हमारे यहां घर-परिवारों में बहुत पुराने समय से ही छोटी-बड़ी सभी बीमारियों में घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल होता रहा है। ऐसे नुस्खों की संख्या बहुत अधिक है, जिनमें से कुछ वाकई आज भी बेहद कारगर और कीमती हैं। यहां हम कुछ ऐसे ही आजमाए हुए और बेहद कारगर नुस्खों को बता रहें हैं, जो प्रयोग करने पर आपको भी अपना मुरीद बना लेंगे। आइये देखते हैं टॉंन्सिल्स से छुटकारा पाने के लिये कौन से नुस्खे काम आएंगे...
हल्दी का अचूक प्रयोग:
टान्सिल्स के उपचार के लिए हल्दी सर्वश्रेष्ठ औषधि है। इसका ताजा चूर्ण टॉन्सिल्स पर लगाएं, गरम पानी से कुल्ले करवायें और गले के बाहरी भाग पर इसका लेप करें तथा इसका आधा-आधा ग्राम चूर्ण शहद में मिलाकर बार-बार चटाते रहें।
अन्य कारगर प्रयोग:
1. दालचीनी के आधे ग्राम से 2 ग्राम महीन पाऊडर को 20 से 30 ग्राम शहद में मिलाकर चटाएं।
2. टॉन्सिल्स के रोगी को अगर कब्ज हो तो उसे हरड़ दे। मुलहठी चबाने को दें।
3. कांचनार गूगल का 1 से 2 ग्राम चूर्ण शहद के साथ चटाएं।
4. आधे से 2 चम्मच अदरक का रस शहद में मिलाकर दें।
5. त्रिफला या रीठा या नमक या फि टकरी के पानी से बार-बार कुल्ले करवाएं।
इन चीजों से दूर रहें:
जिन बच्चों के टॉन्सिल्स बढ़े हों ऐसे उन्हें बर्फ का गोला, कुल्फी, आइसक्रीम, बर्फ का पानी, फ्रिज का पानी,
चीनी, गुड़, दही, केला, टमाटर, उड़द, ठंडा पानी, खट्टे-मीठे पदार्थ, फ ल, मिठाई, पिपरमिंट, बिस्कुट, चॉकलेट ये सब चीजें खाने को न दें। जो आहार ठंडा, चिकना, भारी, मीठा, खट्टा और बासी हो, वह उन्हें न दें। पानी उबला हुआ पिलायें।
सावधानी:
गले में मफलर या पट्टी लपेटकर रखना सुविधाजनक रहता है।
हल्दी का अचूक प्रयोग:
टान्सिल्स के उपचार के लिए हल्दी सर्वश्रेष्ठ औषधि है। इसका ताजा चूर्ण टॉन्सिल्स पर लगाएं, गरम पानी से कुल्ले करवायें और गले के बाहरी भाग पर इसका लेप करें तथा इसका आधा-आधा ग्राम चूर्ण शहद में मिलाकर बार-बार चटाते रहें।
अन्य कारगर प्रयोग:
1. दालचीनी के आधे ग्राम से 2 ग्राम महीन पाऊडर को 20 से 30 ग्राम शहद में मिलाकर चटाएं।
2. टॉन्सिल्स के रोगी को अगर कब्ज हो तो उसे हरड़ दे। मुलहठी चबाने को दें।
3. कांचनार गूगल का 1 से 2 ग्राम चूर्ण शहद के साथ चटाएं।
4. आधे से 2 चम्मच अदरक का रस शहद में मिलाकर दें।
5. त्रिफला या रीठा या नमक या फि टकरी के पानी से बार-बार कुल्ले करवाएं।
इन चीजों से दूर रहें:
जिन बच्चों के टॉन्सिल्स बढ़े हों ऐसे उन्हें बर्फ का गोला, कुल्फी, आइसक्रीम, बर्फ का पानी, फ्रिज का पानी,
चीनी, गुड़, दही, केला, टमाटर, उड़द, ठंडा पानी, खट्टे-मीठे पदार्थ, फ ल, मिठाई, पिपरमिंट, बिस्कुट, चॉकलेट ये सब चीजें खाने को न दें। जो आहार ठंडा, चिकना, भारी, मीठा, खट्टा और बासी हो, वह उन्हें न दें। पानी उबला हुआ पिलायें।
सावधानी:
गले में मफलर या पट्टी लपेटकर रखना सुविधाजनक रहता है।
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