सुबह-शाम ठीक से पेट साफ होना व जमकर भूख लगना स्वास्थ्य के लिए एक अच्छा संकेत माना जाता है। ऐसा न होने पर यानी कब्ज व गैस, एसीडिटी की शिकायत होने पर शरीर में कई दूसरी व्याधियां भी होने लगती है। जिन लोगों को खुलकर भूख नहीं लगती घुटनों का दर्द और पाचन क्रिया से परेशानियां महसूस करते हैं,तो उनके लिए योग ही एक मात्र सही उपचार है। सुप्त पवन मुक्तासन को इन समस्याओं से मुक्ति के लिए सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इस आसन के नियमित अभ्यास से इन समस्याओं के साथ-साथ अन्य बहुत सारी बीमारियां दूर हो जाएंगी।
सुप्त पवन मुक्तासन आसन की विधि:कंबल या दरी बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं। फिर दाहिने पैर को घुटने से मोड़कर छाती पर ले आएं। अब घुटने से थोड़ा नीचे पिंडली पर उंगलियां आपस में फंसा कर, दोनों हाथों का पंजा कसें। यही क्रिया बाएं पैर से करें। दो मिनिट तक प्रतिदिन यह आसन करें।
आसन के लाभ:सुप्त पवन मुक्तासन के नियमित अभ्यास से अपच और गैस की समस्या दूर होती है। साथ ही घुटनों और कमर के दर्द में भी राहत मिलती है। इस आसन से नितंब सुंदर और पुष्ट बनते हैं।
सुप्त पवन मुक्तासन आसन की विधि:कंबल या दरी बिछाकर पीठ के बल लेट जाएं। फिर दाहिने पैर को घुटने से मोड़कर छाती पर ले आएं। अब घुटने से थोड़ा नीचे पिंडली पर उंगलियां आपस में फंसा कर, दोनों हाथों का पंजा कसें। यही क्रिया बाएं पैर से करें। दो मिनिट तक प्रतिदिन यह आसन करें।
आसन के लाभ:सुप्त पवन मुक्तासन के नियमित अभ्यास से अपच और गैस की समस्या दूर होती है। साथ ही घुटनों और कमर के दर्द में भी राहत मिलती है। इस आसन से नितंब सुंदर और पुष्ट बनते हैं।
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