शनिवार, 11 अगस्त 2018

exact remedy for weight loss मोटापा दूर करने के इससे अचूक उपाय नहीं जानते होंगे आप


मोटापा दूर करने के लिए दरअसल आहार को कम करने के बजाय उसे संतुलित करने की ज़रूरत है। भोजन में ऐसी चीजें शामिल करनी चाहिए जो कम वसायुक्त हों और जिनका ऊर्जामान (कैलोरी) कम हो, परंतु वे शरीर के लिए ज़रूरी पोषकता की पूर्ति करने वाली हों।
आहार संतुलन के बाद विहार में भी संतुलन ज़रूरी है। अर्थात् पूरे दिन में से कुछ समय आपको शारीरिक श्रम के लिए अवश्य ही निकालना चाहिए। जितनी ऊर्जा शरीर को भोजन से मिलती है अगर उससे ज़्यादा श्रम में ख़र्च होती है तो समझिए कि मोटे लोगों के लिए सार्थक परिणाम निकल सकते हैं। आहार-विहार को संतुलित करते हुए मोटापा घटाने का फिलहाल एक कार्यक्रम दिया जा रहा है, मोटे लोग इसे अपनाएं और लाभ उठाएं-
1. 6-7 घण्टे की पर्याप्त नींद लेने के बाद सबेरे जल्दी उठने की आदत बनाएं। उठने के बाद सबसे पहले 1 गिलास गुनगुनेे गरम पानी में 2 चम्मच नींबू का रस और दो चम्मच शुद्ध शहद मिलाकर गटागट पी जाएं। अब कुछ देर टहलने के बाद शौच के लिए जाएं।
2. शौचादि से निवृत्त होकर कम से कम 3-4 किलोमीटर तेज़ क़दमों से टहलने निकलें, हो सके तो थोड़ी दौड़ भी लगाएं। याद रखें धीरे-धीरे चहलक़दमी करने से मोटापे पर कोई असर नहीं पड़ने वाला। टहलने के बाद समय हो तो कुछ योगासन व्यायाम करें। टहलने के बजाय चाहें तो केवल आसन व्यायाम से भी काम चला सकते हैं। आसनों में सूर्यनमस्कार, उत्तान पादासन, हलासन, धनुरासन, जानुशिरासन, वक्रासन, ताड़ासन, पश्चिमोत्तान आसन, भुजंगासन, पवनमुक्तासन में से पहले आसान आसनों से शुरूआत करके धीरे-धीरे जितने आसन कर सकें, करें। उड्डियान बंध तथा भस्त्रिका प्राणायाम भी करें। आसन-व्यायाम फ़़ुरसत हो तो सबेरे शाम दोनों समय खाली पेट कर सकते हैं; और बेहतर परिणाम मिलेगा। इतना अवश्य समझ लें कि आसन-व्यायाम योग्य व्यक्ति से सीख-समझकर ही शुरू करना चाहिए।
3. नाश्ता हल्का-फुल्का करें। कोई एक क़िस्म का एक पाव फल या फल का रस लें। 50 ग्राम मँूग में थोड़ा गेहूँ, थोड़ी मेथी मिलाकर अंकुरित करके सेंधा नमक और नींबू का रस मिलाकर भी नाश्ते के रूप में सेवन कर सकते हैं। दूध पीते हों तो मलाई उतारकर एक पाव दूध में आधा चम्मच सोंठ तथा 6-7 मुनक्का या थोड़ा अंजीर डालकर उबालें और गुनगुना रहने पर पिएं। चाय पीने का इरादा हो तो अदरक या सोंठ, तुलसी, काली मिर्च, लौंग, इलायची, मुलहठी आदि जड़ी-बूटियों की चाय इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरह की आयुर्वेदिक चाय गुरुकुल कांगड़ी, दिव्य योग मंदिर ट्रस्ट (स्वामी रामदेव), गायत्री परिवार, संत आसाराम बापू आश्रम आदि की बनी हुई मिलती है।
