एक ऐसा उपाय जो कार्य सिद्धि के लिए श्रेष्ठ ही नही बल्कि सर्वश्रेष्ठ है, आपकी कोई भी समस्या हो तंत्र का यह सात्विक और बेहद चमत्कारी प्रयोग आपके कार्य और मनोकामना में सिद्धि दिलवाएगा । प्रयोग इस प्रकार है:
लेखक - पी. ए. बाला
किसी भी दिन आप पीपल/बरगद के पेड़ के नीचे जाएं, एक ऐसा पत्ता लेने की कोशिश करें जो स्वतः ही पेड़ से टूटा हो पर जमीन पर न गिरा हो, अमूमन पतझड़ के मौसम में ऐसे पत्ते मिल जाते हैं , ध्यान रहे आपको पत्ता तोड़ना नही है, आप शाखाओं को हिला सकते हैं, कोई पत्ता स्वतः टूटता है, उसे जमीन पर गिरने से पहले ही पकड़ लेवें , और घर ले आएं, ध्यान रहे कि घर लाने के बाद भी आपको पत्ते को किसी भी सतह पर नही रखना है, आप इसे किसी किताब में रख कर या धागे से बांध कर दीवार पर लटका सकते हैं, ताकि यह कुछ एक दिन में पूर्ण रूप से सूख जाए, जब यह पूरी तरह सूख जाएगा, तब आपको थोड़ी दूर्वा(घास) लानी है, थोड़ा दूध और हल्दी, और इस सूखे पत्ते को पीस कर एक पेस्ट बना लेवें , एक सफेद कागज़ पर लकड़ी की कलम से इस पेस्ट की मदद से अपनी समस्या कम शब्दों में लिखनी है, कागज़ सूख जाने के बाद इस कागज़ में काले तिल डाल कर फोल्ड कर लेवें और प्लास्टिक टेप से चारों तरफ से कवर करके एक धागा पिरो कर ताबीज़ टाइप का बना लेवें, व इसको किसी भी वृक्ष की टहनी से बांध आएं, ताकि हवा चलने पर यह हिलता रहे, जिस भी समस्या के लिए आप यह करेंगे, वह समस्या 3 से 7 दिन में खत्म हो जाएगी ।
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वैसे तो यह प्रयोग सभी प्रकार की समस्याओं को खत्म करने के लिए है, परन्तु विशेष यह कुछ समस्याओं में तो बेहद ही कारगर है :
1. जिनके बच्चे गलत संगत में हैं, नशा करते हैं , बिल्कुल बागी हो गए हों उनको सीधी लाइन पर लाने हेतु
2. घर छोड़ कर गए व्यक्ति को दोबारा बुलाने हेतु
3. जो भी लड़का/लड़की गलत प्रेम संबंध में हैं , उनकी बुद्धि सुधार हेतु
4. कोई शत्रु आपको बेहद परेशान कर रहा हो, उसको शांत करने हेतु
5. जो भी पति/पत्नी विवाहेत्तर संबंध में हों उनको सुधारने हेतु
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इस प्रयोग को भूल कर भी किसी के अहित के लिए करने की न सोचें, यह कार्य नही करेगा ।
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