पेट की किसी न किसी समस्या से आज हर कोई पीडि़त है। शायद इसीलिये यह कहा जाने लगा है कि पेट में हर बीमारी की जड़े छुपी होती हैं। इतना ही नहीं रोग का समाधान भी अगर खोजना हो तो अंत में पेट की शरण में ही जाना पडता है। मस्तिष्क अगर जीवन का केन्द है, तो पेट भी स्वास्थ्य का केन्द्र ही है।
अनियमित खानपान और अनिश्चित दिनचर्या के कारण पेट की कोई न कोई समस्या होना आज आम बात हो गई है। पेट में गैस का बनना, कब्जियत रहना और मुंह के छाले होना कहीं न कहीं आपस में जुड़ी हुई समस्याएं हैं। पेट में गैस बनने की छोटी सी समस्या कई बार जानलेवा भी हो सकती है। तो चलिये कुछ घरेलू और आयुर्वेदिक नुस्खों से पेट की इन तीनों समस्याओं से छुटकारा पाएं हमेशा के लिये....
- पके हुए बेल फल का उचित रीति से सेवन करें।
- हिंगास्टक चूर्ण, जो कि बाजार में बना बनाया मिलता है, खाने के बाद उचित मात्रा में सेवन करें।
- भोजन में हरी शब्जियों और सलाद का सेवन अवश्य करें। चाय, मिर्च-मसाले, पचने में भारी चीजों से बचें।
- भोजन करने के बाद वज्रासन में बैठें। रात्रि में बाईं करवट से ही सोएं।
- प्रतिदिन सुबह 2 से 3 कि. मी. मार्निग वॉक करें
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