शनिवार, 21 जुलाई 2018

इन लोगों के लिए को बहुत लाभ देती है पश्चिम और दक्षिणमुखी ज़मीन


वास्तु और घर का बहुत ही गहरा संबंध होता है. अगर आपका घर वास्तु के अनुरूप नहीं है तो आपको कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है.  आपने  कई लोगों के मुह से सुना होगा की जब से उस घर में गए है कुछ भी अच्छा नहीं हो रहा. अचानक से कई परेशानिया आने लगी है. यह सब आपके घर के वास्तु दोष की वजह से भी हो सकता है. कोई भी घर 100 प्रतिशत वास्तु के अनुरूप नहीं हो सकता लेकिन उनमें कुछ बदलाव करके हम स्थिति को सुधार सकते हैं.




यह लेख विश्वजीत बब्बल वैदिक काउंसलर के फेसबुक पोस्ट से लिया गया है. वे वास्तु और ज्योतिष की बहुत अच्छी जानकारी रखते हैं. उन्होंने अपनी जानकारी के आधार पर कई लोगों के परेशानिया दूर की है. यह अपने अनुभव को भी समय समय पर लोगों से शेयर करते हैं. आप इनसे सशुल्क परामर्श ले. सकते हैं. आप उनसे फेसबुक के द्वारा सम्पर्क कर सकते हैं. इस सेवा का लाभ जरुर लें. 
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कई लोग पश्चिम और दक्षिणमुखी ज़मीन का टुकड़ा छोड़ देते हैं क्यूंकि उनका मानना है कि यह बहुत अमंगलकारी होती है. आश्चर्यजनक तथ्य है कि 80 प्रतिशत सबसे सफल व्यवसायी एवं राजनैतिक नेता पश्चिममुखी संपत्ति पर अधिकार करते हैं.

यह बात महत्वपूर्ण नहीं है कि भवन की फेसिंग किस दिशा में है; सबसे महत्वपूर्ण है भवन के प्रवेश द्वार की स्थिति...

ज्ञान, दक्षता, विशेषता ऐसे गुण पश्चिम दिशा के गुण हैं. नाम, शोहरत और शक्ति दक्षिण दिशा के गुण हैं. अतः जीवन के इन क्षेत्रों से जुडी गतिविधियों को आवश्यक तौर पर केवल पश्चिम और दक्षिणमुखी भवनों में अंजाम देना चाहिए.

यह आपको ध्यान रखना है कि जीवन के किस क्षेत्र में आप कुशल और विकसित होना चाहते हैं. उसके बाद उसे १६ वास्तु क्षेत्रों के साथ मिलाकर निर्णय लेना चाहिए कि उसके कार्य-विशेष के लिए कौन-सी दिशा सर्वाधिक उपयुक्त है.

पंचतत्व-

पंचतत्वों का भवन में संतुलित या असंतुलित होना आपके जीवन को क्रमशः आनंदमय अथवा कष्टकारक बनाता है.

उदाहरण के लिए, दक्षिण दिशा में अगर जल होगा, तो उस ज़ोन की क्रिया बिगड़ जाएगी क्यूंकि अग्नि तत्व को वहां पर होना चाहिए था, और वहां पर जल तत्व आ गया, तो वह ज़ोन गड़बड़ा जायेगा.

दक्षिण दिशा में भूमिगत पानी का टैंक बैचैनी, दुर्घटनाएं एवं नींद का न आना जैसी समस्याएं देता है. इसी प्रकार अगर उत्तर दिशा में अग्नि आ जाएगी तो वह कमज़ोर हो जाएगी. तब नव-अवसर, धन और नए आर्डर मिलने में बाधाएं बनी रहती हैं. अग्नि से संबंधित ज़ोन का भी नकारात्मक प्रभाव आएगा.

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