कहते हैं सुखद वैवाहिक जीवन के लिए पति व पत्नी का हर तरह से स्वस्थ होना जरूरी है। स्वप्न दोष भी पुरुषों में होने वाली एक ऐसी समस्या है जो चेतन मन का नियंत्रण खो देने पर होती है तथा इस समस्या के कारण शरीर मन के किसी कोने में दबी पड़ी वासना के अनुसार प्रतिक्रिया करने लगता है। स्पप्नदोष की स्थिति के पीछे कई बार गलत खान-पान भी अहम् कारण होता है। आइये जाने उन प्रमुख कारणों को जिसके कारण किसी को स्पप्नदोष की स्थिति का सामना करना पड़ता है...
- गलत आहार-विहार करना यानी कि गलत समय पर, गलत चीजें, गलत तरीके से गलत मात्रा खाना और गलत व अप्राकृतिक तरीके से अपनी दिनचर्या रखना।
- मन में भोग-विलास के वासनात्मक खयाल लाना या मन में काम-वासना के विचार करना।
- अधिक घी-दूध, मेवे-मिठाई, पौष्टिक चीजें... आदि का सेवन करना।
- खाने के तुरंत बाद सो जाना।
- सोने के बिल्कुल पहले गर्म दूध पीना।
- शरीर की आवश्यकता से अधिक भोजन करना।
- सोने से पहले कोई अश्लील साहित्य पढऩा, फिल्म देखना, या कामुकता के विचार करते हुए सोना।
- चंचल स्वभाव की स्त्रियों के साथ समय बिताना।
ये प्रमुख कारण हैं जिनके कारण किसी को स्पप्नदोष जैसी स्थिति का सामना करना पड़ता है। इनके अतिरिक्त भी कुछ बायोलॉजिकल कारण हो सकते हैं लेकिन प्रमुख कारण यही हैं। इसीलिए सुखद वैवाहिक जीवन और स्वप्न दोष से बचने का ये सबसे अच्छा तरीका है।
- गलत आहार-विहार करना यानी कि गलत समय पर, गलत चीजें, गलत तरीके से गलत मात्रा खाना और गलत व अप्राकृतिक तरीके से अपनी दिनचर्या रखना।
- मन में भोग-विलास के वासनात्मक खयाल लाना या मन में काम-वासना के विचार करना।
- अधिक घी-दूध, मेवे-मिठाई, पौष्टिक चीजें... आदि का सेवन करना।
- खाने के तुरंत बाद सो जाना।
- सोने के बिल्कुल पहले गर्म दूध पीना।
- शरीर की आवश्यकता से अधिक भोजन करना।
- सोने से पहले कोई अश्लील साहित्य पढऩा, फिल्म देखना, या कामुकता के विचार करते हुए सोना।
- चंचल स्वभाव की स्त्रियों के साथ समय बिताना।
ये प्रमुख कारण हैं जिनके कारण किसी को स्पप्नदोष जैसी स्थिति का सामना करना पड़ता है। इनके अतिरिक्त भी कुछ बायोलॉजिकल कारण हो सकते हैं लेकिन प्रमुख कारण यही हैं। इसीलिए सुखद वैवाहिक जीवन और स्वप्न दोष से बचने का ये सबसे अच्छा तरीका है।
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