सारा ध्यान सिर्फ खेल में और पढाई से बेपरवाह है आपका बच्चा तो डब्लूएसडब्ल्यू में स्टडी टेबल को स्थानांतरित करें या डब्ल्यूएसडब्ल्यू में किताबें लगाएं और ईएनई में खिलौने रख दें
मकर का शनि, द्वादश भावस्थ हो, तब तो शुभ हो सकता है, नहीं तो घर-गृहस्थी वालों को तो खाने तक के लाले पड़ 'सकते' हैं.
आपके शुक्र से नवम में गुरु हो तो आपकी पत्नी की अपने मायके वालों से हमेशा अनबन रहेगी. न खुद जायेगी और न उनका ही आना पसंद करेगी.
अश्विनी नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति को पिता से ज्यादा, अपने मामा से सहारा मिलता है. वैसे अन्य बाहरी लोग भी मददगार होते हैं.
सप्तमस्थ शनि मकर या कुंभ में हो और सूर्य लग्नस्थ हो, तो विवाह में अवश्य ही बाधा आएगी एवं विलम्ब भी अपेक्षित है, वो भी खासा.
मकर का शनि, द्वादश भावस्थ हो, तब तो शुभ हो सकता है, नहीं तो घर-गृहस्थी वालों को तो खाने तक के लाले पड़ 'सकते' हैं.
ईस्ट फेसिंग है तो क्या तोप हो गया! एंट्रेंस E6 हो तो फॅमिली और धंधे, दोनों की गुडविल की धज्जियाँ उड़ा देता है ये प्रवेश द्वार.
N7 का प्रवेश द्वार जवाँ हो रही लड़कियां परिवार की परंपरा और आदर्शों के दायरे से मुक्त हो स्वछंदता के लिये विद्रोही आचरण करती हैं.
कोर्ट केस के लिये वकील तो करें ही, साथ में NW में अशोक स्तम्भ स्थापित करें और एक तलवार टांगें. ये तो विनिंग बेस रेडी हो गया अब.
बुद्ध से द्वादश भाव में राहु का होना एक विलक्षण योग है. तेज बुद्धि और सॉलिड स्मरणशक्ति के साथ किसी भी सब्जेक्ट में टॉपर बन सकता है.
मृगशिरा पुत्री का विवाह पूर्वाफाल्गुनी लड़के से फ़िक्स करने से पहले अपने दैवज्ञ से मशविरा करें. विवाह होते ही वैधव्य योग संभावित है.
पुष्य नक्षत्र वाला अपने विवेक बुद्धि को ताक पर रखकर और बिना अपनी कमियां जाने, अपनी पत्नी पर शक़ करेगा. सो कुण्डली पहले ही मिलवा लो.
गुरु, एकादश भावस्थ हो तो एक ओर तो बड़े भाई का पोषण करना पड़ सकता है, दूसरी ओर, औलाद के दुराचारी निकलने की सम्भावना भी बहुत होती है.
ग्रह-गोचर सब अनुकूल, लेकिन गर्भाधान में दिक्कत आ रही है तो बेडरूम चेक कीजिये ना. SSW या ESE या WNW में है क्या.
वृश्चिक लग्न वाले पुत्र का यदि चन्द्र्मा और मंगल, दोनों सप्तमस्थ हैं, तो बालिग होते ही ब्याह कर दीजिये और व्यापार शुरू करवाइये.
यह लेख विश्वजीत बब्बल वैदिक काउंसलर के फेसबुक पोस्ट से लिया गया है. वे वास्तु और ज्योतिष की बहुत अच्छी जानकारी रखते हैं. उन्होंने अपनी जानकारी के आधार पर कई लोगों के परेशानिया दूर की है. यह अपने अनुभव को भी समय समय पर लोगों से शेयर करते हैं. आप इनसे सशुल्क परामर्श ले. सकते हैं. आप उनसे फेसबुक के द्वारा सम्पर्क कर सकते हैं. इस सेवा का लाभ जरुर लें.
https://www.facebook.com/TheVedicCounselor/
मकर का शनि, द्वादश भावस्थ हो, तब तो शुभ हो सकता है, नहीं तो घर-गृहस्थी वालों को तो खाने तक के लाले पड़ 'सकते' हैं.