4. मोटापे से ग्रस्त लोगों को दोपहर और शाम के भोजन में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। तेल, घी से बनी वसायुक्त और ज़्यादा प्रोटीन व कार्बाेज युक्त चीज़ों का सेवन हर हाल में सीमित कर देना चाहिए। भोजन से पहले पर्याप्त मात्रा में सलाद खाएं। हरी सब्ज़ियों की मात्रा भरपूर रखें और गेहूँ की रोटी कम खाएं। अगर मोटापे की समस्या ज़्यादा हो तो कम से कम एक माह के लिए गेहूँ की रोटी खाना एकदम बंद कर दें। इस दौरान जौ के आटे से बनी रोटी भोजन में लें या साबुत चने में जौ मिलाकर पिसवा लें। इस आटे की रोटी स्वादिष्ट भी लगेगी। 10 किलो चना हो तो दो किलो जौ मिलाएं तो अच्छा लाभ मिलेगा। दालों में छिलकायुक्त मूँग, मसूर का सेवन बेहतर रहेगा।
चिकित्सा के शुरू में यदि एकाध हफ़्ते तक सिर्फ़ मौसमी फल, फलों के रस, सलाद और हरी सब्ज़ियों व दाल पर ही निर्वाह करें तो अच्छा है। इसके बाद धीरे-धीरे जौ की रोटी सेवन करना शुरू करें। एक डेढ़ माह बाद गेहूँ की रोटी खाना शुरू कर सकते हैं। दोनों समय का भोजन इसी तरह का करें। शाम को सोने से दो-तीन घण्टे पूर्व भोजन कर लेना हितकर है। क़ब्ज़ियत दूर करने के लिए एनिमा ले सकते हंै या सोने से पूर्व एक गिलास गुनगुने पानी के साथ एक चम्मच त्रिफला में दो चम्मच ईसबगोल मिलाकर सेवन करें। त्रिफला के स्थान पर आँवले का चूर्ण भी ले सकते हैं। वैसे भी भोजन आदि के साथ ताज़ा या सूखे आँवले का चूर्ण, जो भी मिले, अवश्य सेवन करें।
दोपहर के भोजन के साथ मलाई रहित दूध से जमाई दही या छाछ भी ले सकते हैं। इससे मोटापा घटाने में मदद मिलेगी। भोजन में यह पूरा सुधार अपनाते हुए इतना याद रखें कि शुरू में एक हफ़्ते तक फल-सब्ज़ियों पर निर्वाह करने के बाद अचानक ही ढेर सारी रोटियाँ न खाना शुरू कर दें। एक-दो रोटी से शुरू करके धीरे-धीरे रोटियों की संख्या यथोचित मात्रा तक बढ़ाएं।
मोटापा, ख़ासतौर से पेट और कमर का, घटाने के लिए एक अच्छा प्रयोग यह है कि दोनों समय भोजन करने के तुंरत बाद आधा गिलास उबला हुआ गर्म पानी चाय की तरह जितना गर्म पी सकें पी जाएं। यह प्रयोग डेढ़-दो माह तक कर सकते हैं। इसे बहुत लंबे समय तक नहीं चलाना चाहिए। यह प्रयोग प्रसव के बाद महिलाओं के पेट बढ़ने की समस्या में विशेष लाभप्रद है। गठिया, क़ब्ज़, गैस, यकृत रोग, मासिक धर्म की अनियमितता, आँखों के नीचे के कालेपन आदि में भी गर्म पानी का प्रयोग काफ़ी हितकर है।
दोपहर और शाम के भोजन में 8-9 घण्टे का अंतराल हो तो बीच में 3 या 4 बजे तक कोई हल्का पेय या फल लें। थोड़े भुने चनों के साथ आयुर्वेदिक चाय लेकर भी काम चला सकते हैं।
इतने उपायों पर अमल करते हुए आप कुछ दिनों में मोटापे की समस्या पर तो विजय पा ही जाएंगे, आपके पोर-पोर में स्फूर्ति का भी संचार होगा। इन उपायों के साथ चाहें तो बायोकैमी की कल्केरिया फास 3x या 6गx, काली फास 3x, काली म्यूर 6x, नेट्रम म्यूर 3x तथा साइलीशिया 12x नामक दवाओं की एक-एक टिकिया मिलाकर एक घूँट गरम पानी के साथ दिन में तीन-चार बार जब तक मोटापा न कम हो जाए तब तक सेवन कर सकते हैं। याद रखें कि बायोकैमिक दवा की टिकिया निगलने के बजाय जीभ पर रखकर चूसनी होती है। यह उपाय सोने पर सुहागा का काम करेगा। इसके अलावा चरित्रगत विशेषताओं के आधार पर चुनी गई कई होम्योपैथी औषधियाँ भी मोटापा घटाने में अच्छा प्रभाव दिखा सकती हैं। राजीव दीक्षित जी के किताब से लिए गए यह उपाय बहुत ही कारगर 

