मंगलवार, 19 अप्रैल 2011

गैस, कब्ज और मुंह के छाले, अब नहीं होंगे

पेट की किसी न किसी समस्या से आज हर कोई पीडि़त है। शायद इसीलिये यह कहा जाने लगा है कि पेट में हर बीमारी की जड़े छुपी होती हैं। इतना ही नहीं रोग का समाधान भी अगर खोजना हो तो अंत में पेट की शरण में ही जाना पडता है। मस्तिष्क अगर जीवन का केन्द है, तो पेट भी स्वास्थ्य का केन्द्र ही है।

अनियमित खानपान और अनिश्चित दिनचर्या के कारण पेट की कोई न कोई समस्या होना आज आम बात हो गई है। पेट में गैस का बनना, कब्जियत रहना और मुंह के छाले होना कहीं न कहीं आपस में जुड़ी हुई समस्याएं हैं। पेट में गैस बनने की छोटी सी समस्या कई बार जानलेवा भी हो सकती है। तो चलिये कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक नुस्खों से पेट की इन तीनों समस्याओं से छुटकारा पाएं हमेशा के लिये....

- पके हुए बेल फल का उचित रीति से सेवन करें।

- हिंगास्टक चूर्ण, जो कि बाजार में बना बनाया मिलता है, खाने के बाद उचित मात्रा में सेवन करें।

- भोजन में हरी शब्जियों और सलाद का सेवन अवश्य करें। चाय, मिर्च-मसाले, पचने में भारी चीजों से बचें।

- भोजन करने के बाद वज्रासन में बैठें। रात्रि में बाईं करवट से ही सोएं।

- प्रतिदिन सुबह 2 से 3 कि. मी. मार्निग वॉक करें

डाक्टर और दवा से गर पाना हो निजात तो करें ये 5 काम ! !

बच्चों की फीस, टेलीफोन-बिजली का बिल, दूध वाले का हिसाब....महीने के इन सब खर्चो के साथ ही अब एक नया खर्चा और जुड़ता जा रहा है। समस्या यह है कि यह खर्चा दिनों-दिन बढ़ता ही जा रहा है। किसी सुविधा या साधन के बदले में कुछ खर्च करना पड़े तो फिर भी समझ में आता है, मगर तकलीफ और परेशानी के उठाने के साथ में धन भी खर्च करना पड़े तो अफसोस तथा दु:ख होना स्वाभाविक है।

प्रदूषित हवा, पानी और भोजन के साथ जीवन बिताने की मजबूरी के चलते आज शायद ही ऐसा कोई बचा हो जो बगैर किसी दवा-दारू या डॉक्टरी सलाह के पूरी तरह से फिट हो।

लेकिन कुछ उपायों को अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल करके इंसान अपनी रोग-प्रतिरोधक क्षमता को इस सीमा तक बढ़ा सकता है कि उस पर किसी बीमारी का असर हो ही नहीं। तो आइये जानते हैं उन उपायों को-

- त्रिफला जो कि आंवला, हरड़ और बहेड़ा का संयुक्त रूप होता है, इसे प्रतिदिन सोते समय गुनगुने पानी के साथ सेवन

करें। यह एक दिव्य रसायन है जिससे आपके रोग-प्रतिरोधक क्षमता बेहद स्ट्रांग हो जाती है।

- प्रतिदिन 5 तुलसी के पत्ते तथा दो-चार नीम की नई कोंपले खाली पेट खाने से शरीर में रोगों से लडऩे की क्षमता काफी

बढ़ जाती है।

- अंकुरित अन्न और सलाद का नियमित सेवन करें।

- सुबह की ताजी हवा में दो-चार किलोमीटर का मार्निग वॉक करें।

- चुनिंदा आसन और प्राणायाम को अपनी नियमित दिनचर्या में शामिल करें

आंखों के सामने अंधेरा क्यों? पाना हो छुटकारा तो करें.

