बुधवार, 30 नवंबर 2011

शहद अमृत है लेकिन इन चीजों के साथ खाएंगे तो ये जहर बन जाएगा

शहद को आयुर्वेद में अमृत माना गया है। माना जाता है कि रोजाना सही ढंग से शहद लेना सेहत के लिए अच्छा होता है। लेकिन शहद का सेवन करने के फायदे ही नहीं नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए शहद का सेवन जब भी करें नीचे लिखी बातों को जरूर ध्यान रखें।



   - चाय, कॉफी में शहद का उपयोग नहीं करना चाहिए। शहद का इनके साथ सेवन विष के समान काम करता है।



   - अमरूद, गन्ना, अंगूर, खट्टे फलों के साथ शहद अमृत है।



   - शरीर के लिये आवश्यक, लौह, गन्धक, मैगनीज, पोटेशियम आदि खनिज द्रव शहद में होते हैं।



   - शहद के एक बड़ा चम्मच में 75 ग्राम कैलोरी शक्ति होती है।



   - किसी कारणवश आप को शहद सूट नहीं किया तो या खाकर किसी तरह की परेशानी महसूस हो रही हो तो  नींबू का सेवन करें।



   - इसे आग पर कमी न तपायें।



   - मांस, मछली के साथ शहद का सेवन जहर के समान है।



   - शहद में पानी या दूध बराबर मात्रा में हानिकारक है।



   - बाजरू चीनी के साथ शहद मिलाना अमृत में विष मिलाने के समान है।



   - शहद सर्दियों में गुनगुने दूध या पानी में लेना चाहिये।



   - एक साथ अधिक मात्रा में शहद न लें। ऐसा करना नुकसानदायक होता है। शहद दिन में दो या तीन बार एक चम्मच लें।



   -  घी, तेल, मक्खन में शहद विष के समान है।

बीमारियों को दूर भगाने के कुछ सस्ते और अच्छे नुस्खे

क्या आप बार-बार बीमार हो जाते हैं? जब भी मौसम बदलता है तब आपके पल्ले कोई नई बीमारी पड़ जाती है? विज्ञान के अनुसार इसका कारण कमजोर इम्युनिटी पॉवर है। इम्युनिटी पॉवर कम होने का बड़ा कारण अंसतुलित खान-पान और सही समय पर खाना न खाना है। इन कारणों से बीमारियों के जल्दी घेरने की संभावना अधिक बढ़ जाती है। इससे निजात पाने के लिए निम्न उपाय अपनाएं-

- सब्जियां ज्यादा खाएं।

- फल या ज्यूस रोज लें।

-ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। 

- खाने में मीठा कम करें बेसन से बनी चीजों का सेवन ज्यादा न करें।

- एक्सर्साइज और योगा करें। शारीरिक श्रम अधिक करें।

- मोटापा भी कई बीमारियों का कारण है वजन कम करने के लिए नियमित रूप से योगासन करें।

- तली-भुनी चीजों से परहेज करें।

- योगा से कम समय में ही शरीर को संतुलित किया जाता है अत: प्रतिदिन कुछ समय योगा अवश्य करें।

- अधिक कैलोरी वाले खाने का पूर्णत: त्याग करें। 

- समय पर सोएं।

- दिनचर्या नियमित रखें।

-मौसमी फलों का सेवन जरूर करें।

ऐसे बनाएं घर में आयुर्वेदिक फेसपैक, सारी स्कीन प्रॉब्लम्स खत्म हो जाएंगी

आजकल त्वचा को वातावरण के प्रदूषण, धूल-मिट्टी, धूप इत्यादि का सामना करना ही पड़ता है। ऐसे में त्वचा मुरझाई-सी दिखने लगती है। उम्र के साथ होने वाले हार्मोनल परिवर्तन से, प्रदूषण से व कई अन्य कारणों से स्कीन प्रॉब्लम्स सताने लगती हैं। अगर आपके साथ भी कोई स्कीन प्रॉब्लम हैं तो घर पर ही नीचे लिखी विधि से आयुर्वेदिक फेसपैक बनाकर उससे मुक्ति पा सकते हैं।

 - चेहरे पर चेचक, छोटी माता या बड़ी फुंसियों के दाग रह गए हैं तो दो पिसे हुए बादाम, दो चम्मच दूध और एक चम्मच सूखे संतरों के छिल्कों का पावडर मिलाकर आहिस्ता-आहिस्ता फेस पर मलें और छोड़ दें।

- हफ्ते में एक बार स्क्रब करें। घरेलु स्क्रब बनाने के लिए 1 चम्मच दरदरा चावल का आटा, 1 चम्मच दरदरी मसूर की दाल का पाउडर, 1/2 उड़द की दाल का दरदरा पाउडर, 1 चम्मच गुलाब जल और 1/2 चम्मच शहद मिलाकर गाढा पेस्ट बनाएं और चेहरे पर लगाएं। हलका सूखने पर स्क्रब करते हुए हटाएं। रंग निखर जाएगा।

