नजूमी जी की कलम से -
पीले मीठे चावल चावल में घी चीनी तथा हल्दी या फिर केसर द्वारा बने हुए पीले मीठे चावल जिसे जिसे हम मालवा पंजाबी में जर्दा भी कहते हैं या चने की दाल तथा चावल मिलाकर जो खिचड़ी बनाई जाती है मीठे के रूप में या नमकीन के रूप में दोनों रूप में किसी भी रूप में बनाकर इस देव श्री हरि को भोग रूप समर्पित करके पूरे परिवार में ग्रहण करना गुरु पुष्य नक्षत्र पर अत्यंत सुखदाई है
श्री हरि के लिए भोग को समर्पित किए हुए निकले हुए भोजन को गौ ग्रास के रूप में या किसी भी प्राकृतिक जीव या जल में रहने वाले जीवों को श्री हरि के मत्स्य स्वरूप स्मरण करते हुए जल प्रवाहित करना भी सर्वोत्तम है तथा बाकी भोजन स्वापरिवार ग्रहण कर लेना चाहिए।
यूनिवर्सल उपाय है ग्रह नक्षत्र अनुसार ही है परंतु ग्रह नक्षत्र से कुछ परे है.
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