शुक्रवार, 10 अगस्त 2018

The body fat will melt like butter This home remedies शरीर की चर्बी को मक्खन की तरह पिघला देगें यह घरेलु नुस्खें



आज हम आपको राजिव दीक्षित जी की किताब के कुछ अंश लेकर आये हैं जो आपको मोटापा दूर करने में मदद करेगे, आपके बेडोल शरीर को शेप में लेकर आयेगे. 


1 गिलास पानी में 4 बड़े चम्मच भर सिरका खाली पेट सेवन करते रहने से कमर का मोटापा दूर होता है। कुलथों को पकाकर खाने से शरीर की चर्बी छँटती है। सायंकाल के समय 6 माशा त्रिफला कोरे मिट्टी के पात्रा में लगभग छटाँक भर जल में भिगो दें। प्रातः मसल-छानकर तथा एक तोला शहद मिलाकर नियमित पिएं।

पेट, कमर व कूल्हों की चर्बी कम करने के लिए भाप सेंक करना चाहिए। यदि प्राकृतिक चिकित्सालय आदि में व्यवस्था न हो तो यह उपाय आप घर में भी कर सकते हैं। इसके लिए एक बड़े भगोने या पतीली में एक चम्मच नमक तथा तीन-चार चम्मच अजवायन डालकर पानी भर दें। बरतन पर जाली या चलनी आदि रखकर पानी को उबालें। जब भाप उठने लगे तो दो छोटे तौलिए ठण्डे पानी में भिगोकर निचोड़ लें तथा बारी-बारी से जाली पर रखकर भाप से गर्म करके पेट, कमर तथा कूल्हों की सेंक करें। इस उपाय से धीेरे-धीरे चर्बी छँटने लगेगी।

प्रातः शौच जाने से पूर्व एक गिलास ठण्डे पानी में दो चम्मच शहद मिलाकर नियमित कुछ दिनों तक पीने से चर्बी कम होने लगती है। तुलसी के पत्तों के रस में शहद मिलाकर नियमित चाटते रहने से चर्बी कम होती है। 1 तोला मूली चूर्ण इतने ही शहद में मिलाकर पानी के साथ सेवन करने से चर्बी छँटती है। बड़ी हरड़, आँवला तथा बहेड़े का छिलका (त्रिफला) समान भाग लेकर चूर्ण बनाकर इसमें से 1 तोला चूर्ण शहद मिले पानी के साथ सेवन करने से 40 दिनों में मोटापा कम होने लगता है।

