सोमवार, 6 फ़रवरी 2012

एक आसान उपाय: इससे कब्ज दूर होगी और खुलकर भूख लगने लगेगी


शरीर में पर्याप्त ऊर्जा के लिए सही समय पर पर्याप्त संतुलित आहार लेना जरूरी है। अगर आपके साथ ये समस्या है कि कार्य की अधिकता के चलते खाना-पीना कुछ याद नहीं रहता। ऐसे में खाने का सही समय निर्धारित न होने पर कुछ ही दिनों कम खाने की आदत पड़ जाती है, ठीक से भुख नहीं लगती। यदि आप फिर से अपनी भूख को बढ़ाने चाहते हैं तो धनुरासन आपके लिए सर्वोत्तम उपाय है।
धनुरासन की विधि- किसी समतल और शुद्ध वातावरण वाले स्थान पर कंबल या अन्य को सुविधाजनक आसन बिछा लें। अब मुंह के बल या पेट के बल लेट जाएं। इसके बाद अपने दोनों हाथों को बगल में सटाकर पूरे शरीर के नसों को बिल्कुल ढीला छोड़ दें। इसके बाद अपने दोनों एड़ी व पंजों को आपस में मिलाते हुए घुटनों के बीच फासला रखते हुए पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की ओर उठाते हुए सिर की तरफ मोड़ें तथा दोनों पैरों को एड़ी के पास से दोनो हाथों से पकड़ लें। हाथों पर जोर देकर पैरों को खिचंते हुए अपने सिर, छाती तथा जांघों को जितना संभव हो उतना ऊपर की ओर उठाने का प्रयास करें और दोनों हाथों को बिल्कुल सीधा रखें। इस स्थिति में तब तक रहें, जब तक आप रह सकें और सांस कुछ देर रोककर रखें। फिर धीरे-धीरे सांसों को छोड़ते हुए सामान्य स्थिति में आ जाएं।
धनुरासन के लाभ- यह आसन सभी योगासनों में काफी महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस आसन के कई लाभ हैं। धनुरासन से शलभासन और भुजंगासन का लाभ भी मिलता है। यह आसन रीढ़ की हड्डी को लचीला बनाता है, जिससे व्यक्ति का जवानी अधिक समय तक रहता है। यह शरीर की जोड़ों को मजबूत करता है। इस आसन को करने से टली हुई नाभि सामान्य स्थिति में आ जाती है। यह कमर दर्द व गर्दन के दर्द के लिए भी लाभकारी है। यह आसन गर्दन, छाती व फेफड़े को शक्तिशाली व क्रियाशील बनाता है। कंधे को मजबूत व छाती को चौड़ा व ताकतवर बनाता है। यह आसन पेट की अधिक चर्बी को कम करता है। इससे पेट के विकार दूर कर पेट से सम्बन्धित रोगों को खत्म करता है और हमसे दूर रखता है। पाचन शक्ति को बढ़ाता है और भूख को बढ़ाता है। यह आसन श्वास की बीमारियों के लिए भी लाभकारी है। यह सांसों की क्षमता को बढ़ाता है। इस आसन को करने से कब्ज दूर होता है। मधुमेह के रोगी को धनुरासन का अभ्यास करना अधिक लाभकारी होता है। यह कब्ज को दूर करता है और भूख को बढ़ाता है। यह गठिया, मर्दाग्नि, अजीर्ण, जिगर की कमजोरी आदि को खत्म करता है। यह आतों के सभी रोग, गला, छाती व पसली आदि सभी रोगों को दूर करता है। यह रक्त प्रवाह को तेज करता है और खून को शुद्ध करता हैं।
स्त्रियों के लिए भी लाभकारी -  धनुरासन स्त्रियों से संबंधित बीमारियों के लिए कारगर उपाय है। इससे प्रसव के बाद पेट पर पडऩे वाली झुर्रियों दूर होती है। यह मासिक धर्म, गर्भाशय रोग, तथा डिम्ब ग्रन्थियों के रोगों को खत्म करता है।

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