देंगे।
9. अपने क्यूटिकल को मजबूत, मुलायम और स्वस्थ्य बनाने के लिए एप्रिकॉट ऑइल (आड का तेल) का प्रयोग करें। यह किसी फूड स्टोर में मिल सकता है।
10. बिना मेकअप के भी बरौनियों के आकर्षक बनाया जा सकता है। उंगनियों पर हल्का बादाम या जैतून का तेल मल कर बरौनियों पर लगाएं। यह किसी नेचुरल मस्कारा से कम नहीं।
11. बच्चों की क्रीम से फटी व रूखी कोहनियां व पैर मुलायम बनाए जा सकते हैं।
12. घुलाई का साबुन अगर अलमारी में रख दिया जाएं, तो पूरी अलमारी उसी से महक जाती है। अपने अंडरगारमेंट रखने की जगह पर तेज महकवाले बाथिंग सोप बिना रेपर खोले रख कर देखिए। यकीनन आप फे्रश महसूस करेगी।
13. टूथब्रश पर थोडा सा हेअर स्पे्र कर अपनी भवों पर इससे कंघी करें। भवों पर चमक दिखायी देगी और वे सजी-संवरी भी रहेंगी।
14. मुंहासे बहुत परेशान कर रहे हैं, तो प्रभावित स्थान पर थोडा बिना जैलवाला टूथपेस्ट 15 मिनट तक लगा कर रखिएं और फिर ठंडे पानी से वह स्थान घो डालिए। फर्क महसूस करेगी।
15. आई लाइनर पेसिंल की टिप अगर शार्प हो, तो पलकों पर लाइनर बढिया लगता है। इसके लिए आप आई लाइनर पेंसिल प्रयोग करेने से पहले कुछ देर उसे फ्रीजर में रख दें।
16. ठंड के मौसम में कई बार हाथ-पैरों की उंगलियों पर कोल्ड सोर (ठंड से घाव) हो जाते है। माँइशराइजर में डुबो कर प्रभावित स्थान पर लगाएं। इससे घाव नहीं होगा।
17. अगर आपकी बरौनियां सीघी है, लेकिन आप कर्ल लुक चाहती है, तो आई लैश कर्लर को कुछ सेकेंड के लिए हेअर ड्रायर से गरम कर बरौनियां आसानी से कर्ल हो जाएंगी। उसके बाद वॉटरप्रूफ मस्कारा का इस्तेमाल करें।
18. अगर आप अपनी टांगों को शेव करती है, तो शेविंग क्रीम के साथ थोडे हेअर कंडीशनर का प्रयोग करें।
19. बॉडी सॉफ्टर लोशन ना हो, तो एवोकैडो फल को किसी बरतन में कदूकस कर लें। इसे अपने बदन में 20 मिनट तक मलें और शावर बाथ लें। एवोकैडो प्राकृतिक मॉइpराइजर है।
20. प्रदूषण से प्रभावित बालों में नयी जान डालने के लिए 1 कप पानी मे 3 बडे चम्मच सफेद सिरका मिलाएं और बालों में लगा कर 15 मिनट तक छोड दें। शैंपू से बाल घो लें।
21. स्लीवलेस ब्लाउज पहनने से पहले नहाते समय बांहों और बगलों पर फेस स्क्रबर का इस्तेमाल करें। इससे बांहे और बगलें पहले की तुलना में साफ और मुलायम दिखायी देंगी।
22. रात को पार्टी से लौटने बाद ब्रश करने का समय ना हो, तो माउथवॉश से कुल्ला करने के बाद बिना पेस्ट लगाए टूथपेश से दांत और मसूडों पर ब्रश करें। आप फ्रेश महसूस करेंगी।
23. थकी और निस्तेज त्वचा की आभा लौटाने के लिए अंडेके सफेदी में बिना कुछ मिलाए त्वचा पर 10 मिनट तक लगा कर रखें और ठंडे पानी से चेहरा घो लें।
24. शादी समारोह मे जा रही हों, तो खुले अंगों पर भी हल्का मेकअप करें। इसके लिए हैंड एंड बॉडी लोशन में थोडा सा बॉडी ब्रोंजर मिला कर लगाएं।
25. फटाफट फ्रेश महसूस करने के लिए ज्यादा पसीना आनेवाले स्थान पर बेबी पाउडर लगाएं।
26. पलकों पर आई लाइनर देर तक टिके रहें, इसके लिए पलकों पर प्राइमर का एक कोट लगाएं मैट बेस आई मेकअप का भी प्रयोग आई लाइनर या आई पेंसिल को पलकों पर देर तक टिकाए रखने में मदद करता है।
27. बहुत देर तक सांसे महकती रहे, इसके लिए हाइड्रोजन पैराक्साइड टूथपेस्ट का प्रयोग करें। यह मुंह के अंदर बदबू पैदा करने वाले बैक्टीरिया को खत्म करता है।
28. हेअर डाई करती हो, तो बार- बार शैंपू करने से बचें। डाई में मौजूद अमोनिया बालों को रूखा और हेअर क्यूटिकल्स को हानि पहुंचाता है। डाई के बाद बार-बार शैंपू करने से बालौं की जडों का रहा-सहा नेचुरल ऑईल खत्म हो जाता है। हफ्ते में एक बार कंडीशनर युक्त शेपू का प्रयोग करें।
29. कई बार बहुत पसीना आने की शिकायत होने पर डियोडरेंट भी प्रभावी नहीं होता। तनाव और गरमी के अलावा हाइपहाइड्रोसिस भी पसीने की वजह हो सकती है। इसके लिए अल्यूमीनियम युक्त एंटीपर्सपिरेंट का इस्तेमाल किया जा सकता है।
30. नेचुरल मेकअप के लिए फाउंडेशन लगाने के बाद उसे 2 मिनट तक त्वचा पर सोखने दें। उसके बाद पाउडर लगाएं। इससे फाउंडेशन के चकत्ते नहीं दिखेंगे।
 

