शुक्रवार, 13 मई 2011

यौवन व सौन्दर्य तेजी से बढ़ता है इससे

इंसान अपने पूरे जीवन में जो भी महत्वपूर्ण या महान कार्य करता है, वह ज्यादातर युवापन में ही कर पाता है। क्योंकि उम्र की इस अवस्था में कोई भी व्यक्ति तन-मन की अधिकांश ऊर्जायों या शक्तियों से भरा हुआ होता है। इसलिये अगर कोई लंबे समय तक जवान रहने के लिये प्रयास करता है तो इसे अनुचित नहीं कहा जा सकता। जवानी के साथ ही सुन्दरता भी कुदरत की एक ऐसी ही नियामत है जो व्यक्ति को आत्मविश्वास से भरपूर रखती है। तो चलते हैं एक ऐसी बेहद आसान योगिक क्रिया की और जिससे आपकी जवानी लंबे समय तक कायम रहेगी साथ ही खूबसूरती में भी वांक्षित इजाफा होगा....

बकासन एक ऐसा आसान आसन है जिसमें हमारे शरीर की अवस्था बगुले के जैसी हो जाती है, इसी वजह से इसे बकासन कहा जाता है। इस आसन से हमारे शरीर की आंतरिक और बाह्य शक्ति में गुणोत्तर वृद्धि होती है। कुछ ही दिनों में इस आसन के लाभ नजर आने लगते हैं।

बकासन की विधि

समतल पर स्थान पर कंबल आदि बिछाकर बैठ जाएं। अब दोनों हाथों को अपने सामने भूमि पर रखें। सांस सामान्य रखें। दोनों घुटनों को हाथों की कोहनियों पर स्थिर कीजिएं। सांस अंदर की ओर लेते हुए शरीर का पूरा भार धीरे-धीरे हथेलियों पर आने दें और अपना शरीर ऊपर की ओर उठा लें। यह आसन काफी कठिन है परंतु निरंतर अभ्यास होने पर आसन की पूर्ण अवस्था प्राप्त की जा सकती है। परंतु ध्यान रखें यदि आपके हाथों में कोई परेशानी या बीमारी हो तो यह आसन ना करें।

बकासन के लाभबकासन में हमारे शरीर का पूरा भार हाथों पर होता है अत: इस आसन से हमारे हाथों के स्नायुओं को विषेश बल एवं आरोग्य मिलता है। मुख की कान्ति बढ़ती है। सुंदरता में आश्चर्यजनक बढ़ोतरी होती है। जवानी बनी रहती है। शरीर हष्ट-पुष्ट बना रहता है। इस आसन को निरंतर करने से शरीर की कई छोटी-छोटी बीमारियां हमेशा दूर रहती है।

सावधानियां

किसी अनुभवी या जानकार योग प्रशिक्षक की देख-रेख में ही इस आसन का अभ्यास करें। शरीर के साथ किसी भी प्रकार की जोर जबरदस्ती नुकसानदेह भी हो सकती है।

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