बुधवार, 3 अगस्त 2011

पेट में गैस, जलन या दर्द हो.... ये रहे रामबाण उपाय

कब्ज़, गैस, कमर दर्द, त्वचा के रोग, रक्त चाप, दांत संबंधी रोग.... ये कुछ एसी बीमारियां हैं जिनसे दुनिया का लगभग हर दूसरा व्यक्ति हैरान-परेशान है। आधुनिक भोग-विलास की जीवनशैली पर चलने वाला हर एक व्यक्ति आज किसी न किसी छोटी-बड़ी शारीरिक या मानसिक बीमारी से ग्रसित है। 

सामान्य दिखने वाली इन घातक बीमारियों से छुटकारे के लिए यहां दिये जा रहे हैं  कुछ परखे हुए 100 फीसदी असरदार  घरेलू नुस्खे। ये घरेलू नुस्खे कारगर तो हैं ही इनका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। तो आइये जानें कुछ जांचे-परखे असर दार नुस्खों के बारे में....

1. गैस की समस्या से निजात पाने के लिए काली मिर्च और नमक को पीस कर गुनगुने पानी के साथ लेने से तुरंत लाभ होता है

2. एक गिलास गुनगुने पानी में आधा नीबू, थोड़ा सा काला नमक, सिका हुआ जीरा और थोडी सी हींग मिलाकर लेने से गैस की तकलीफ में तत्काल राहत मिलती है।

3. म_ा, हींग, सोंठ, गुड आदि पाचन में बेहद सहायक चीजों का सेवन करने से यह बीमारी जड़ से चली जाती है।

4. भोजन करने के बार मात्र 5 मिनिट के लिये वज्रासन में अवश्य बैठें।

5. जब भी लेटें या सोएं बाईं करवट का ही प्रयोग करें।

मंगलवार, 2 अगस्त 2011

दूध से सफेद व चट्टान से मजबूत दांत, सिर्फ तीन फंड़े


पूरे शरीर की बाहरी खूबसूरती काफी कुछ चेहरे बनावट और रंग-रूप पर निर्भर करती है। चेहरे में भी आंखों के बाद दांतों की बनावट और दिखावट का अहम् स्थान होता है। साफ सफेद ओर चमकते दांत किसी भी चेहरे की खूबसूरती में चार चांद लगा सकते हैं।




आयुर्वेद के 3 कीमती सूत्र:




1. आजकल के बच्चों के दांत सफ़ेद-सुन्दर नहीं होते क्योंकि टूथपेस्ट में डले हुए फ्लोराईड से दांत और हमारे शरीर की हड्डियां गलने, खराब होने लगती हैं। इस पर अनेक शोध हो चुके हैं। अत: पेस्ट के स्थान पर किसी आयुर्वेदिक या प्राकृतिक जड़ी-बूटियों से बने हुए मन्जन का प्रयोग करना चाहिये।




2. कभी-कभी अवसर मिलने पर नीम, बबूल, बिल्व आदि पेड़ों से प्राप्त दांतुन भी करते रहना चाहिये।




३. मल-मूत्र त्याग के समय दांत दबाकर बैठें और बाद में कुल्ला कर लें। इससे भी दांत मजबूत बनते हैं। असल में मल-मूत्र त्याग के समय हमारे दांतों की जडों में कुछ तेजाबी पदार्थ एकत्रित होकर उनकी जडों को कमजोर बना देते हैं। कुल्ला करने से ये तेजाबी तत्व निकल जाते हैं। हमारे पूर्वज तभी तो मल-मूत्र त्याग के बाद सदा कुल्ला किया करते थे।

रविवार, 31 जुलाई 2011

13 दिनों में देखें जादुई असर...न रहेंगे मुंहासे न निशान

एक खाश उम्र में मुहांसे होने की समस्या से सभी को दो-चार होना ही पड़ता है। क्योंकि यह एक प्राकृतिक परिवर्तन से जुड़ी  घटना है। यौवन की दहलीज पर खड़े लड़के या लड़की के शरीर में होने वाले हार्मोन्स परिवर्तनों के कारण मुहांसों का होना आम बात है।

कई बार होर्मोन्स परिवर्तन इतना असंतुलित रूप से होता है कि अत्यधिक मुहांसों के कारण  अच्छे भले चेहरे की रंगत और रौनक बिगड़ जाती है। आइये जानें कुछ ऐसे आसान घरेलू उपायों के बारे में जो मुहांसे और उनसे बने दागों को जड़ से मिटाकर आपके चेहरे को फिर से आकर्षक और खूबसूरत बना सकते हैं-

छोटे व घरेलू प्रयोग


1. जामुन की गुठली को पानी में घिसकर चेहरे पर लगाने से मुहासे दूर होते हैं।

2. दही में कुछ बूंदें शहद की मिलाकर उसे चेहरे पर लेप करना चाहिए। इससे कुछ ही दिनों में मुहांसे दूर हो जाते हैं।

3. तुलसी व पुदीने की पत्तियों को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें तथा थोड़ा-सा नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाने से भी मुहांसों से निजात मिलती है।

