रविवार, 16 नवंबर 2025

नक्षत्र मंदिर उपाय (Nakshtra and temple)

 

1. अश्विनी – अश्विनीकुमार

→ रेमेडी: राणिपेत / चेन्नई के अश्विनीकुमार मंदिर में तेल चढ़ाएँ।

🌟 2. भरणी – यम

→ रेमेडी: काशी विश्वनाथ या किसी भी यमधर्मराज मंदिर में पितृ-तर्पण करें।

🌟 3. कृतिका – अग्नि देव

→ रेमेडी: तिरुपुर / पलनी के अग्नि–कुण्ड / कार्तिकेय मंदिर में हवन कराएँ।

🌟 4. रोहिणी – ब्रह्मा

→ रेमेडी: पुष्कर, राजस्थान के ब्रह्मा मंदिर में दीपदान।

🌟 5. मृगशिरा – सोम

→ रेमेडी: सोमनाथ मंदिर (गुजरात) में अभिषेक करवाएँ।

🌟 6. आर्द्रा – रुद्र

→ रेमेडी: चिदंबरम के रुद्र नटराज मंदिर में दर्शन अनिवार्य। (आपका उदाहरण)

🌟 7. पुनर्वसु – अदिति

→ रेमेडी: अदिति माता मंदिर (केरल/तमिलनाडु क्षेत्र) में हल्दी चढ़ाएँ।

🌟 8. पुष्य – बृहस्पति

→ रेमेडी: त्र्यंबकेश्वर / नासिक में गुरु अभिषेक कराएँ।

🌟 9. आश्लेषा – नाग देवता

→ रेमेडी: नागनाथ मंदिर (कर्नाटक) या किसी भी नागदर्शन स्थल पर दूध चढ़ाएँ।


🔱 10. मघा – पितृ

→ रेमेडी: गया में पितृ-तर्पण या काशी में पितृ श्राद्ध अवश्य करें।

🔱 11. पूर्वाफाल्गुनी – भग

→ रेमेडी: भगवान सूर्य मंदिर (कोणार्क/मोडेरा) में जल अर्पित करें।

🔱 12. उत्तराफाल्गुनी – अर्यमन

→ रेमेडी: अर्यमन देवता मंदिर (दक्षिण भारत) में नारियल चढ़ाएँ।


🌕 13. हस्त – सवितृ

→ रेमेडी: कोणार्क या किसी भी सूर्य मंदिर में चंदन अर्पित करें।

🌕 14. चित्रा – विश्वकर्मा

→ रेमेडी: विश्वकर्मा मंदिर में औजार (tool) दान करें।

🌕 15. स्वाति – वातु/वायु

→ रेमेडी: वायु देव मंदिर (कर्नाटक – मुकुर्ती/गोकर्ण) में ध्वज चढ़ाएँ।

🌕 16. विशाखा – इन्द्र–अग्नि

→ रेमेडी: इन्द्र मंदिर (त्रिची/कांची) में केसर/कपूर चढ़ाएँ।


🔥 17. अनुराधा – मित्र (सूर्य मित्र देवता)

→ रेमेडी: सूर्य मित्र पूजा – किसी भी सूर्य स्थल पर गुड़ दान।

🔥 18. ज्येष्ठा – इन्द्र

→ रेमेडी: इन्द्रेश्वर मंदिर (कांची/त्रिची) में लाल चावल अर्पित करें।

🔥 19. मूल – निरृति

→ रेमेडी: निरृति देवी पीठ (तमिलनाडु) या किसी शक्ति पीठ में लाल वस्त्र दान।


🌳 20. पूर्वाषाढ़ा – अपः (जल देवता)

→ रेमेडी: किसी जल तीर्थ (गंगा, गोदावरी, कावेरी) में दीपदान।

🌳 21. उत्तराषाढ़ा – विश्वदेव

→ रेमेडी: विश्वेश्वर महादेव मंदिर, वाराणसी में पूजा।

🌳 22. श्रवण – विष्णु

→ रेमेडी: तिरुपति / बद्रीनाथ / जगन्नाथ — किसी भी विष्णु मंदिर में दर्शन।


🌙 23. धनिष्ठा – वसु

→ रेमेडी: वसु देवालय या किसी भी शिव-ध्वनि वाले मंदिर में ढोल/नगाड़ा चढ़ाएँ।

🌙 24. शतभिषा – वरुण

→ रेमेडी: वरुण देव मंदिर (सोमनाथ क्षेत्र / मुंबई तट) में जल कलश अर्पित करें।

🌙 25. पूर्वाभाद्रपदा – अज एकपाद

→ रेमेडी: अज-एकपाद शिवालय (कर्नाटक) में हवन।


🔱 26. उत्तराभाद्रपदा – अहिर्बुधन्य (नाग-रूप शिव)

→ रेमेडी: नागेश्वर ज्योतिर्लिंग में अभिषेक।

🔱 27. रेवती – पूषा (पोषण)

→ रेमेडी: पूषा देवता मंदिर (तमिलनाडु/केरल) में घी-दीप जलाएँ।

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