दूध मनुष्य के लिये सर्वोत्तम आहार है क्योंकि दूध में वे सभी पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो कि शरीर के सम्पूर्ण विकास के लिये अनिवार्य होते हैं। आयुर्वेद ग्रथों में पुरुषों के लिये प्रतिदिन कम से कम 250 मिली ग्राम यानी कि लगभग1 गिलास दूध बहुत आवश्यक बताया गया है। आयुर्वेद के अनुसार शाम के भोजन के 2-3 घंटे बाद तथा सोने से 1 घंटा पहले प्रतिदिन सभी को दूध का सेवन अवश्य करना चाहिये, खासकर पुरुषों के लिये तो इसे अनिवार्य ही बताया गया है क्योंकि...
- पुरुषों को घर से बाहर दौड़-धूप तथा शारीरिक श्रम करना पड़ता जिसकी भरपाई सिर्फ दूध जैसा कम्पलीट फूड ही कर सकता है।
- प्रतिदिन के काम-काज के दौरान हमारे शरीर के हजारों पुराने कोष नष्ट हो जाते हैं, तथा नए कोषों के बनने के लिये दूध ही सर्वश्रेष्ठ साधन है।
- स्त्रियों की बजाय पुरुषों में उम्र का ढलान ज्यादा तेजी से आता है तथा पुरुषों में बुढ़ापे के प्रभाव को धीमा करने में दूध बेहद कारगर सिद्ध होता है।
- पुरुषों को घर से बाहर दौड़-धूप तथा शारीरिक श्रम करना पड़ता जिसकी भरपाई सिर्फ दूध जैसा कम्पलीट फूड ही कर सकता है।
- प्रतिदिन के काम-काज के दौरान हमारे शरीर के हजारों पुराने कोष नष्ट हो जाते हैं, तथा नए कोषों के बनने के लिये दूध ही सर्वश्रेष्ठ साधन है।
- स्त्रियों की बजाय पुरुषों में उम्र का ढलान ज्यादा तेजी से आता है तथा पुरुषों में बुढ़ापे के प्रभाव को धीमा करने में दूध बेहद कारगर सिद्ध होता है।
 
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