 - हल्दी को मलाई में डालकर चेहरे पर रगडऩे से त्वचा चमकीली बनती है। हल्दी को कच्चे दूध में डालकर मुंहांसों पर लगाने से मुंहासे दूर हो जाते हैं।

- आधा चम्मच संतरे का रस लेकर उसमें 4-5 बूंद नींबू का रस, आधा चम्मच मुल्तानी मिट्टी, आधा चम्मच चंदन पाउडर और कुछ बूंदें गुलाब जल की। इन सबको मिलाकर कर थोड़ी देर के लिए फ्रिज में रख दें। इसे लगा कर 15-20 मिनट तक रखें। इसके बाद पानी से इसे धो दें। यह तैलीय त्वचा का सबसे अच्छा उपाय है।

 - अगर आपकी त्वचा ड्राई है, तो काजू को रात भर दूध में भिगो दें और सुबह बारीक पीसकर इसमें मुल्तानी मिट्टी और शहद की कुछ बूंदें मिलाकर स्क्रब करें। 

- धूप से हुई सांवली त्वचा में फिर से निखार लाने के लिए नारियल पानी, कच्चा दूध, खीरे का रस, नींबू का रस, बेसन और थोड़ा-सा चंदन का पावडर मिलाकर उबटन बनाएं, इसे नहाने के एक घंटे पहले लगा लें। सप्ताह में दो बार करें। सांवलापन खत्म हो जाएगा।

- रोमछिद्र ज्यादा बड़े हो गए हों तो उन पर टमाटर का रस, नींबू का रस और कच्चा दूध तीनों का पैक बनाकर लगाएं।

एक ऐसा प्रयोग जो 40 दिन में आंखों की सारी कमजोरी दूर कर देगा

आंखें हर इंसान को भगवान का दिया एक अनमोल तोहफा है।अगर इनका ख्याल न रखा जाए तो छोटी-सी परेशानी जिंदगी भर की तकलीफ बन सकती है। अधिकांश लोग आंखों की कमजोरी जैसे आंखों में से पानी आना, आंखों में जलन, लाल होना , आंखों में जाले आना, आंख का चिपकना, आंख की पलकों पर सूजन आना आदि परेशानियों को अनदेखा करते हैं। 

आगे चलकर ये लापरवाही ज्यादा परेशानी देने वाली साबित हो सकती है। इसीलिए रोजाना सुबह-शाम मुंह में पानी भरकर आंखों पर खूब पानी छिड़के। पर्याप्त नींद लें व साथ ही नीचे लिखे आयुर्वेदिक नुस्खें को भी अपनाएं।



नुस्खा-बादाम गिरी तथा साफ की हुई बढिय़ा सौंफ 100-100 ग्राम ले  सौंफ का महीन चूर्ण करें, इसमें बादाम गिरी को खूब महीन कतरकर तथा सौंफ के उक्त चूर्ण के साथ खूब अच्छी तरह पीसकर रखें।  रोज रात इस मिश्रण को 10-10 ग्राम मात्रा में मुख में रखकर धीरे-धीरे खाकर सो जाएं, इसके ऊपर पानी या दूध नहीं पीना है।

सोमवार, 28 नवंबर 2011

अचूक उपाय: बस दस मिनट... बढ़ जाएगी आपकी हाइट

माना जाता है कि लंबाई अमूमन 18 से 20 साल की उम्र तक बढ़ती है। लेकिन बाकी वजहों की तुलना में लंबाई आनुवांशिक कारणों पर ज्यादा निर्भर करती है। ऐसे में जरूरी नहीं कि आपको वर्कआउट करने से कोई खास फायदा हो लेकिन अगर आप चाहते हैं कि आपकी हाइट बढ़ जाए तो इसमें योग आपकी निश्चित रूप से सहायता कर सकता है। माना जाता है कि प्रोटिन युक्त भोजन करने से व नियमित रूप से दस मिनट ताड़ासन करने से हाइट बढ़ती है। 

कैसे करें ताड़ासन - समतल स्थान पर कंबल आदि बिछाकर सीधे खड़े हो जाएं और प्रयास करें कि आपके पैर मिले रहें। साथ ही हथेलियों को अपने बगल में रखें। पूरे शरीर को स्थिर रखें और ये ध्यान रहे कि पूरे शरीर का वजन दोनों पैरों पर बराबर रूप से आए। दोनो हथेलियों की अंगुलियों को मिलाकर सिर के ऊपर रखें। हथेलियों का रुख ऊपर की ओर होना चाहिए। सांस भरते हुए अपने हाथों को ऊपर की ओर खींचिए, आपके कंधों और छाती में भी खिंचाव आएगा। साथ ही साथ पैरों की एड़ी को भी ऊपर उठाएं तथा पैरों की अंगुलियों पर शरीर का संतुलन बनाए रखिए। 

