गुरुवार, 29 मार्च 2012

मुंहासे आउट करने के लिए करें दही-शहद का ये देसी प्रयोग

यौवन की दहलीज पर खड़े लड़के या लड़की के शरीर में होने वाले हार्मोन्स परिवर्तनों के कारण मुंहासों का होना आम बात है। कई बार हार्मोन्स परिवर्तन इतना असंतुलित रूप से होता है कि अत्यधिक मुंहासों के कारण अच्छे भले चेहरे की रंगत और रौनक बिगड़ जाती है। आइये जानें कुछ ऐसे आसान घरेलू उपायों के बारे में जो मुंहासे और उनसे बने दागों को जड़ से मिटाकर आपके चेहरे को फिर से आकर्षक और खूबसूरत बना सकते हैं- 



छोटे व घरेलू प्रयोग



1. जामुन की गुठली को पानी में घिसकर चेहरे पर लगाने से मुंहासे दूर होते हैं। 



2. दही में कुछ बूंदें शहद की मिलाकर उसे चेहरे पर लेप करना चाहिए। इससे कुछ ही दिनों में मुंहासे दूर हो जाते हैं।



3. तुलसी व पुदीने की पत्तियों को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें तथा थोड़ा-सा नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाने से भी मुंहासों से निजात मिलती है। 



4. नीम के पेड़ की छाल को घिसकर मुंहासों पर लगाने से भी मुहांसे घटते हैं। 



5. जायफल में गाय का दूध मिलाकर मुंहांसों पर लेप करना चाहिए। 



6. हल्दी, बेसन का उबटन बनाकर चेहरे पर लगाने से भी मुंहासे दूर होते हैं। 



7. नीम की पत्तियों के चूर्ण में मुलतानी मिट्टी और गुलाबजल मिलाकर पेस्ट बना लें व इसे चेहरे पर लगाएं। 



8. नीम की जड़ को पीसकर मुंहासों पर लगाने से भी वे ठीक हो जाते हैं।



9. काली मिट्टी को घिसकर मुंहासों पर लगाने से भी वे नष्ट हो जाते हैं। 

नाश्ते में बस इसे शामिल कर लें...डायबिटीज और कोलेस्ट्रोल कंट्रोल में रहेंगे

आयुर्वेद में बादाम को कई तरह के गुणों से भरपुर और दिमाग के लिए बहुत लाभदायक माना गया है। लेकिन अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसिन तथा पेनसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि बादाम खाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर घटता है साथ ही इंसुलिन को सक्रिय करता है। इससे ब्लड शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है। भारत में इस बीमारी से हैरान-परेशान लोगों की संख्या दिनो-दिन बढ़ती ही जा रही है। आंकड़े तो बताते हैं कि अकेले भारत देश में ही डायबिटीज से ग्रसित लोगों की संख्या 5 करोड़ के स्तर को पार कर चुकी है। 

बादाम डायबिटीज में फायदेमंद है यह बात तो हालिया शोध से पता चली है लेकिन इसके दूसरे कई चमत्कारी गुणों के विषय में तो अधिकांश भारतवासी परिचित हैं ही। कमजोर स्मरण शक्ति, मानसिक तनाव, स्नायुदौर्बल्य, हड्डियों की कमजोरी, बौद्धिक क्षमता की कमी...आदि कई बेहद कठिन समस्याओं में भी बादाम का प्रयोग बहुत ही फायदेमंद है।

बुधवार, 28 मार्च 2012

देसी इलाज : महिलाओं के वो मुश्किल दर्द भरे दिन हो जाएंगे आसान

महिलाओं के लिए मासिक धर्म वो कुछ दिन कठिनाई भरे होते हैं। मासिक धर्म के दिनों में होने वाली परेशानी व दर्द से मुक्ति के लिए घरेलू इलाज भी असरदार होते हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं मीठे नीम के पत्ते का एक घरेलू प्रयोग जो उन दर्द भरे दिनों को आसान बना देगा। 

वैसे तो मीठा पत्ता यानी करी पत्ता का उपयोग छोंक में डालकर भोजन को स्वादिष्ट बनाने के लिए किया जाता है। लेकिन साथ ही ये एक अच्छी औषधी भी है। कठिनाई और दर्द के साथ मासिक धर्म होने पर करी पत्ते का नियमित रूप से सेवन करने पर इस शिकायत से आश्चर्यजनक ढंग से मुक्ति मिल जाती है।

कैसे करें सेवन- इसके लिए मीठे नीम के पत्तों को सुखाकर इनका बारीक पाउडर तैयार कर लें। यह चूर्ण एक चाय चम्मच भर मात्रा में गुनगुने पानी के साथ सेवन करें। सवेरे और शाम दिन में दो बार यह प्रयोग दोहराएं। कढ़ी, दाल, पुलाव आदि के साथ करी पत्ते का नियमित सेवन बेहद फायदेमंद है।

