एक अमेरिकी चकित्सक ने गहन खोजों से साबित किया है कि नारियल तेल का नियमित सेवन करने से मधुमेह रोगियों कि सभी समस्याएं सुलझ सकती हैं। वास्तव में मधुमेह के रोगी के कोश इंसुलिन रेजिस्टेंट हो जाते हैं और इंसुलिन को ग्रहण न करने के कारण ग्लूकोज़ या शर्करा को ऊर्जा में परिवर्तित नहीं कर पाते। ऊर्जा या आहार के अभाव में रोगी के कोश मरने लगते हैं। यही कारण है कि मधुमेह रोगी को कोई भी अन्य रोग होने पर खतरनाक स्थिति बन जाती है, क्योंकि उसके कोश तो आहार के अभाव में पहले ही मर रहे होते हैं ऊपर से नए रोग के कारण मरने वाले कोशों कि भरपाई का काम आ जाता है जो कि शारीर का दुर्बल तंत्र करने में समर्थ नहीं हो पाता। ऐसे में नारियल का तेल सुनिश्चित समाधान के रूप में काम करता है।
उपयोग विधि
चिकित्सा के लिए एक दिन में लगभग 45 मी.ली. नारियल तेल का प्रयोग किया जाना चिहिए जो कि शुरुआत में किसी के लिये भी थोड़ा कठिन हो सकता है। इसलिये शुरुआत केवल एक चम्मच से करते हुए धीरे-धीरे मात्रा बढानी चाहिए अन्यथा पाचन बिगड़ सकता है। दाल, सब्जी में तड़के के रूप में इसका प्रयोग किया जा सकता है।
सावधानी
किसी प्राकृतिक या आयुर्वेद चिकित्सक की देख रेख में प्रयोग करना अधिक उत्तम होगा।
उपयोग विधि
चिकित्सा के लिए एक दिन में लगभग 45 मी.ली. नारियल तेल का प्रयोग किया जाना चिहिए जो कि शुरुआत में किसी के लिये भी थोड़ा कठिन हो सकता है। इसलिये शुरुआत केवल एक चम्मच से करते हुए धीरे-धीरे मात्रा बढानी चाहिए अन्यथा पाचन बिगड़ सकता है। दाल, सब्जी में तड़के के रूप में इसका प्रयोग किया जा सकता है।
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किसी प्राकृतिक या आयुर्वेद चिकित्सक की देख रेख में प्रयोग करना अधिक उत्तम होगा।
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