बुधवार, 19 जनवरी 2011

डायबिटीज(मधुमेह) पर विजय के कुदरती नुस्खे

मधुमेह रोग में खून में शर्करा स्तर बढ जाता है भारत में शुगर रोगियों की संख्या में बडी तेजी से  वृद्धि देखने में आ रही है।इस रोग का कारण प्रमुख रूप से इन्सूलिन हार्मोन की की गड्बडी को माना जाता है।तनाव और अनियंत्रित जीवन शैली से इस रोग को बढावा मिलता है।इस लेख में मैं कुछ घरेलू सरल नुस्खे प्रस्तुत कर रहा हूं जो इस रोग को पूरी तरह नियन्त्रित करने मे कारगर साबित हुए हैं।
१॥आंवला और हल्दी का चूर्ण बराबर मात्रा में मिलाकर सुबह-शाम ५ ग्राम की मात्रा में पानी के साथ लें। बढे हुए रोग में भी अच्छे परिणाम मिलते हैं।

 २॥मैथी के बीज ५ ग्राम रात भर पानी में भिगो दें ,फ़िर मिक्सर में चलाकर छानकर पियें। अवश्य लाभ होगा।

३॥करेला का ५० ग्राम रस नित्य पीना अति गुणकारी माना गया है।

४॥दाल चीनी४० ग्राम एक लिटर पानी में रात भर भिगो दें , फ़िर मिक्सर में चलाकर छानकर दिन में पियें। यह नुस्खा शुगर कम करने की महौषधि है। जरूर आजमाएं।

 ५॥जमुन के ताजा ५ पत्ते पानी में पीसकर छानकर सुबह-शाम पीने से मधुमेह में बेहद फ़ायदा होता है।

६॥तुलसी,नीम और बेल के सूखे पत्ते बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बनालें और शीशी में भर लें  यह चूर्ण ५ ग्राम की मात्रा में सुबह-शाम पानी के साथ लेने से अधिकांश रोगियों को लाभ मिलता है।

 ७॥ अंगूर  का रस और पके टमाटर का रस नियमित लेने से मधुमेह में लाभ होताहै।

८॥सोयाबीन,जौ और चने के मिश्रित आटे की रोटी खावें,इससे शुगर का स्तर कम करने में काफ़ी मदद मिलती है।

९॥मांस और वसायुक्त भोजन हानिकारक है।

१०॥प्रतिदिन २४ घन्टे में ३-४ लिटर पानी पीने की आदत डालें।

११॥हरी सब्जीयां,फ़ल और रेशे वाली चीजें भोजन में प्रचुर मात्रा में लें। शकर, मीठे फ़ल से परहेज करें।