त्रिफला व गिलोय के काढ़े में 250 मि.ग्रा. लौह भस्म मिलाकर पीने से मोटापा बढ़ना रुक जाता है। 12 ग्राम शहद में 3 ग्राम चित्रकमूल का चूर्ण मिलाकर चाटने से पेट बढ़ना रुक जाता है। 1 तोला गिलोय, 3 तोला बायबिडंग, 2 तोला छोटी इलायची, 4 तोला इन्द्रजौ, ढाई तोला बहेड़ा, 5 तोला बड़ी हरड़, 7 तोला आँवला तथा 8 तोला शुद्ध गुग्गुल लें। गुग्गुल के अलावा पहले शेष सभी चीज़ों का चूर्ण बनाएं, इसके बाद गुग्गुल में मिलाकर अच्छी तरह कूटकर रख लें। आधा से 1 तोला यह चूर्ण शहद में मिलाकर सबेरे शाम पानी के  साथ सेवन करना चाहिए.

बुधवार, 8 अगस्त 2018

Road Hit or T-Junction Property: Good or Bad a per Vastu



यह लेख विश्वजीत बब्बल वैदिक काउंसलर के फेसबुक पोस्ट से लिया गया है. वे वास्तु और ज्योतिष की बहुत अच्छी जानकारी रखते हैं. उन्होंने अपनी जानकारी के आधार पर कई लोगों के परेशानिया दूर की है. यह अपने अनुभव को भी समय समय पर लोगों से शेयर करते हैं. आप इनसे सशुल्क परामर्श ले. सकते हैं. आप उनसे फेसबुक के द्वारा सम्पर्क कर सकते हैं. इस सेवा का लाभ जरुर लें. 
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T-point or T-Junction houses are those houses which are built at the end of a road. According to vastu shastra, such houses are called Marg Vedhit (मार्ग वेधित) / road-hit houses. In simple language, it could be said these houses are at T-Junction.

This is a general belief that T-Junction houses are not auspicious for living in and working in. this is also a reason why T-Junction houses are easily available for buyers. However, the truth, in that certain houses, located at T-points, are very lucky for some people---they help them in their growth and success.

For example, a T-Junction at the North zone, North-East zone or East zone proves highly profitable. In the rest 13 vastu zones, it is not beneficial and proves harmful. Due to residing in such houses, people could face severe losses throughout life.

In addition to this, there are other surprising facts about houses located at T-Points. For example, a house located at a South-East T-junction is highly fruitful for doctors. A building is particularly beneficial for business consultants if a road, from South-West direction hits a building which is located on the Western side of their building. Get proper analysis for your residential and working space.

मंगलवार, 7 अगस्त 2018

Very important tips of numerology अंक शास्त्र के बहुत ही महत्वपूर्ण सूत्र


आज अपने ब्लॉग पर चर्चा करेगे अंक शास्त्र की. हर किसी के जीवन में अंको का बहुत महत्व होता हैं. आपका जन्म, मृत्यु, जीवन की अच्छी बुरी घटनाएं सब अंको पर ही आधारित होती हैं. क्योकिं समय भी अंकों का ही रूप है. ग्रहों के अंश भी अंकों का ही रूप है. इसलिए आप अख सकते है की जीवन में हर घटना किसी भी अंक से जुडी होती हैं. जैसे में अपना जीवन देखू तो मेरी जीवन की महत्वपूर्ण चीजों में ७ अंक बहुत ही ख़ास है. जून का महीना ख़ास है. आज अंक ज्योतिष के कुछ महत्त्वपूर्ण टिप्स लेकर आये हैं.


