लेखक - पी. ए. बाला
ऐसा चित्र जिसमें गाय अपने बछड़े को दुलार कर रही हो, और बछड़ा गाय का दूध पी रहा हो, अपने घर की उत्तर या पूर्व दिशा में लगाएं, ऐसे चित्र को आप रसोई में , अपने ऑफिस की टेबल पर या अपने सीट या दुकान पर आपकी गद्दी के पीछे भी लगा सकते हैं , अपने पर्स में भी रख सकते हैं, विद्यार्थी अपने पढ़ने की मेज अथवा कमरे में भी इसे लगा सकते हैं । यह चित्र पोषकता और प्रेम के प्रतीक के रूप में देखी जाती है, आप कोई भी कार्य करें जैसे नौकरी या व्यापार उसमें लाभ यानी पोषकता बनी रहे अर्थात पोषण मिलता रहे, आप जो भी कार्य कर रहे हैं अगर उसमें आपको बचत नही है, शांति नही है, खर्चे पूरे नही हो रहे हैं, बरकत नही हो रही है तो ऐसे कार्य के प्रति उदासीनता आ जाती है , और व्यक्ति में नकारात्मक प्रभाव बढ़ जाता है । इसी नकारात्मक प्रभाव को दूर करने के लिए , ऐसे खुशनुमा चित्र को लगाया जाता है, ताकि इसको देख कर मन प्रसन्न रहे , इसके साथ ही यह परिवारजनों में आपसी प्रेम को भी दर्शाता है, यह घर के व जीवन के क्लेश दूर करने में भी सहायक है । यह एक सुंदर उपाय है, कीजिये मन प्रसन्नचित रहेगा ।
* चित्र लगाने के साथ गाय की सेवा भी नित्य करें, सिर्फ चित्र लगाने से ही सफलता नही मिलेगी । चित्र प्रतीक के रूप में है, ताकि आपकी नजर उसपर पड़ती रहे तो आप प्रसन्न रहें जिससे आप पर ज्यादा से ज्यादा सकारात्मक प्रभाव पड़ सके , यह मनोवैज्ञानिक पद्वति पर कार्य करता है ।
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