रविवार, 16 नवंबर 2025

ASHTAKAVARGA के मुख्य सूत्र

 

सूत्र 1 — ग्रह जिस भाव में जितने बिंदु देता है, उतनी ही उस भाव की शक्ति है।

➤ प्रयोग

यदि सूर्य 10वें भाव को 5 बिंदु देता है → करियर में उन्नति।
यदि चंद्र 4थे भाव में 2 बिंदु देता है → मन-शांति कम।


सूत्र 2 — 4 या उससे अधिक बिंदु = शुभ फल। 3 या कम = बाधा/विलम्ब।

➤ प्रयोग

कोई ग्रह यदि 7वें भाव में 2 बिंदु दे → विवाह/साझेदारी में विलम्ब।
उसी ग्रह द्वारा 11वें भाव में 5 बिंदु → धन-लाभ।


सूत्र 3 — जिस भाव के बिंदु सर्वाधिक हों, वही भाव जीवन में प्रमुख भूमिका निभाता है।

➤ प्रयोग

किसी व्यक्ति का 9वाँ भाव (भाग्य) 37 SAV बिंदु रखे →
उसका जीवन भाग्य और धर्म-कर्म के आधार पर उठेगा।


सूत्र 4 — Kendra (1,4,7,10) और Trikona (1,5,9) में उच्च बिंदु विशेष फल देते हैं।

➤ प्रयोग

1st, 5th, 9th में high bindu → शिक्षा, भाग्य, personality बहुत मजबूत।
10th में high bindu → बड़ा करियर, authority।


सूत्र 5 — 6, 8, 12 में कम बिंदु शुभ हैं (क्योंकि बुरे भाव कमजोर होंगे)।

➤ प्रयोग

6th = disease, enemy
अगर 6th में bindu कम हैं → रोग/दुश्मन कमजोर।

8th कम → दुर्घटना/दीर्घ रोग कम।
12th कम → खर्च नियंत्रण।


सूत्र 6 — जिस भाव के स्वामी के Ashtakavarga बिंदु कम हों, उस भाव के विषय में कमी होगी।

➤ प्रयोग

5th भाव का स्वामी (मंगल) यदि अपने AV में 2 bindu रखता है →
संतान/शिक्षा में बाधाएँ आएँगी, भले ही SAV ठीक हो।


**सूत्र 7 — कोई भाव तभी पूर्ण फल देता है जब:

उस भाव + उसके स्वामी + संबंधित ग्रह — तीनों के बिंदु अच्छे हों।**

➤ प्रयोग

10th करियर:

  • 10th SAV अच्छा (35+)?

  • 10th lord (शनि) के AV में 4+?

  • सूर्य/मंगल (करियर ग्रह) strong?

तभी बड़ा पद/authority मिलता है।


सूत्र 8 — Ashtakavarga का समय सिद्धांत (Timing Principle)

ग्रह अपने transit में वहीं लाभ देता है जहाँ उसके bindu ज़्यादा हों।

➤ प्रयोग

यदि गुरु के 11वें भाव में 5 बिंदु हों →
गुरु गोचर में 11वें भाव से गुजरते समय धन-लाभ, promotion।


सूत्र 9 — प्रत्येक ग्रह जहाँ बिंदु दे, उसी भाव से संबंधित घटनाएँ उसी ग्रह की दशा में सक्रिय होती हैं।

➤ प्रयोग

शुक्र के 7th में 5 bindu →
शुक्र दशा में विवाह, प्रेम, साझेदारी सशक्त।


सूत्र 10 — जिस भाव में सभी ग्रह मिलकर (SAV) 28 से कम बिंदु दें → वह भाव कमजोर।

➤ प्रयोग

यदि 4th SAV = 25 →
घर-परिवार, वाहन, जमीन में समस्याएँ।


सूत्र 11 — जिस भाव का SAV 30–34 हो = सामान्य शुभ। 35–40 = बहुत शुभ। 40+ = असाधारण।

➤ प्रयोग

11th SAV = 38 →
जीवन में धन-लाभ लगातार रहेगा।


सूत्र 12 — भावों को जोड़कर निर्णय करो (Bhava Pair Formula)।

भाव-युग्म:

  • 2 + 11 = धन

  • 4 + 10 = करियर vs घर

  • 5 + 9 = शिक्षा/भाग्य

  • 7 + 1 = विवाह/जीवन

➤ प्रयोग

यदि 2 = 5 bindu, 11 = 4 → मजबूत धनयोग।
यदि 7 = 3, 1 = 2 → विवाह में बाधा।


सूत्र 13 — Sarvashtakavarga का विचलन दिखाता है कि किस उम्र में उतार–चढ़ाव आएँगे।

➤ प्रयोग

कम SAV वाले भाव पर गोचर वर्ष में कष्ट।
अधिक SAV वाले भाव पर good events.


सूत्र 14 — ग्रह जिस भाव में कम बिंदु रखता है, वहाँ उसके Remedies सबसे तुरंत असर देते हैं।

➤ प्रयोग

चंद्र 4th में 2 bindu? → चंद्र उपाय = immediate mind-relief।


सूत्र 15 — यदि कोई ग्रह किसी भाव को 7 बिंदु देता है → उस क्षेत्र में चमत्कारिक परिणाम। (Rare Yogas)

➤ प्रयोग

अगर गुरु 9th को 7 bindu दे दे →
भाग्य, धर्म, ज्ञान में असाधारण उन्नति
जीवन को ऊपर उठाने वाला योग।


⭐ अब सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न:

इन सूत्रों का वास्तविक उपयोग कैसे करते हैं?

मैं आपको “3-step practical method” दे रही/रहा हूँ:


Step 1: भाव का SAV देखो — भाव का मूल परिणाम

जैसे 10वाँ भाव करियर:

  • 25–28 = struggle

  • 30–34 = normal

  • 35–40 = rise/fame

  • 40+ = exceptional rise


Step 2: उस भाव-स्वामी ग्रह का Ashtakavarga देखो

10th = सिंह → lord सूर्य
सूर्य के AV bindu देखो।

  • 4+ bindu → करियर में authority

  • 2 या कम → चिंता/परिवर्तन


Step 3: Time देखो — Dashā + Transit जहाँ bindu high हों

उदाहरण:

  • सूर्य AV: 10th = 5 bindu

  • सूर्य दशा = करियर uplift

  • सूर्य गोचर 10th से गुजरे = job promotion

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