रविवार, 11 अगस्त 2024

जीवन की दशा और दिशा बदल सकते हैं यह मंत्र

 

पी. ए. बाला

कभी कभी जीवन में बहुत कष्ट बाधा आती है, हम लाख अच्छा कर लेवें, लोग हमसे खुश नही रहते, हमारे कार्य से संतुष्ट नही होते, पीठ पीछे हमारी बुराइयां करते हैं, हमारे कार्यों में बाधा करते हैं । हमारी पूरी ज़िंदगी अपने आपको दूसरे लोगों को मनाने समझाने उनके सामने अपने आपको सही साबित करने में पूरी हो जाती है, हमारे कई शुभ कार्य अनेक लोगों की वजह से अटके पड़े होते हैं, हम ऐसे कार्यक्षेत्र में होते हैं जहाँ हमारी वाणी और व्यक्तित्व ही सब कुछ है , किसी वजह से हम अगर अपना प्रभाव जमाने में नाकाम होते हैं तब सामने वाला हमपर हावी होता है, हमारी अच्छी बातें किसी के सामने नही आ पाती और लोगों में सिर्फ हमारी बुराइयां ही प्रचलित हो जाती है , कई बार ग्रह-गोचर की वजह से भी कई बार ऐसी विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थितियों से उबरने के लिए आज मैं आपको 2 अति तीव्र प्रभावकारी मन्त्र बता रहा हूँ, जो आपकी किसी भी कार्य सिद्धि के लिए सहायक है और लोगों पर अपना प्रभाव व आकर्षण जमाने में बेहद असरकारक है । इन मंत्रों को जप करने का कोई कठोर नियम नही है, यह स्वयं सिद्ध मन्त्र हैं, इसीलिए इनको सिद्ध करने की आवश्यकता नही है, थोड़ी संख्या में जप करने से यह प्रभाव दिखाने लगते हैं । शुरुआती दौर में आप इसे 21 बार प्रति मन्त्र ही प्रतिदिन करते हैं, तब भी यह अपना प्रभाव दिखाने में सक्षम हैं। आप इन्हें अपनी नित्य पूजा में शामिल कीजिये, यह आपको लाभ देंगे । मंत्र इस प्रकार हैं :

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कार्य सिद्धि मन्त्र : 21 बार रोज
ॐ नमो राजा प्रजा मोहिनी मम सर्व कार्यम् कुरू कुरू स्वाहा ।।
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सर्वजन वशी*करण मंत्र : 21 बार रोज
ॐ नमः शक्तिरूपाय सर्वजनम् मे वश्यम् कुरु कुरु स्वाहा ।।

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