- मीठे नीम के पत्तों (करी पत्ता) को सुखाकर इनका बारीक पाउडर तैयार कर लें। इस पाउडर का एक चाय चम्मच भर मात्रा में गुनगुने पानी के साथ सेवन करें। दिन में दो बार सवेरे और शाम यह प्रयोग दोहराएं। इस प्रयोग से अनियमितता दूर हो जाएगी। कढ़ी, दाल, पुलाव आदि के साथ करी पत्ते का नियमित सेवन बेहद फायदेमंद है।
- अमलतास का गूदा 4 ग्राम, नीम की छाल तथा सोंठ 3-3 ग्राम लेकर कुचल लें। 250 ग्राम पानी में 10 ग्राम गुड़ सहित तीनों सामग्री डाल दें व पानी चौथाई रहने तक उबालें। मासिक की तारीख शुरू होते ही इस काढ़े को सिर्फ एक बार पिएं। इससे मासिक खुलकर आएगा तथा पीड़ा यदि हो तो दूर होगी।
- 20 ग्राम गन्ने का सिरका रोज रात को सोने से पहले पीने से खुलकर व साफ माहवारी आती है।
- नारियल खाने से भी मासिक धर्म खुलकर आता है।
- तुलसी की जड़ को छाया में सुखाकर पीस लें। इस पाउडर को चुटकीभर पान में रखकर खा लेने से अनियमित रक्तस्त्राव बंद हो जाता है।
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