4. नीम के पेड़ की छाल को घिसकर मुहांसों पर लगाने से भी मुहांसे घटते हैं।

5. जायफल में गाय का दूध मिलाकर मुहांसों पर लेप करना चाहिए।


6. हल्दी, बेसन का उबटन बनाकर चेहरे पर लगाने से भी मुहांसे दूर होते हैं।


7. नीम की पत्तियों के चूर्ण में मुलतानी मिट्टी और गुलाबजल मिलाकर पेस्ट बना लें व इसे चेहरे पर लगाएं।

8. नीम की जड़ को पीसकर मुहांसों पर लगाने से भी वे ठीक हो जाते हैं।

9. काली मिट्टी को घिसकर मुहासों पर लगाने से भी वे नष्ट हो जाते हैं।

शुक्रवार, 29 जुलाई 2011

मुंह की रंगत-रौनक बढ़ाएं चलते-फिरते.... इन छोटे सरल तरीकों से

इंसान के शरीर में उसका चेहरा ही सबसे ज्यादा प्रभावशाली होता है, क्योंकि व्यक्तित्व के दूसरे गुणों की पहचाान तो बाद में होती है। फस्ट इम्प्रेशन तो चेहरे की रंगत तथा हाव-भाव का ही पड़ता है। पहली नजर में ही अपने व्यक्तित्व की अमिट छाप यदि किसी पर छोडऩा हो तो नीचे दिये उपायों को अपनाकर चेहरे पहले ज्यादा प्रभाशाली बनाया जा सकता है....नीचे दिये गए छोटे व सरल उपायों से त्वचा की चमक को बढ़ाया और लंबे समय तक टिका-कर रखा जा सकता है....

1. चेहरे पर कुदरती चमक लाने के लिये शुद्ध प्राकृतिक ग्वारपाठा यानी ऐलोविरा का ज्यूस हथेलियों पर लेकर चेहरे पर मसाज करते हुए लगाएं। और सूख जाने पर चेहरे को साफ गुनगुने पानी से धो लें। 7 दिनों के भीतर ही आप बदलाव देखकर दंग रह जाएंगे।

एक अन्य प्रयोग में दो चम्मच बेसन, हल्दी पावडर, गुलाब जल व शहद मिलाकर लेप बनाएं। इसे चेहरे व हाथ-पैरों और गर्दन पर लगाएं व 10 मिनट बाद  धो लें। इससे त्वचा निखर जाएगी।

2.  कच्चे दूध में हल्दी डालकर पेस्ट बनाएं। इसे चेहरे और हाथ-पैरों पर लगाएं। 10 मिनट बाद धो लें। त्वचा निखर उठेगी।

3.  होठों को सुंदर और मुलायम बनाए रखने के लिए रात को सोते समय दूध की मलाई लगाएं, सुबह ठंडे पानी से धो लें।

4.  आंखों में जलन व काले घेरों को कम करने के लिए रात को सोते समय आंखों पर ठंडे दूध में रुई भिगोकर रखें।

5.  8-10 दिन में एक बार चेहरे को भाप अवश्य दें। इस पानी में पुदीना, तुलसी की पत्ती, नीबू का रस व नमक डालें। भाप लेने के बाद इसी गुनगुने पानी में 5 मिनट के लिए हाथों को रखें। हाथ की त्वचा निखर जाएगी

आलू की खूबी...बाल पकना व झडऩा थम जाएंगे तुरंत


हमारे आस-पास ही कई ऐसी चीजें बिखरी पड़ी होती हैं, जिनसे हम पूरी तरह से वाकिफ नहीं होते। कई बार हम अंदाजा भी नहीं लगा सकते कि जिस चीज को हम इतना सामान्य समझ रहे थे, उसमें किसी गंभीर समस्या का इतना आसान हल निकल सकता है।




आलू प्रकृति की ऐसी नायाब देन है जिस तक आम इंसान की भी पहुंच होती है। इसी आलू में ऐसी अनोखी खूबी पाई जाती है जो सर के बालों के लिये किसी वरदान से कम नहीं होती। यहां हम आलू से जुड़ा तथा कुछ दूसरे बेहद सरल नुस्खे दे रहे हैं जो बालों से जुड़ी समस्याओं में यकीनन बेहद कारगर तथा असरदार होते हैं....