यह लेख विश्वजीत बब्बल वैदिक काउंसलर के फेसबुक पोस्ट से लिया गया है. वे वास्तु और ज्योतिष की बहुत अच्छी जानकारी रखते हैं. उन्होंने अपनी जानकारी के आधार पर कई लोगों के परेशानिया दूर की है. यह अपने अनुभव को भी समय समय पर लोगों से शेयर करते हैं. आप इनसे सशुल्क परामर्श ले. सकते हैं. आप उनसे फेसबुक के द्वारा सम्पर्क कर सकते हैं. इस सेवा का लाभ जरुर लें. 
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If your name begin from "E" alphabet, then you should know that this vibration is quite versatile and inspirational. Holding onto freedom, it embraces travel, movement, and flexibility. It is straightforward and direct. It is usually interested in spiritual matters. It likes to learn and enjoys words, whether in written context or in speaking. It holds within it a lot of energy and vitality. With the amount of energy that moves through an 'E', it usually remains fairly calm. Too many 'E's' can bring on impulsiveness and restlessness. numerology

सिंगल डिजिट याने 1 से 9 के बीच बर्थ डेट होना काफ़ी फ़ायदेमंद होता है बजाये डबल डिजिट डेट्स पर जन्म लेने के. जैसे 6 को जन्मे Vivek Singh का शुक्र ही प्रधान होगा लेकिन 15 को जन्मे का सूर्य (1), बुद्ध (5) और शुक्र (6) - तीन-तीन ग्रह को बड़ी बुद्धिमत्ता से कंसीडर करना पड़ेगा या जो 24 को जन्मे, उनका चन्द्र्मा (2), राहु (4) और शुक्र (6) - फिर तीन-तीन ग्रहों को बड़ी सूक्ष्मता से विश्लेषित कीजिये.

अब वेस्टर्न लोग तो मामा चचा ताऊ सबको अंकल बना देते है लेकिन धन्य है हमारे महर्षि, जिन्होंने वैदिक अंक ज्योतिष की रचना कर हमारा दिशा निर्धारण किया. वैदिक अंक ज्योतिष में 15 या 24 का अर्थ केवल 6 ही होता तो हम भी फिरंगियों की भांति कुएँ के मेंडक होते.

व्यापक परिप्रेक्ष्य में देखना चाहिए हर डिजिट को और वो भी अत्यंत सावधानीपूर्वक. अर्थ का अनर्थ होने में देर कभी न लगती भाया...

जैसे मेरी बर्थ डेट 17 है. अब वेस्टर्न न्यूमेरोलोजी तो इसे, आव देखा न ताव और 1+7=8 यानि शनि मेरा मूलांक स्वामी होना चाहिये. इतना भर तो सही है, लेकिन केवल शनि ही माइबाप नहीं न होंगे, सूर्य (1) और केतु (7) भी तो अपना समानुपाती (proportional) प्रभाव रखेंगे ता-उम्र...

इसे ही वैदिक अंक ज्योतिष कहते हैं.

4 तारीख को जन्मे व्यक्ति की 3 और 5 तारीख को जन्मे व्यक्ति से पार्टनरशिप सहज नहीं चलती, बहुत कटुतावश अलग होते हैं..

PM shri Narendra Modi and 2019- क्या होगा २०१९ के चुनाव में मोदी का


यह रिसर्च हमारे ज्योतिषी आश्विन रावल जी है. जो सशुल्क आपकी समस्या का समाधान कुंडली देखकर करते हैं. शादी, नौकरी, परिवारिक समस्या आदि परेशानियों का जबाब यह आपको दिन महीने और वर्ष के साथ समस्या का हल करके बताते हैं.  उनको ज्योतिष का ४० वर्षों से ज्यादा अनुभव हैं. आप उनसे ऊपर दिए गये नम्बर पर whatsApp करके सशुल्क परामर्श ले सकते हैं.  इस सेवा का लाभ जरुर लें.  यह मेटर कॉपीराइट है आश्विन रावल जी का.


( Saturn in Sagittarius is not good for Modi ji since this is the last phase of Sadesati and Saturn is aspecting his natal Sun. Rahu in Cancer is also aspecting natal Moon

So this planetary position in Modi ji's chart is not fair. Saturn and Rahu will damage the image and will give some shocks in state election results. People will not be happy and Karishma will be reduced in 2018. Opposition parties will become stronger than 2014. )

Yes, transit of Saturn is negative from October 2017 and at the age of 68th, His 8th house is activated so he faces this upset now a days. He is in stress and He will realise that time is changed.

