स्वस्थ मोतियों से चमकदार दांत किसी की भी खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। वहीं दूसरी तरफ मैले व अस्वस्थ दांत सुंदरता को कम कर देते हैं। इसलिए सौंदर्य का खास ख्याल रखने के साथ ही पूरे व्यक्तित्व को प्रभावशाली बनाने के लिए दांतो के स्वास्थ्य का विशेष ख्याल रखना बहुत आवश्यक है। वैसे तो दांतों की समस्या होने पर डेंटल ट्रिटमेंट जरुरी है लेकिन फिर भी अगर कोई भी नीचे लिखी छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें, तो अपनी मुस्कान लंबी उम्र तक कायम रख सकता है।
- नियमित रूप से दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें।
- खाने में फल और सब्जियां सेब, गाजर, ककड़ी, खीरा खाएं। इनसे मुंह साफ रहता है।
- कोई भी कोल्डड्रिंक पीने के बाद ब्रश जरुर करें, पर आरेंज जूस पीने के 20 मिनट बाद ब्रश करें, क्योंकि इससे दांतों पर एनेमल का कवर चढ़ने में मदद मिलती है।
- कभी-कभी बेकिंग सोडा से ब्रश किया जा सकता है। लेकिन इसके पानी को पीना नहीं चाहिए।
- दांतों के साथ जीभ को भी साफ करना जरूरी है। इससे सांस की बदबू दूर होने में सहायता मिलती है और इसके साथ जीभ पर जमी गंदगी से पैदा होने वाले संक्रामक रोगों से भी बचा जा सकता है।
- शक्कर और मीठे पदार्थ बैक्टीरिया को पनपने में सहायक होता है, जिससे दांत कमजोर होते हैं। शुगर कम से कम लें।
- पानी ज्यादा से ज्यादा पीएं।
- साल में कम से कम एक बार दांतों की क्लीनिंग भी अवश्य कराएं।
- नियमित रूप से दिन में कम से कम दो बार ब्रश करें।
- खाने में फल और सब्जियां सेब, गाजर, ककड़ी, खीरा खाएं। इनसे मुंह साफ रहता है।
- कोई भी कोल्डड्रिंक पीने के बाद ब्रश जरुर करें, पर आरेंज जूस पीने के 20 मिनट बाद ब्रश करें, क्योंकि इससे दांतों पर एनेमल का कवर चढ़ने में मदद मिलती है।
- कभी-कभी बेकिंग सोडा से ब्रश किया जा सकता है। लेकिन इसके पानी को पीना नहीं चाहिए।
- दांतों के साथ जीभ को भी साफ करना जरूरी है। इससे सांस की बदबू दूर होने में सहायता मिलती है और इसके साथ जीभ पर जमी गंदगी से पैदा होने वाले संक्रामक रोगों से भी बचा जा सकता है।
- शक्कर और मीठे पदार्थ बैक्टीरिया को पनपने में सहायक होता है, जिससे दांत कमजोर होते हैं। शुगर कम से कम लें।
- पानी ज्यादा से ज्यादा पीएं।
- साल में कम से कम एक बार दांतों की क्लीनिंग भी अवश्य कराएं।
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