भवन में कलर करवाते समय दिशा के हिसाब से चुने सही रंग ...
भवन में रंगो का चयन करते समय विभिन्न दिशाओं के तत्व उनके ग्रहों और दिशाऔं के अधिपति देवताओं का ध्यान रखना बहुत ज़रूरी होता है
शुभ कलर जहाँ वास्तु के शुभ फल को कई गुणा बढ़ा देते हैं वही अशुभ कलर हमारे जीवन की बहुत सारी समस्याओं के कारण बन सकते हैं।
पुरे घर के लिए कोनसा कलर शुभ रहेगा और घर के अन्दर अलग अलग कमरों में कोनसे कलर करवाने से लाभ होता है इसे आपको नीचे दिये हुऐ चित्र से ..समझ में आ जायेगा 👇
घर के बाहर कलर करवाते समय ...सबसे पहले ये देखें की आपके घर की फेंसिंग कोनसी है उदाहरण के लिए अगर आपका घर दक्षिण मुखी है तो ...चार्ट में देखें दक्षिण दिशा का कलर लाल है और देवता मंगल है। इस हिसाब से आप अपने घर में लाल शेड के परिवार के कलर जैसे बिलकुल वाइट पिंक से लेकर डार्क रेड तक किसी भी पसंदीदा रंग को चुन सकते हैं।
और घर के अन्दर किसी कमरे में कलर करवाना हो तो पुरे घर की फेंसिंग के हिसाब से या उस कमरे की अपनी दिशा के हिसाब से आप दोनों आफशन चुन सकते हैं
अर्थात दक्षिण मुखी घर के अन्दर सभी कमरों में पिंक कलर करवा सकते हैं और अगर यह कमरा उत्तर दिशा का है तो इसमें हरे शेड से सम्बन्धित कोई भी रंग भी किया जा सकता है।
-आपके घर प्रतिष्ठान या फ़ैक्टरी में पहले से जो रंग किया हुआ है उसको भी इस चार्ट के द्वारा चैक करें की कहीं वो तो ..अशुभ नही है
नोट - सफ़ेद , क्रीम , और लाइट गोल्डन कलर किसी भी दिशा में किये जा सकते हैं इनके हमेशा शुभ फल ही प्राप्त होतें हैं।
Source - एस के मेहता