But this is not his downfall or reversal. It is a temporary setback. From 17th September 2018 he will enter in 69th year which will be His 9th house activation and lord of 9th house is also in Ascendant so he will again gear up.

From October 2018 Jupiter will enter Scorpio so again He will be accelerated towards Power. At the time of election result in 2019, Jupiter will be over Moon and Mars. Also aspecting 5th 7th and 9th house so he will be again get Power but seats will be reduced in comparison to 2014.

For Modi ji 2014 was a Golden year of life. We can call it a Karishma year.

Let us go back and focus on 2014. His 5th house was activated where Rahu is placed. So Rahu was the controlling planet from 17.09.2013 to 17.09.2014 and Rahu gave too much fame and respect to our PM in 2014.

Rahu made Shri Mukesh Ambani multi billionare. Rahu made Modi ji Prime Minister since Rahu is the controlling power of India. See Rahu is in Ascendant in Independance chart as well as in Republic day chart too !!

He was also running Moon Rahu dasha so I had predicted that time that He is our new PM in 2014. It was 'Har Har Modi Ghar Ghar Modi' days. Rahu created magnatic influence over Indian Public.

But 2019 has Moon Ketu dasha. So that 2014 karishma is missing in 2019. But Ketu is with Sun and Sun is the lord of 10th so he will again come to power !!!

Anyways Modi ji will again come to Power in 2019 but there is a difference between Rahu and Ketu period. Much stress and compromise will be there.
One more thing I would like to mention here.

17th September is the Birth Day of our PM. On 17 September 2018 Saturn is in 8th house at 8 degree in Independence chart of India and Sun is squaring this Saturn. Mars and Ketu are also very close in 9th house. Mars is the owner of 7th house which denotes Opposition party.

I smell some plan of Opposition Party on this day. I can't predict what exactly will happen but it is quite possible that a new UPA coalition may be announced on this day by Sonia Gandhi, Mayavati and Mamata Banerjee with all opposition parties. Gift of a new official Alliance on PM's Birth day !!! Let see.

Time is always changing and nothing is permenant in this world. Days are there for India to come !!! We may be alive or not, but India will be a supreme power one day !!!

Ashwin Rawal 03.06.2018

सोमवार, 6 अगस्त 2018

According to the zodiac, how will you pass this month राशि अनुसार जानें कैसा गुजरेगा आपका यह महीना



यह लेख विश्वजीत बब्बल वैदिक काउंसलर के फेसबुक पोस्ट से लिया गया है. वे वास्तु और ज्योतिष की बहुत अच्छी जानकारी रखते हैं. उन्होंने अपनी जानकारी के आधार पर कई लोगों के परेशानिया दूर की है. यह अपने अनुभव को भी समय समय पर लोगों से शेयर करते हैं. आप इनसे सशुल्क परामर्श ले. सकते हैं. आप उनसे फेसबुक के द्वारा सम्पर्क कर सकते हैं. इस सेवा का लाभ जरुर लें. 
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१ अगस्त से १ सितम्बर तक शुक्रदेव कन्या राशि में विचरण करेंगे, सो इस एक माह में सम्भावना है कि

मेष राशि वाले दुर्घटनाग्रस्त हो सकते हैं.
May be crashing


वृषभ राशि वाले की संतानोत्पत्ति के चांसेस थे लेकिन मंगल-केतु से वेधित हो गए.
Taurus zodiac had the chances of childbirth but were intertwined with Mars-Ketu

 मिथुन राशि वाले मित्रों के संग खुशियाँ मना सकते हैं.
 You can celebrate happiness with friends

कर्क राशि वाले की समृद्धि का समय था लेकिन बुद्ध ने रोड़ा अटका दिया.
Cancer was the time of prosperity, but Buddha strained him.

सिंह राशि वालों को धनलाभ हो सकता है.
Those who have lion may get the money.