आंखों के आगे अंधेरा होना, चक्कर आना, बाहरी दृश्य हिलते हुए, घूमते हुए या उल्टे सीधे नजर आना.....इसी तरह की जाने कि तनी ही समस्याएं हैं जिनका सीधा संबंध हमारी आंखों से होता है। एकाएक खड़े होने, झुकने या तेजी से घूम जाने पर अचानक आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है। प्रकाश होते हुए भी अंधेरा लगना या चक्कर आने के कई शारीरिक और मानसिक कारण होते हैं।



शरीर का किसी बिमारी से ग्रसित होना, कमजोरी और थकावट होना, क्षमता से अधिक शरीर से काम लेना, नींद का पूरा न होना, आंखों के लिये आवश्यक प्राटीन्स औ विटामिन्स की कमी हो जाना आदि प्रमुख कारण हैं जिनके कारण यह समस्या पैदा होती है। नीचे दिये जा रहे कुछ कारगर उपायों को करने से इस रोग में तत्काल लाभ होता है-

-हरी पत्तेदार शब्जियों और सलाद का सेवन करें।

-प्रतिदिन 1 गिलास दूध में एक चम्मच घी डाल कर पीएं।

-रात को पानी में गलाकर रखी हुई दो बदाम सुबह खूब चबा-चबाकर खाएं।

-अंकुरित अन्न का प्रतिदिन नाश्ता करें।

-जितना संभव हो जल्दी सोएं और जल्दी उठें।


ऐसे बनें सुन्दर, गहरी और सम्मोहक आंखों के धनी! !

आखिर क्यों होता है किसी की आंखों में आकर्षण और सम्मोहन? क्या किन्हीं उपायों से ऐसा कर पाना संभव है? हर कोई चाहता है कि सभी उसे पंसद करें, उसकी तरफ ध्यान दें। लेकिन चाहना अलग बात है और हकीकत में वैसा ही हो पाना बड़ा दुर्लभ होता है। अच्छा और सम्पूर्ण व्यक्तित्व पाकर सभी के आकर्षण का केन्द्र बनना कौन नहीं चाहेगा। ऐसे कई कारण हैं जो इंसान के व्यक्तित्व को सबसे ज्यादा प्रभावित करते हैं। आंखें और चेहरा दोनों ही व्यक्तित्व के सर्वाधिक संवेदनशील केन्द्र होते हैं। सामान्य कद-काठी वाले व्यक्ति में भी कई बार गजब का आकर्षण होता है। यह अद्भुत आकर्षण उनमें उनकी खास आखों के कारण ही होता है।



नीचे दिये जा रहे इन आयुर्वेदिक और यौगिक उपायों को अपनाकर कोई भी अपनी आंखों में एक अनोखी चमक और प्रभाव पैदा कर सकता है-

- किसी योग विशेषज्ञ से सीखकर या मार्गदर्शन में प्रतिदिन रात्रि के प्रथम और अंतिम पहर में 25 से 30 मिनिट तक बिन्दु

त्राटक या दीप त्राटक का अभ्यास करें।

- किसी मार्गदर्शक के सहयोग से शीर्षासन या सर्वांगासन का नियमित अभ्यास करें।

- ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं, दिन में कई बार आंखों पर ठंडे पानी के छींटे मारें।

- शुद्ध और प्राकृतिक आहार-विहार करें। बाजारू खाने से यथा संभव बचें

सोमवार, 18 अप्रैल 2011

करवटें बदलना छोड़ें, इन उपायों से मिलेगी गहरी नींद!

दुनिया में भी बड़ा अजीब विरोधाभास देखने को मिलता है। किसी को भूख नहीं लगती तो कोई ज्यादा भूख लगने से परेशान है। ऐसे भी उदाहरण हैं कि लोगों को काम के समय में ही नींद आने लगती है। नींद के झोके व्यक्ति को काम करने के काबिल नहीं छोड़ते।



लेकिन यह तो विपरीत स्थिति की बात है, यह तो फिर भी उतनी चिंताजनक बात नहीं है। पर बदलते माहोल और लाइफ स्टाइल में ठीक इसका उल्टा हो रहा है। मतलब यह कि आज अधिक नींद आने की समस्या कोई समस्या नहीं मानी जाती। जबकि अनिद्रा यानी नींद न आने की बीमारी आज गंभीर महामारी का रूप ले चुकीहै। नींद की गोलियां लेकर सोने वालों की संख्या दिनों-दिन बढती ही जा रही है।



किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि इस बेहद गंभीर समस्या का स्थाई हल इतना आसान भी हो सकता है। यहां कुछ ऐसे ही सरल नुश्खे दिये जा रहे हैं, जो निश्चित रूप से अनिद्रा का रामबाण उपाय हैं-



- सोने से 3 घंटे पहले ही भोजन कर लें।



- भोजन के बाद एवं सोने से 1 घंटे पहले एक गिलास दूध में एक चम्मच शहद डालकर पीएं।



- सोने से पहले एक बाल्टी में गुन-गुना पानी लेकर , जिसमें दो चम्मच नमक डला हो उसमें 10 से 15 मिनिट



तक पैर डुबो कर रखें। इससे दिनभर की सारी निगेटिव एनर्जी पानी में डिस्ट्राय हो जाएगी।



- सुबह सूर्योदय के समय हर हाल में बिस्तर छोड़ दे, तथा दो-तीन किलोमीटर मोर्निंग वॉक पर निकल जाएं।

मोटापे का अंत चाहें तो पीएं एक गिलास रोज .......