इशारे जो समझा देते हैं......पथरी होने वाली है

पेट दर्द या मूत्र में रूकावट को लोग सामान्यत: अधिक गंभीरता से नहीं लेते। लेकिन कई बार-बार होने वाला पेटदर्द किसी बड़ी बीमारी का इशारा भी हो सकता है। पथरी एक ऐसी बीमारी है जिसमें रोगी को असहनीय पीड़ा सहन करनी पड़ती है। सामान्यत: पथरी हर उम्र के लोगों में पाई जाती है लेकिन फिर भी यह बीमारी महिलाओं की अपेक्षा पुरुषों में अधिक तकलीफ देने वाली होती है।

पथरी के लक्षण- कब्ज या दस्त का लगातार बने रहना , उल्टी जैसा होना बैचेनी, थकान, , तीव्र पेट दर्द कुछ मिनटो या घंटो तक बने रहना। मूत्र संबंधी संक्रमण साथ ही बुखार, कपकपी, पसीना आना, पेशाब  के साथ-साथ दर्द होना ,बार बार और एकदम से पेशाब आना, रुक रुक कर पेशाब आना, रात में अधिक पेशाब आना, मूत्र में रक्त भी आ सकता है, पेशाब का रंग असामान्य होना।

पथरी से बचने के तरीके- ज्यादा पानी पीएं।

- आहार में प्रोटीन, नाइट्रोजन तथा सोडियम की मात्रा कम हो।

- चाकलेट, सोयाबीन, मूंगफली, पालक आदि का सेवन बहुत ज्यादा न करें।

- आवश्यकता से अधिक कोल्डड्रिंक्स भी नुकसान पहुंचा सकती हैं।

- विटामिन-सी की भारी मात्रा न ली जाय।

- नारंगी आदि का रस (जूस) लेने से पथरी का खतरा कम होता है।

- हर महीने में पांच दिन एक छोटी चम्मच अजवाइन लेकर उसे पानी से निगल जाएं। 

पथरी के कुछ देसी इलाज-  तुलसी के बीज का हिमजीरा दानेदार शक्कर व दूध के साथ लेने से मूत्र पिंड में फंसी पथरी निकल जाती है।

- एक मूली को खोखला करने के बाद उसमे बीस-बीस ग्राम गाजर शलगम के बीज भर दें, उसके बाद मूली को भून लें,उसके बाद मूली से बीज निकाल कर पीस लें। सुबह पांच या छ: ग्राम पानी के साथ एक माह तक पीते रहे,पथरी और पेशाब वाली बीमारियों में फायदा मिलेगा।

- जीरे को मिश्री की चाशनी बनाकर उसमें या शहद के साथ लेने पर पथरी घुलकर पेशाब के साथ निकल जाती है।

- यदि मूत्र पिंड में पथरी हो और पेशाब रुक रुक कर आना चालू हो गया है तो एक गाजर को नित्य खाना चालू कर देना चाहिये।

गिरते बालों का हर्बल इलाज:बनाकर लगाएं ये शैम्पू, कंडिशनिंग भी हो जाएगी

बालों की समस्या पुरुषों और महिलाओं दोनों में पाई जाती है। बाल झडऩे के कई कारण हो सकते हैं जैसे प्रदूषण, हार्मोनल परिवर्तन, अनियमित दिनचर्या व खान-पान, मौसम आदि। अगर आप भी झड़ते बालों से परेशान हैं तो नीचे लिखे हर्बल उपाय जरुर आजमाएं। 

- बालों के झडऩे का एक कारण डेंड्रफ या रूसी की समस्या भी होती है, इसके लिए रात में बालों की जड़ों में भृंगराज या आंवलें के तेल को खूब अच्छी तरह से नियमित गहराई तक लगाएं,अपना तौलिया अलग इस्तेमाल करें,रासायनिक साबुन  को बालों में लगाने से बचें, इसके स्थान पर मेडीकेटेड साबुन या शैम्पू का इस्तेमाल करें, अगर हो सके तो एक बार बालों को उतरवा लें यह आपके लिए निश्चित रूप से फायदेमंद होगा। नियमित रूप से अपने भोजन में प्रोटीन की उचित मात्रा का प्रयोग करें, ताकि हेयर फालिकल्स मजबूत हो सकें ,इस हेतु दूध,अंडे और दालों का उचित मात्रा में प्रयोग आवश्यक है,बालों में अनावश्यक रूप से रासायनिक कास्मेटिक उत्पादों के प्रयोग से बचें,निश्चित रूप से बालों का घनत्व बढ़ जाएगा।

