सोमवार, 6 फ़रवरी 2012

शिशुओं के लिए सबसे सर्वश्रेष्‍ठ आहार

बच्‍चा जब भी खाना सीखता है तो हम तरह तरह के आहार उसके लिए बनाना शुरु कर देते हैं। कई मांए तो इंटरनेट पर भी अपनी खोज बीन जारी रखती हैं पर इंटरनेट पर हमें ज्‍यादातर विदेशी भोजन या आहार ही मिलते हैं, जिसे भारतीय बच्‍चे इतना पसंद नहीं करते। हमारे भारतीय व्‍यंजनों में ही इतना कुछ पौष्टिक आहार है कि अगर हम उसे अपने शिशु को दें तो उसके जल्‍दी बढ़ने बौर शरीर में मजबूती होने के आसार काफी बढ़ जाएगें।

शिशुओं के लिए पौष्टिक आहार: 

1. दही चावल: यह उन बच्‍चों कि लिए बहुत लाभकारी है जिन्‍होनें तुरंत ही खाना सीखा हो। चावल, चीनी और दूध मिला कर तैयाद किया जाने वाल यह भोजन बिल्‍कुल भी मसालेदार नहीं होता और खाने में हल्‍का भी होता है। इसे खाने से आपके बेबी को प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और चीनी से एनर्जी मिलेगी। 

2. घी रोटी: घी खाने से हड्डियों को ताकत मिलती है और वह मजबूत बनती हैं। आम तौर पर हमारे घरों में रोटियां थोडी ठोस बनती हैं इसलिए अगर उसमें घी लगा कर बच्‍चे को खिलाया जाए तो वह उसे अच्‍छे से निगल लेगा। अच्‍छा होगा कि अगर आप घी को बाजार से लाने के बजाए घर पर ही बनाएं। 

3. मलाई चिकन या बेजिटेबल करी: हमारे भारतीय भोजन में सब्जि को चावल और दाल को रोटी के साथ खाये जाने की प्रथा है। इसलिए अगर आप भी चाहती हैं कि आपका बच्‍चा इस भोजन को प्‍यार और मजे के साथ खाए तो सब्जि को बनाते वक्‍त उसमें मसाला ना डालकर उसमें थोडा सा क्रीम डालें। आप उसमें दही या फिर काली मिर्च का उपयोग भी कर सकती हैं। इसमें ढेर सारी सब्जियां या फिर चिकन डाल कर खिलाएगीं तो बच्‍चे को पोषण मिलेगा। 

4. खिचड़ी: यह बहुत ही आम सा भोजन है जिसे बच्‍चे बडे ही प्‍यार से खाते हैं। इसको बनाने के लिए आप तरह तरह की दालों और सब्जियों का प्रयोग कर सकती हैं। य‍कीन मानिए कि इसमें इतना पौष्टिक तत्‍व भरा होगा जिसकी आप कामना भी नहीं कर सकतीं। 

5. दलिया: भारत में यह ऐसा आहार है जिसे बच्‍चे और बूढ़े बडे मन से खाते हैं। यह गेंहु से बना हुआ होता है जिसे पचने में ज्‍यादा समय नहीं लगता। इसमें रेशा काफी मात्रा में पाया जाता है जिससे बच्‍चे को पेट संबधित कोई बीमारी नहीं होगी। बच्‍चे के लिए बनाने के लिए इसमें आप सब्जियों और घी का प्रयोग कर सकतीं हैं।

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