१२॥अपनी आयु के हिसाब से २ से ४ किलोमिटर नित्य घूमना जरूरी है।

    उपरोक्त जीवन चर्या अपनाकर आप मधुमेह से होने वाले हानिकारक प्रभावों से बच सकते हैं। जिन मधुमेह  रोगियों को नित्य इन्सुलिन के इन्जेक्शन लग रहे है उनके लिये हर्बल चिकित्सा उपादेय होती है। मार्ग दर्शन हेतु नि:संकोच संपर्क करें।

पित्त-पथरी? बिना आपरेशन सफ़ल चिकित्सा

 १) गाजर और ककडी का रस प्रत्येक १०० मिलिलिटर की मात्रा में मिलाकर दिन में दो बार पीयें। अत्यन्त लाभ दायक उपाय है।

 २)  नींबू  का रस ५० मिलिलिटर की मात्रा में सुबह खाली पेट पीयें। यह उपाय एक सप्ताह तक जारी रखना उचित है।

३)  सूरजमुखी या ओलिव आईल ३० मिलि खाली पेट पीयें।इसके तत्काल बाद में १२० मिलि अन्गूर का रस या निम्बू का रस पीयें। यह विधान कुछ हफ़्तों तक जारी रखने पर अच्छे परिणाम मिलते हैं।
 
 ४)  नाशपती का फ़ल खूब खाएं। इसमें पाये जाने वाले रसायनिक तत्व से पित्ताषय के रोग दूर होते हैं।

  ५)  विटामिन सी याने एस्कोर्बिक एसिड के प्रयोग से शरीर का इम्युन सिस्टम मजबूत बनता है।यह कोलेस्ट्रोल को पित्त में बदल देता है। ३-४ गोली नित्य लें।

 ६)  पित्त पथरी रोगी भोजन में प्रचुर मात्रा में हरी सब्जीयां और फ़ल शामिल करें। ये कोलेस्ट्रोल रहित पदार्थ है।

 ७)  तली-गली,मसालेदार चीजों का परहेज जरुरी है।

 ८)  शराब,चाय,काफ़ी एवं शकरयुक्त पेय हानिकारक है।

९)  एक बार में ज्यादा भोजन न करें। ज्यादा भोजन से अधिक मात्रा में कोलेस्ट्रोल निर्माण होगा जो हनिकारक है।

१०) गाल ब्लाडर की बडी पथरियां हर्बल इलाज से नष्ट हो जाती हैं।

हार्ट अटैक के बाद जीवन शैली और घरेलू उपचार.