इस स्थिति में कुछ देर रहें। कुछ पल रुकने के बाद सांस छोड़ते हुए हाथों को वापस सिर के ऊपर ले आएं। इस आसन को एक बार में कम से कम 5-10 बार कर सकते हैं। ताड़ासन से हम अपनी छाती और पीठ की मांसपेशियों में कम-कम खिंचाव ला पाते हैं लेकिन ताड़ासन करने से छाती, कंधे और पीठ की मांसपेशियों में भी खिंचाव आता है और वे एक्टिव हो जाती हैं। नियमित रूप से इस आसन को करने से हाइट आश्चर्यजनक रूप से बढऩे लगती है।

आयुर्वेदिक नाश्ता- ठंड में बनाएं इस टेस्टी आसान नुस्खे से अपनी सेहत

ठंड में सेहत बनाने के लिए ड्रायफ्रूट्स खाने पर विशेष जोर दिया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार अगर पूरी ठंड खाने में ड्रायफ्रूट्स का प्रयोग औषधिय रूप में किया जाए तो वर्ष भर कई बीमारीयां दूर रहती है। ठंड में सेहत बनाने के लिए बादाम और छुहारों का प्रयोग विशेष रूप से लाभदायक है। हम आज आपको बताने जा रहे हैं। ऐसा ही एक आयुर्वेदिक नाश्ता जिसका ठंड में सेवन करके आप अपनी हेल्थ बना सकते हैं। 

बनाने की विधि- बादाम की गिरी सात नग, एक छुहारा (अच्छी किस्म का हो), रात को मिट्टी की हांडी या कांच के पात्र में पानी में भिगोकर रखें। सुबह बादाम गिरी को छील लें। छुहारे की गुठली निकाल दें। अब गिरी और छुहारे के साथ थोड़ी छोटी इलाइची मिलाकर तीनों को सम्मिलित रूप में खूब महीन पीस लें। उसमें गाय का घी और मिश्री 20-20 ग्राम मिलाकर नाश्ते के रूप में सुबह के समय सेवन करें। 

फायदे- यह प्रयोग 21 दिन तक नित्य करने से चक्कर आना, दिल की कमजोरी दूर होने के साथ-साथ कमजोरी के कारण होने वाली थकान दूर होती है। मस्तिष्क को बहुत बल मिलता है।

सावधानी-  ध्यान दें, इस प्रयोग को सुबह ही करना चाहिए तथा इसके पच जाने के बाद दोपहर में सात्विक भोजन करें। कमजोर पाचन शक्ति वाले इसकी मात्रा कम रखें। जबकि प्रबल पाचन शक्ति वाले इसके सेवन के बाद दूध भी पी सकते हैं। इससे और जल्दी लाभ होगा।

ठंड में आजमाएं ये तीन देसी नुस्खे....दिमाग चलने नहीं दौड़ेने लगेगा

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में अत्याधिक काम के दबाव के कारण बार-बार भूलना, एकाग्रता से काम न कर पाना या जल्दी दिमागी थकान हो जाना आदि समस्याएं आम हैं। ऐसे में कई बार जरूरी काम भी याद नहीं रह पाते हैं। भूलने की इस आदत के कारण कई बार नुकसान भी उठाना पड़ता है। अगर आप भी कमजोर याददाश्त यानी भूलने की आदत से तंग आ चूके हैं, तो इस ठंड में अपनाइए ये आयुर्वेदिक नुस्खे जो आपको इस परेशानी से जल्द ही निजात दिलवा देंगे।

-  बादाम 7 नग रात को पानी में गलाएं। सुबह छिलके उतारकर बारीक पीस कर पेस्ट बनालें। अब एक गिलास दूध गरम करें और उसमें बादाम का पेस्ट घोलें।  इसमें 3 चम्मच शहद भी डालें और ग्रहण करें। यह मिश्रण पीने के बाद दो घंटे तक कुछ न लें। 

- अखरोट जिसे अंग्रेजी में वालनट कहते हैं स्मरण शक्ति बढाने में सहायक है। नियमित उपयोग हितकर है। 20 ग्राम वालनट और साथ में 10 ग्राम किशमिश लेना चाहिये।

- ब्राह्मी दिमागी शक्ति बढाने की मशहूर जडी-बूटी है। इसका एक चम्मच रस नित्य पीना हितकर है। इसके 7 पत्ते चबाकर खाने से भी वही लाभ मिलता है। ब्राह्मी मे एन्टी ओक्सीडेंट तत्व होते हैं जिससे दिमाग की शक्ति बढऩे लगती है।

- दालचीनी के पाउडर को 10 ग्राम पावडर शहद में मिलाकर चाट लें। कमजोर दिमाग की अच्छी दवा है।अदरक ,जीरा और मिश्री तीनों को पीसकर लेने से कम याददाश्त की स्थिति में लाभ होता है।

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