-आरोग्यवर्धिनी वटी दो-दो गोली की मात्रा में सुबह-शाम गुनगुने पानी के साथ लें ,साथ ही अविपत्तिकर चूर्ण एवं सितोपलादि चूर्ण को सम मात्रा में एक से दो चम्मच लें ,यह आपकी पेट से सम्बंधित परेशानियों को दूर करेगा। भृंगराज एवं आंवले लें के ताजे पत्तों को पीस कर बालों की जड़ों में लगायें ,साथ ही नीम,शिकाकाई ,आंवला,कालातिल,रीठा इन सब को साथ मिलाकर एक पेस्ट बना लें, यह आपके लिए एक हर्बल शैम्पू का काम करेगा जो बालों को कंडिशनिंग के साथ ही जड़ों को मजबूत बनाएगा। पेट साफ रखने के लिए केवल त्रिफला के चूर्ण का प्रयोग करें ,यह आपके बालों के जड़ों को भी मजबूती प्रदान करेगा। 

टेस्टी-टेस्टी नुस्खा: कर लीजिए बढ़ते वजन पर कंट्रोल आसानी से

यदि हम आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा के सिद्धांतों को माने तो चाह हमारे स्वास्थ्य के लिये बेहद हानिकारक होती है। लेकिन चाय में तमाम खामियों के साथ ही एक बड़ी खूबी भी होती है और वह यह है कि चाय बढ़ते हुए वजन को कंट्रोल करने में बेहद मददगार होती है। यह बात एक हालिया वैज्ञानिक शोध से पता चली है।



शोध से ज्ञात हुआ है कि चाय में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो वजन कम करने में सहायक होते हैं। लेकिन हाल ही में हुई  एक नई रिसर्च के मुताबिक अगर चाय में दूध मिला दिया जाए तो मोटापे से लडऩे वाले तत्व उतने प्रभावकारी नहीं रहते। भारतीय वैज्ञानिक की ओर से की गई रिसर्च के मुताबिक चाय में वसा कम करने के कई तत्व होते हैं, लेकिन दूध में पाया जाने वाला प्रोटीन वसा कम करने की इसकी क्षमता को प्रभावित कर सकता है।



चाय में पाए जाने वाले फ्लेविन्स और थिरोबिगिन्स शरीर की चर्बी घटाने और कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक होते हैं। असम की टी रिसर्च एसोसिएशन के रिसर्चरों ने चूहों पर शोध किया और उसमें यह पाया गया कि उच्च वसायुक्त भोजन खाने वाले चूहों का वजन घटाने में फ्लेविन्स और थिरोबिगिन्स जैसे तत्वों ने काफी अहम भूमिका निभाई। लेकिन गाय के दूध में प्रोटीन की मात्रा अधिक होने के कारण इनका प्रभाव कम हो जाता है।

संतरे ही नहीं छिलको का भी लीजिए स्वाद...ये हैं गजब का इलाज


 संतरों का खट्टा-मीठा स्वाद तो सभी को लुभाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ संतरे ही नहीं बल्कि संतरे के छिलके भी हमारे शरीर के लिए बहुत उपयोगी है। संतरे के छिलकों में विटामिन सी मात्रा में मौजूद रहता है। इसी कारण ये शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। विटामिन सी होने के कारण ही यह त्वचा को जवान रखता है और बालों को झडऩे से रोकता है।

संतरे के छिलके का उपयोग-

- संतरे के छिलके प्राकृतिक रूप से बढ़ते वजन को नियंत्रित करते हैं।

- संतरे के छिलके कैंसर से बचाते हैं।

- संतरों के छिलके पीस कर लेप लगाने से अथवा छिलके रगडऩे से कुछ ही दिनों में मुंहासे मिट जाते हैं।

- संतरे के छिलकों को पानी में पीस कर लेप लगाने से खुजली मिटती है और इसे लगाने से फुंसियों से भी छुटकारा मिलता है।

- संतरे के पिछले को पीस कर इसके पाउडर से बाल मुलायम व चमकदार बनते हैं।

- संतरे के छिलके का पाउडर बनाकर उसमें कुछ बुंदें नींबू के रस की डाले और थोड़ा सा दही डालकर मिलाएं और चेहरे पर लगाएं। इससे त्वचा कोमल और आकर्षक बन जाती है।

- संतरे के छिलकों में पेक्टिन पाया जाता है जिसे प्राकृतिक फाइबर के रूप में भी जाना जाता है। इसकी वजह से आपकी पेट की सारी बीमारियां दूर रहती हैं। यह कब्ज को दूर करता है।

- संतरे में विटामिन ए पाया जाता है। इससे शरीर में रक्त संचार भी दुरुस्त करता है।

- संतरे के छिलको के सेवन से कैल्सियम की कमी जल्द ही पूरी हो जाती है।

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