आलू का नुस्खा:




आलू उबालने के बाद बचे पानी में एक आलू मसलकर बाल धोने से आश्चर्यजनक रूप से बाल चमकीले, मुलायम और जड़ों से मजबूत होंगे। सिर में खाज, सफेद होना व गंजापन तत्काल रुक जाता है।




नुस्खा-2




बालों में चमक प्रदान करने के लिए एक अंडे को खूब अच्छी तरह फेंट लें, इसमें एक चम्मच नारियल का तेल, एक चम्मच अरंडी का तेल, एक चम्मच ग्लिसरीन, एक चम्मच सिरका तथा थोड़ा सा शहद मिलाकर बालों को अच्छी तरह लगा लें, दो घंटे बाद कुनकुने पानी से धो लें। बाल इतने चमदार हो जाएंगे जितने किसी भी कंडीशनर से नहीं हो सकते।




नुस्खा-3




बाल धोते समय अंतिम बचे पानी में नीबू निचोड़ दें, उस पानी से बाल धोकर बाहर आ जाएं, बालों में अनायास चमक आ जाएगी।




नुस्खा-4




नारियल के तेल में नीबू का रस मिलाकर बालों की जड़ों में लगाने से बालों का असमय पकना, झडऩा बंद हो जाता है। आंवले का चूर्ण व पिसी मेहंदी मिलाकर लगाने से बाल काले व घने रहते हैं।


गुरुवार, 28 जुलाई 2011

दिमागी ताकत बढ़ाने के तीन रामबाण नुस्खे

उचित खान-पान न होने की वजह से याद्दाश्त यानी मेमोरी पॉवर का कमजोर होना एक आम समस्या बन गई है। हर आदमी अपनी भूलने की आदत से परेशान है। आयुर्वेद में इस समस्या से स्थाई रूप से निजात पाने के कुछ सरलतम उपाय बताए हैं, आइये देखते हैं कुछ चुनिंदा व असरदार      नुस्खे प्रयोग......
1. 4-5 बादाम के दाने रात को भिगोकर सुबह छिलके उतार कर बारीक पीस लें। इस पेस्ट को करीब 250 ग्राम दूध में घोलकर कुछ देर तक धीमी आंच पर उबालें। इसके बाद इसे नीचे उतार कर एक चम्मच घी और दो चम्मच शक्कर मिलाकर ठंडाकर पीएं। इस प्रयोग से इंसान की दिमागी क्षमता में काफी वृद्धि होती है।
2. भीगे हुए बादाम को काली मिर्च के साथ पीस लें या ऐसे ही खूब चबाचबाकर खाऐं और ऊपर से गुनगुना दूध पी लें।
3. एक चाय का चम्मच शंखपुष्पी का चूर्ण दूध या मिश्री के साथ रोजाना तीन से चार हफ्ते तक लें। सिर का दर्द, आंखों की कमजोरी, आंखों से पानी आना, आंखों में दर्द होने जैसे कई रोगों में भी यह विधि लाभदायक है।
विशेष: 
किसी भी आयुर्वेदिक क्रिया या औषधि को अपनाने से पहले स्वविवेक से काम लेना चाहिये तथा किसी आयुर्वेद के जानकार चिकित्सक से सलाह लेना सदैव निरापद रहता है। किसी भी असुविधा के लिये वेबसाइट जिम्मेदार नहीं होगी।

बुधवार, 27 जुलाई 2011

कमर की साइज 34 से ऊपर निकल जाए, तो समझो...


मोटापा आज एक कॉमन समस्या के रूप में अपनी पहचान बनाता जा रहा है। खाशकर महिलाओं में तो मोटापा एक बीमारी का रूप लेता जा रहा है। शादी होने या बच्चे होने के बाद महिलाएं अपनी सेहत को लेकर अक्सर लापरवाह हो जाती हैं, जिससे वह आसानी से मोटापे की शिकार होती चली जाती हैं। डॉक्टरों का मानना है कि जब कमर की चौड़ाई 34 ईंच से अधिक होने लगे तो सावधान हो जाना चाहिए। इससे अधिक कमर की चौड़ाई होना मोटापे की निशानी है। यहां हम कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे बता रहे हैं, जिससे न केवल कमर की मोटाई कम की जा सकती है, बल्कि उसे पतली और आकर्षक बनाया जा सकता है।

नुस्खा-1

पपीता के मौसम में इसे नियमित खाएं। लंबे समय तक पपीता के सेवन से कमर की न केवल अतिरिक्त चर्बी कम होती है, बल्कि वह बेहद आकर्षक हो जाता है।

नुस्खा-2 

छोटी पीपल का कपड़छान (यानी किसी सूती कपड़े से छान लेना) कर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को तीन ग्राम प्रतिदिन सुबह के समय छाछ के साथ लेने से निकला हुआ पेट दब जाता है और कमर पतली हो जाती है।

नुस्खा-3 

मालती की जड़ को पीसकर उसे शहद में मिलाएं और उसे छाछ के साथ पीएं। प्रसव के बाद बढऩे वाले मोटापे में यह रामवाण की तरह काम करता है और कमर की चौड़ाई कम हो जाती है।

नुस्खा-4 

आंवले व हल्दी को पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को छाछ के साथ लें, पेट घट जाएगा और कमर कमनीय हो जाएगी।

विशेष:

किसी भी आयुर्वेदिक क्रिया या औषधि को अपनाने से पहले स्वविवेक से काम लेना चाहिये और किसी आयुर्वेद के जानकार चिकित्सक से सलाह लेना सदैव निरापद रहता है। किसी भी असुविधा के लिये वेबसाइट जिम्मेदार नहीं होगी।

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