शुक्रवार, 17 जून 2011

पेट हो दुरुस्त.... तो आप रहेंगे दिनभर मस्त, ये रहे अचूक नुस्खे


दिमाग वाले डिपार्टमेंट मे मन और शरीर वाले विभाग में पेट ये दो ही प्रमुख केन्द्र हैं। यदि किसी तरह चाहे कुशलता से, सावधानी, संयम से या ज्ञान से... जिस भी तरीके से यदि इन दोनों केन्द्रों को नियंत्रित और दुरुस्त किया जा सके तो इंसान का पूरा का पूरा व्यक्तित्व ही विकसित और सतेज बन सकता है।

यह सभी के अनुभव की बात है कि यदि शरीर चुस्त-दुरुस्त हो तो इंसान का मन-मस्तिष्क भी पूरी तरह से सक्रिय ओर सतेज बना रहता है। हमारे शरीर में पेट एक ऐसा केन्द्र है जिसको यदि किन्हीं उपायों से फिट-फाट रखा जा सके तो शरीर और मन दोनों जोश और उत्साह से भरपूर रहते हैं। आइये जाने उन बेहद सरल घरेलू उपायों को जो कब्जियत को तो जड़ से मिटाते ही हैं साथ ही पेट के पहले जैसे प्राकृतिक स्वरूप को भी फिर से लोटाते हैं....

1. गलत समय पर गलत खान-पान के चक्कर में व्यक्ति आए दिन कब्ज़ से परेशान रहता है, इससे बचने के लिए त्रिफला  यानी हरड़, बहेड़ा और आंवला के मिक्सर चूर्ण को लगातार 6 माह तक बराबर पानी के साथ सोते समय लेने से कब्ज़ की परेशानी हमेशा के लिये दूर हो जाती है।

2. जो रोगी काफी कमजोर हो या बालक हो तो आंवला पीस कर नाभि के चारों और दीवाल सी बना दो, उसी के भीतर अदरक का रस भर दो, दो घंटे रोगी को लेटा रहने दो, जुलाब की बगैर किसी तेज हानिकारक दवाई के ही महीनों पुराना सारा मल साफ हो जाता है।

3. सुबह खाली पेट गुनगुने गर्म पानी में एक चुटकी काला नमक डालें और उसे पीकर 15 मिनट तक घूम लें कब्ज में अवश्य ही राहत मिलेगी।

4. भोजन में काला नमक, आधा नीबू, सिका जीरा, हींग, और मौसम के अनुसार उपलब्ध सलाद को शामिल करने से कब्ज और पेट की दूसरी तमाम समस्याओं से स्थाई रूप से छुटकारा पाया जा सकता है।

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