हार्ट अटैक के बाद की जीवन शैली और घरेलू उपचार
    एक बार हार्ट अटैक झेल चुके हृदय के मरीजों को अत्यन्त सावधानी के साथ अपनी जीवन शैली में ऐसे बदलाव अपनाने चाहिये जिससे दूसरी बार अटैक से बचे रहें। मैं ऐसे रोगियों के लिये परामर्ष के तौर पर कुछ लाभदायक बातें और निर्देश यहां प्रस्तुत कर रहा हूं। अपने चिकित्सक के परामर्श से अमल में लाकर लाभ उठावें।
१) हार्ट अटैक के बाद रोगी २-३ सप्ताह पूर्ण विश्राम करें।
२)  विश्राम अवधि के बाद धीरे-धीरे चलने का अभ्यास  करें। हां ,ज्यादा थकावट मेहसूस नहीं होनी चाहिय। शारीरिक सक्रियता लगातार बढाते जाएं। तकलीफ़ मालुम ना  हो तो तेज चलने का उपक्रम भी करते रहें।
३)  मन में निराशा,चिंता,टेंशन बिल्कुल न आने दें। प्रसन्न रहना हार्ट रोगियों के लिये टानिक का काम करता है। अटैक पडने के एक दो माह बाद तबीयत  ठीक हो  तो सेक्स करने मे भी  कोइ अडचन नही है।
४)  अपने ब्लड प्रेशर की नियमित जांच करवाते रहना चाहिये। खून में कोलेस्ट्रोल के लेविल की जांच भी नियमित अंतराल पर करवाते रहें।
५)  हार्ट  के मरीजों के भोजन में हरी सब्जीयां और फ़लों की अधिकता जरूरी है। अंकुरित किये हुए मैथी बीज सोयाबीन बीज मूंग,अलसी बीज खाने की आदत डालना आवश्यक है।
६)  आंवला विटामिन सी का उत्तम स्रोत है। यह हृदय के लिये अमृत समान फ़ल है।  नित्य १० मिलि. आंवला रस पीना लाभदायक है।
७)  अदरक का हार्ट पर उत्तम प्रभाव देखा गया है।  इससे कोलेस्त्रोल का लेविल घटता है। और अदरक के प्रभाव से खून में  थक्का भी नहीं जमता है।
८)   नींबू  के नियमित सेवन से खून की नलियों मे कोलेस्ट्रोल नहीं जम पाता है। एक नींबू का रस मामूली गरम जल में रोजाना लेते रहें।
९)  आयुर्वेदिक चिकित्सक हृदय रोगियों में अर्जुनारिषट का बहुतायत से प्रयोग करते हैं ।
इससे परिसंचरण तन्त्र मजबूत होता है। हार्ट की सुरक्छा के लिये यह औषधि प्रसिद्ध हो चुकी है।
१०)  शहद १५ ग्राम एक नींबू के रस में मिलाकर लेने से हृदय की ताकत में इजाफ़ा होता है।
११)  ताजा अनुसंधान में पता चला है कि लहसुन की ४ कली चाकू से बारीक काटकर १०० ग्राम दूध में उबालकर लेने से  खून  में थक्का नहीं जमता है और कोलेस्ट्रोल का लेविल भी कम हो जाता है।
     हार्ट के मरीज ऊपर बताये गये उपाय अपनाकर अपने हृदय को सुरक्छित रखते हुए दूसरे हार्ट अटैक से  बचे रहेंगे और उनका इम्युन सिस्टम भी शक्तिशाली बन जाएगा।

माईग्रेन(आधाशीशी) रोग का सरल उपचार

१)  बादाम १०-१२ नग प्रतिदिन खाएं। यह माईग्रेन का बढिया उपचार है।
२)  बन्ड गोभी को कुचलकर एक सूती कपडे में बिछाकर  मस्तक (ललात) पर बांधें। रात को सोते वक्त या दिन में भी सुविधानुसार कर सकते हैं। जब गोभी का पेस्ट सूखने लगे तो नया पेस्ट बनाककर पट्टी बांधें। मेरे अनुभव में यह माईग्रेन का सफ़ल उपाय हैं।
३)  अंगूर का रस २०० मिलि सुबह -शाम पीयें। बेहद कारगर नुस्खा है।
४)  नींबू के छिलके  कूट कर पेस्ट बनालें।  इसे ललाट पर बांधें । जरूर फ़ायदा होगा।
५)  गाजर का रस और पालक का रस दोनों करीब ३०० मिलि  पीयें आधाशीशी में गुणकारी है।
६) गरम जलेबी २०० ग्राम नित्य सुबह खाने से भी कुछ रोगियों को लाभ हुआ है।
७)   आधा चम्मच सरसों के बीज का पावडर ३ चम्मच पानीमें घोलक्रर नाक में रखें । माईग्रेन का सिरदर्द कम हो जाता है।
७) सिर को कपडे से मजबूती से बांधें। इससे खोपडी में रक्त का प्रवाह कम होकर सिरदर्द से राहत मिल जाती है।
८) माईग्रेन रोगी देर से पचने वाला और मसालेदार भोजन न करें।
९) विटामिन बी काम्प्लेक्स का एक घटक नियासीन है। यह विटामिन आधाशीशी रोग में उपकारी है। १०० मिलि ग्राम की मात्रा में रोज लेते रहें।
१०) तनाव मुक्त जीवन शैली अपनाएं।
 ११) हरी सब्जियों और फ़लों को अपने भोजन में प्रचुरता से शामिल करें।

Featured post

इस फ़ार्मूले के हिसाब से पता कर सकती हैं अपनी शुभ दिशाऐं

महिलाएँ ...इस फ़ार्मूले के हिसाब से पता कर सकती हैं अपनी शुभ दिशाऐं।   तो ये है इस फ़ार्मूले का राज... 👇 जन्म वर्ष के केवल आख़री दो अंकों क...