बुधवार, 13 जून 2012

फूड प्‍वाइजनिंग: रोकथाम और इलाज


बरतें यह सावधानियां - 
  • खाना बनाने के पहले और बाद में अपने हाथों को धोएं, खास कर कच्‍चा मांस छूने के बाद।
  • कच्‍ची हरी साग-सब्‍जियों को पकाने से पहले या फिर खाने से पहले जरुर धोएं।
  • भोजन को तब तक पकाएं जब तक उसके विषैले तत्‍व बाहर न निकल जाएं। साथ ही खाने को हमेशा साफ कंटेनर में ही रखें।
  • भोजन करने के तुरंत बाद ही बचा हुआ भोजन फ्रिज में रखें।
  • ऐसे खाना न खाएं जो कई देर से खुले में रखा हुआ हो और उसमें से महक आने लग गई हो। इसके अलावा अगर पैकेट पर डेट एक्‍सपायर हो गई हो तो भी उसे न खाएं।
  • टॉयलेट से आने के बाद अपने हाथों को साबुन से जरुर धोएं। अगर आपके घर पर पालतू जानवर है तो भी उसे छूने के बाद हाथों को धोएं।
  • ट्रैवल के दौरान अपने साथ घर का बना गरम और ताजा खाना ही ले जाएं। ठंडा और कच्‍चा खाना तब न रखें जब तक वह छिलके वाला न हो, जैसे केला।
ध्‍यान देने वाली बातें -
  • हमेशा भरोसेमंद स्‍टोर से ही खाने का सामान खरीदें। हमेशा सड़े-गले और किसी तरह की असामान्यता वाले फलों को लेने से बचना चाहिये। खाना अगर पैकेट वाला है तो हमेशा उसकी एक्‍सपायरी डेट को पढ़ लेना चाहिये।
  • अगर साबुत अनाजों में किसी तरह का कीड़ा या भुकड़ी लगी है, तो तुरंत उसे छोड़ कर आगे बढ़ जाना चाहिये।
  • जमे हुए खाने के सामानों को शौपिंग करने के सबसे आखिर में खरीदना चाहिये जिससे घर पर जाते ही वह आपके फ्रिज में जल्‍द से जल्‍द रखा जा सके।
इलाज -
  • अगर यह समस्‍या हल्‍की है तो इसका समाधान बड़े ही आराम से घर पर खूब सारा पानी पी कर किया जा सकता है।
  • शराब, कैफीन या फिर चीनी से भरे ड्रिंक का सेवन बंद कर दें। इस दौरान एलेक्‍ट्रॉल, ग्‍लूकोज़ या फिर शिकंजी का प्रयोग करें।
  • इससे शरीर से जितना पानी निकला होगा वह इन एनर्जी ड्रिंक से वापस आ जाएगा और आप बेहतर महसूस करने लगेंगे।
  • अगर पेट खराब हो गया हो तो ब्‍लैक टी पिएं और एक पेय तैयार करें जिसमें 1 चम्‍मच मेथी के दाने, पानी और मठ्ठा मिला हो, इसे पीने से जरुर राहत मिलेगी।
कब दिखाएं डॉक्‍टर को?
  • अगर साथ में बुखार भी हो।
  • दस्‍त में खून आ रहा हो।
  • अगर बार-बार उल्‍टी हो रही हो और पानी निकल रहा हो।
  • अगर समस्‍या 3 दिन से ज्‍यादा हो रही हो। अगर समस्‍या सीफूड या मशरूम खाने पर हुई हो।
  • अगर पेचिश की शंका हो, मुंह सूख रहा हो, पेशाब कम हो रही हो, चक्‍कर, थकान या फिर हार्ट रेट बढ गया हो और सांस लेने में परेशानी हो रही हो।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Featured post

PCOD की समस्या

 🌻 *मासिक की अनियमितता, मासिक में देरी, PCOD की समस्या* 🌻 ऐलोपैथी चिकित्सा पद्ध्यति में इस रोग के लिए कोई उपचार नही है, किन्तु आयुर्वेद की...