रविवार, 16 नवंबर 2025

जैमिनी ज्योतिष के “मुख्य सूत्र”

 

जैमिनी ज्योतिष ग्रहों पर आधारित नहीं, बल्कि राशियों + कारक ग्रहों + दृष्टियों + पदों पर आधारित है।
इसलिए जैमिनी में जिन बातों को “मुख्य सूत्र” कहा जाता है, वे ये हैं:


1️⃣ कारक-तंत्र (Karaka System) – सबसे महत्वपूर्ण

जैमिनी ज्योतिष का आधार 7 चर-कारक हैं:

कारकक्या दर्शाता है
AKआत्मा, जीवन-दिशा
AmKपेशा, कर्म
BKभाई-बहन
MKमाता
PKसंतान
GKरोग/कष्ट/संघर्ष
DKजीवनसाथी

👉 मुख्य सूत्र:

“कारक ही फल देते हैं।”
मतलब भाव से कम, कारक ग्रह ज़्यादा बताते हैं।

📌 प्रयोग
— जीवन में कौन-सा क्षेत्र कैसे चल रहा है?
— कौन-सा ग्रह किस विषय का अधिपति है?
— रिश्तों और कर्म का आधार कैसे बन रहा है?


2️⃣ राशि-दृष्टि (Rāśi Drishti)

जैमिनी में ग्रह-दृष्टि नहीं होती।
केवल राशियाँ एक-दूसरे को देखती हैं:

राशि प्रकारकिसे देखती है
चर राशियाँस्थिर राशियों को (साथ वाली को नहीं)
स्थिर राशियाँचर राशियों को (साथ वाली को नहीं)
द्विस्वभाव राशियाँसभी द्विस्वभाव राशियों को

📌 प्रयोग
— योग बनता है कि नहीं
— कारक ग्रह किस दिशा में फल देगा
— किससे संघ और संबंध बनेगा


3️⃣ पदम् / उपपद लग्न (UL / A pada)

यह जैमिनी ज्योतिष का अत्यंत गूढ़ भाग है।

प्रकारअर्थ
UL (उपपद लग्न)विवाह / संबंध / सहभागिता
A1 (Lagna-pada)संसार में व्यक्ति का projection
A10 (Karma-pada)कर्म और पेशे का स्वरूप
A2 (Dhana-pada)धन-स्रोत

📌 मुख्य सूत्र:

उपपद लग्न से दांपत्य और संबंध-धर्म का निर्णय होता है।
लग्न-पद से संसार में छवि और नाम।

📌 प्रयोग
— संबंध की दिशा
— कर्म-योग
— पैसा कैसे आता है


4️⃣ अرجुन-फोकस सूत्र (Jaimini Sutra Logic)

जैमिनी हर जीवन-विषय के लिए तीन बिंदु देखता है:

(1) भाव / rashi (2) उसका lord (3) उसका कारक

📌 उदाहरण (education):
5th house + 5th lord + PK
= Vidya Sutra

📌 उदाहरण (career):
10th house + 10th lord + AmK
= Karma Sutra


5️⃣ अतिशय-योग (Jaimini Special Yogas)

कुछ विशिष्ट योग:

  • रज्जु योग

  • पराशरश्री योग

  • चक्र योग

  • कारक-लग्न योग

  • पति-परमेश्वर योग

📌 प्रयोग
— जीवन के “major themes” निकालने में
— बड़े turning points समझने में


6️⃣ AK – DK दर्शन (आत्मा–संबंध सूत्र)

यह सबसे बड़ा रहस्य है।

मुख्य सूत्र:

“जहाँ AK और DK का सम्बन्ध बनता है, वहाँ जीवन सीखता है।”

📌 प्रयोग
— जीवन का वास्तविक विषय क्या है
— कौन-सा संबंध आत्मिक शिक्षा देता है
— किस दिशा में व्यक्ति evolve होता है


7️⃣ नवांश (Jaimini Navamsa)

जैमिनी में नवांश =
धर्म, संस्कार, आत्मा की वृत्ति

📌 मुख्य सूत्र:

“Navamsa shows soul’s impulse, not marriage details.”

📌 प्रयोग:
— Atma-karaka का धर्मपथ
— UL का धर्म
— DK का संस्कार-पथ


🏆 सार — “मुख्य सूत्र” का पूरा उद्देश्य

जैमिनी शास्त्र का उद्देश्य prediction नहीं है।
इसका उद्देश्य है:

✔️ जीवन का दार्शनिक theme समझना

✔️ कर्म किस दिशा में ले जा रहा है, देखना

✔️ संबंध, कर्म, ज्ञान — इन तीनों का सार पकड़ना

✔️ मनुष्य के धर्म-पथ (Life purpose) को देखना


📌 इनका उपयोग कैसे किया जाता है?

1. पहले सीखें – कारक कौन है

2. फिर देखें – वह कहाँ बैठा है

3. फिर देखें – उसकी राशि किनको देख रही है (Drishti)

4. फिर पद निकालें – UL, A10, A2

5. अंत में इन सबको जोड़कर life themes समझें

यही जैमिनी ज्योतिष की मुख्य विधि है।
इसमें “prediction” कम,
आध्यात्मिक direction + pattern recognition ज़्यादा है।

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