 कन्या राशि वालों का सुख-काल है ये एक माह.
 It is a month of happiness for थे

तुला राशि वाले इस माह दाम कमा सकते थे लेकिन शनि की प्लेसमेंट ने पानी फेर दिया.
Libra could earn the price this month, but Saturn's placements turned away.

वृश्चिक वाले बचते बचाते चलेंगे.
Scorpio will run to save lives.

धनु वाले कलहग्रस्त हो सकते हैं.
Sagittarians can become discontented.

मकर वाले भी सुख का अनुभव करेंगे.
Capricorn will also experience happiness.

कुम्भ राशि वाले, तेरी तो दसों उँगलियाँ घी में और सिर कढ़ाई में है, कमाये जा बस.
profit and profit only profit

मीन जी, आपके जीवन साथी को कोई कष्ट होने की सम्भावना है, सो थोड़ा संभल कर मूव करने के लिये आगाह करे.
your life partner is likely to suffer, so please take a moment to warn and move on.


*राशि माने जिसमें थारा चन्द्र्मा आलथी-पालथी जमाये बैठे हैं.

शनिवार, 4 अगस्त 2018

इन लोगों को नहीं हसना चाहिए जोर से आ सकती है परेशानी



आजकल की इस आपाधापी भरी जिंदगी में लोग हंसना तो जैसे .भूल ही गए हैं आज हम  आपको हंसने के कुछ ऐसे स्वास्थ्य लाभ बताने जा रहे हैं. जिसे जानकर आप असमंजस में पड़ जाएंगे और हंसी के ठहाको  को लगाकर आप स्वस्थ हो जाएंगे. नियमित हंसते रहने से आपकी  बहुत सारी बीमारियां मिटती हैं, और शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है.
अगर आप खाना खाने से पहले पैरों को गिला करते हैं और 10 मिनट तक हंस कर फिर खाना खाते हैं. तो इस
प्रकार खाया गया खाना आपके लिए अमृत के समान होता है. जब खाना अमृत बन जाता हैं तो वह आपके शरीर में रोगो से लड़ने की भी शक्ति पैदा कर देता हैं. 


अगर आपको प्राकृतिक हंसी नहीं आती है तो आप बनावटी हंसी भी जोर-जोर से 10 मिनट के लिए हँसे. क्योंकि इस हंसी से आपके फेफड़ों का व्यायाम हो जाता है, आपकी सांस लेने की क्षमता भी बढ़ जाती है, शरीर में खून का संचार तेज होने लगता है, जिन लोगों को दिल का दौरा ,आधी सीसी, मानसिक तनाव, दिल के किसी प्रकार के रोग, आपके हृदय की धमनियों के रोग, डिप्रेशन, ब्लड प्रेशर, एसिडिटी , सर्दी जुखाम, कैंसर आदि रोगों से परेशान हो तो उनको अपने दिन की शुरुआत 20 मिनट तक हंसने से करना चाहिए.  यह 20 मिनट की हंसी आपको पूरे दिन तरोताजा रखती है.
 जो लोग दिल के पुराने मरीज हो, जिन्हें टीवी रोग हो, फेफड़ों से संबंधित कोई गंभीर रोग, कोई भी गर्भवती महिला या फिर जिसने अपनी डिलीवरी ऑपरेशन से करवाई हो या जिनका पेट का ऑपरेशन हुआ  हो और  दिल का दौरा जिन लोगों को पड़ गया हो. उन्हें जोर से नहीं हंसना चाहिए मतलब उन्हें ठहाके  नहीं लगाना चाहिए. वह धीरे-धीरे हंसकर अपने आप को स्वस्थ बना सकते हैं.
हंसी द्वारा निरोगी रहने के इस नुस्खे तो डॉक्टर और वैज्ञानिक भी अपनाते हैं. शहरो में बाकायदा इनकी क्लास लगती है.

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