आपके शुक्र से नवम में गुरु हो तो आपकी पत्नी की अपने मायके वालों से हमेशा अनबन रहेगी. न खुद जायेगी और न उनका ही आना पसंद करेगी.
अश्विनी नक्षत्र में जन्मे व्यक्ति को पिता से ज्यादा, अपने मामा से सहारा मिलता है. वैसे अन्य बाहरी लोग भी मददगार होते हैं.
सप्तमस्थ शनि मकर या कुंभ में हो और सूर्य लग्नस्थ हो, तो विवाह में अवश्य ही बाधा आएगी एवं विलम्ब भी अपेक्षित है, वो भी खासा.
मकर का शनि, द्वादश भावस्थ हो, तब तो शुभ हो सकता है, नहीं तो घर-गृहस्थी वालों को तो खाने तक के लाले पड़ 'सकते' हैं.
ईस्ट फेसिंग है तो क्या तोप हो गया! एंट्रेंस E6 हो तो फॅमिली और धंधे, दोनों की गुडविल की धज्जियाँ उड़ा देता है ये प्रवेश द्वार.
N7 का प्रवेश द्वार जवाँ हो रही लड़कियां परिवार की परंपरा और आदर्शों के दायरे से मुक्त हो स्वछंदता के लिये विद्रोही आचरण करती हैं.
कोर्ट केस के लिये वकील तो करें ही, साथ में NW में अशोक स्तम्भ स्थापित करें और एक तलवार टांगें. ये तो विनिंग बेस रेडी हो गया अब.
बुद्ध से द्वादश भाव में राहु का होना एक विलक्षण योग है. तेज बुद्धि और सॉलिड स्मरणशक्ति के साथ किसी भी सब्जेक्ट में टॉपर बन सकता है.
मृगशिरा पुत्री का विवाह पूर्वाफाल्गुनी लड़के से फ़िक्स करने से पहले अपने दैवज्ञ से मशविरा करें. विवाह होते ही वैधव्य योग संभावित है.
पुष्य नक्षत्र वाला अपने विवेक बुद्धि को ताक पर रखकर और बिना अपनी कमियां जाने, अपनी पत्नी पर शक़ करेगा. सो कुण्डली पहले ही मिलवा लो.
गुरु, एकादश भावस्थ हो तो एक ओर तो बड़े भाई का पोषण करना पड़ सकता है, दूसरी ओर, औलाद के दुराचारी निकलने की सम्भावना भी बहुत होती है.
ग्रह-गोचर सब अनुकूल, लेकिन गर्भाधान में दिक्कत आ रही है तो बेडरूम चेक कीजिये ना. SSW या ESE या WNW में है क्या.
वृश्चिक लग्न वाले पुत्र का यदि चन्द्र्मा और मंगल, दोनों सप्तमस्थ हैं, तो बालिग होते ही ब्याह कर दीजिये और व्यापार शुरू करवाइये.
यह लेख विश्वजीत बब्बल वैदिक काउंसलर के फेसबुक पोस्ट से लिया गया है. वे वास्तु और ज्योतिष की बहुत अच्छी जानकारी रखते हैं. उन्होंने अपनी जानकारी के आधार पर कई लोगों के परेशानिया दूर की है. यह अपने अनुभव को भी समय समय पर लोगों से शेयर करते हैं. आप इनसे सशुल्क परामर्श ले. सकते हैं. आप उनसे फेसबुक के द्वारा सम्पर्क कर सकते हैं. इस सेवा का लाभ जरुर लें.
https://www.facebook.com/TheVedicCounselor/