कितने ही लोगों को धन, बल, ज्ञान आदि सभी क्षेत्रों में सक्षम होने पर भी किसी न किसी शारीरिक कमी के कारण मन मसोसकर रह जाना पड़ता है। दुबलापन भी एक ऐसी ही शारीरिक कमी है जिसके कारण व्यक्ति को सब कुछ होते हुए भी शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है।

असंभव को संभव करने के सारे तरीके खोजते-खोजते अंत में मनुष्य को अपनी बड़ी से बड़ी समस्या का हल मिल ही जाता है। आश्चर्यजनक रूप से मोटापे का इलाज एक गिलास छाछ में पाया गया है। आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा और योग के सम्मिलित प्रयासों से मोटापे की समस्या का 100-प्रतिशत कारगर उपाय खोज निकाला गया है। ये बेहद सरल उपाय ये हैं-



-प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक गिलास घर पर बनी शुद्ध छाछ पीएं, स्वाद के अनुसार थोड़ा सा काला नमक व हींग-जीरा भी मिलाया जा सकता है।

-प्रतिदिन सोते समय गुनगुने पानी से एक से दो चम्मच त्रिफला चूर्ण का सेवन करें।

-किसी जानकार के मार्गदर्शन में प्रतिदिन सुबह खुले प्राकृतिक स्थान पर जाकर आसन और प्राणायाम का अभ्यास करें

छोटे कद से परेशान हैं तो अपनाएं ये नुस्खे...

धन की कमी हो तो समझो बात अपने हाथ में ही है। धन-सम्पत्ति को कड़ी मेहनत करके किसी न किसी तरह से हांसिल किया जा सकता है लेकिन कुछ कमियां ऐसी होती हैं, जिन्हें दूर करना इंसान के लिये लगभग असंभव या कहें कि बेहद चुनौतीपूर्ण होता है।

किसी प्रकार की कोई शारीरिक अपंगता या कमी होना इंसान को जीवन भर कुरेदता और कचोटता रहता है।



लेकिन सभी शारीरिक कमियों को असाध्य मान लेना या दुर्भाग्य मानकर हार मान लेना भी कोई समझदारी नहीं कही जा सकती। साहस और जीवट के धनी लोग तो हर मुश्किल और कमी को दूर करने के लिये आखरी सांस तक कोशिश करते हैं।

ऐसी ही एक कमी है हाइट कम होना यानी शरीर का कद कम रह जाना।



शरीर विज्ञान में हाइट की पीछे आनुवांशिक कारणों को जिम्मेदार बताया गया है। इस तरह से चिकित्सा विज्ञान ने कम हाइट में सुधार करना लगभग असंभव मान रखा है, लेकिन बात यदि योग, आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा की हो तो कुछ भी असंभव नहीं है। जिन उपायों से हाइट को बढ़ाया जा सकता है, उनमें से सर्वाधिक कारगर और चुनिंदा उपाय इस प्रकार हैं-



- ब्रह्ममुहूर्त में जागकर किसी प्राकृतिक स्थान पर जाकर प्राणायाम और इन अचूक आसनों का अभ्यास करें: भुजंगासन, ताड़ासन, पर्वतासन, सूर्यनमस्कार और पादपश्चिमोत्तासन। इसका अभ्यास किसी योग्य मार्गदर्शक के साथ ही करें।



- भौजन में अंकुरिक अन्न, सलाद, फल आदि को नियमित रूप से शामिल करें।



-अश्वगंधा और शतावर का चूर्ण बराबर मात्रा में मिलाकर रोज दूध के साथ सेवन करें।



-ध्यान का अभ्यास करें जिसमें अपने कद को लगातार बढ़ता हुआ देखें।



-मन की शक्ति अजैय है, मन में स्वयं की जैसी क्षवि अंकिर करोगे वह देर-सवेर वास्तविक होकर रहेगी

Featured post

इस फ़ार्मूले के हिसाब से पता कर सकती हैं अपनी शुभ दिशाऐं

महिलाएँ ...इस फ़ार्मूले के हिसाब से पता कर सकती हैं अपनी शुभ दिशाऐं।   तो ये है इस फ़ार्मूले का राज... 👇 जन्म वर्ष के केवल आख़री दो अंकों क...