लेखक - पी. ए. बाला
आज के माहौल में बहुत सारी समस्याओं में एक समस्या कोर्ट-कचहरी, वाद-विवाद इत्यादि की भी है । बहुत लोग मासूम व निर्दोष होते हुए भी कानून व कोर्ट के चक्करों में फंस जाते हैं , और चाह कर भी इससे निकल नही पाते । न्यायालय में किसी का मामला सालों से चल रहा है पर सुलझ नही रहा । कोर्ट और वकीलों के चक्कर लगाते हुए आम इंसान की माली हालत भी खराब हो जाती है । उनको समझ नही आता कि करें भी तो क्या करें । कई लोग छोटी सी गलती या गलत संगत की वजह से जेल भुगत रहे हैं । ये केस किसी भी प्रकार के हो सकते हैं चाहे वो तलाक का भरण पोषण का हो , जमीन व मकान का हो , पैसों के लेन देन इत्यादि का हो , लड़ाई झगड़े या अन्य इत्यादि भी हो सकते हैं । इनसे बचने या निकलने के लिये कई लोग ज्योतिष तंत्र मंत्र का सहारा लेते हैं । ज्योतिष और तंत्र में कई उपाय हैं जो आपकी रक्षा करते हैं । इनमें एक अति प्रभावशाली उपाय एक स्तोत्र या पाठ के रूप में आपको बताने जा रहा हूँ , जो कि माँ बगलामुखी से संबंधित है और अत्यंत सरल और प्रभावी है । इस उपाय को वही करें जो जानते हैं कि सही में निर्दोष हैं या इतनी बड़ी गलती नही है जिसकी वो सजा भुगत रहे हैं । क्योंकि जिससे भी पूछा जायेगा वो अपने को सही सामने वाले को गलत ही बतायेगा । यह तो आपका अंतर्मन जानता है कि आप दोषी हैं अथवा निर्दोष क्योंकि आप खुद से समाज से कानून से झूठ बोल सकते हो , उनको धोखा दे सकते हो पर माता को धोखा नही दे सकते, वो सब जानती है कि कौन क्या है अतः पूरा भरोसा रख कर पूरे विश्वास के साथ उपाय करें , निश्चित आपको सफलता मिलेगी । सारा खेल ही श्रध्दा और विश्वास का है ..मानो तो बहुत कुछ है न मानो तो कुछ नही है ।
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